Weather
- तापमान में 3 से 5 डिग्री की हो सकती है बढ़ोतरी
- इस समय अधिकतम पारा 35 से 39 डिग्री के बीच
- प्रदेश के 12 जिलों में हीटवेव का येलो अलर्ट जारी
- नौ अप्रैल के बाद मौसम में बदलाव संभव
Weather : रेवाड़ी। प्रदेश में भीषण गर्मी ने दस्तक दे दी है। वहीं, मौसम विभाग का कहना है कि अब तीन दिन यानी 7 से 9 अप्रैल तक हीटवेव चलेंगी। तापमान में 3 से 5 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हो सकती है। सूबे में इस समय अधिकतम तापमान 35 से 39 डिग्री सेल्सियस के बीच चल रहा है। वहीं, न्यूनतम तापमान भी 15 से 18 डिग्री सेल्सियस के ऊपर चला गया है। ऐसे में हीटवेव का अलर्ट और परेशान करने वाला है। ऐसे में लोगों को भारी गर्मी से बचे रहने के लिए सावधानी बरतना जरूरी है। फसलों और बागवानी को गर्मी से बचाने के लिए भी आवश्यक कदम उठाने की जरूरत है।
42 डिग्री तक जा सकता है पारा
मौसम विभाग की ओर से 12 जिलों में हीटवेव का येलो अलर्ट जारी किया है। इनमें सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी, चरखी दादरी, झज्जर, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल और मेवात शामिल हैं। इन जिलों में 7 से 9 अप्रैल के बीच तापमान 42 डिग्री के आसपास या इससे ज्यादा होने का अनुमान है। रविवार को अधिकतम पारा 2.5 डिग्री बढ़कर 38.5 डिग्री पर पहुंच गया, जबकि न्यूनतम पारा 0.5 डिग्री बढ़कर 17.0 डिग्री रहा।
क्या कहता है मौसम विभाग
मौसम विभाग के अनुसार 9 अप्रैल के बाद पश्चिमी विक्षोभ एक बार फिर सक्रिय हो रहा है। इससे आसमान में बादल छाने के साथ तेज हवाएं चलेंगी। तापमान में गिरावट आने से लोगों को राहत मिलेगी। कुछ स्थानों पर बूंदा बांदी हो सकती है।
किसान सावधानी बरतें
बावल क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र के निदेशक डा. धर्मबीर यादव ने बताया कि हीटवेव के दौरान किसानों को ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। पछेती गेहूं की फसल में दाने सिकुड़ने के कारण उपज में कमी हो सकती है। अगर गेहूं दिसंबर महीने के अंत में बिजाई की गई है तो हल्की सिंचाई करें। तेज हवा चलने की सूरत में सिंचाई से बचें। रबी फसलों के अवशेष जलाने की बजाय उन्हें गड्डों में एकत्रित करके कम्पोस्ट खाद तैयार करें। कटी हुई फसलों को बिजली की तारों के नीचे एकत्रित न करें।
आमजन यह करें
-भारी गर्मी के मौसम में लोगों को दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक घर से बाहर निकलने से बचना चाहिए।
-ज्यादा जरूरी हो, तो सिर पर टोपी लगाकर या कपड़ा ढांपकर बाहर निकलें। बार-बार पानी पीएं। भोजन में हरी सब्जियों का इस्तेमाल करें।
-लू की चपेट में आने पर डॉक्टर की सलाह पर उपचार लेें। तले हुए व तीखे मसाले डाले भोजन के इस्तेमाल से बचना चाहिए।
किसानों के लिए बचाव के उपाय
1. खेत में चाय बनाने के बाद चूल्हे की आग बुझा दें।
2. खेत में कार्य करते समय शरीर ढंका रखना चाहिए।
3. फसल कटाई व निकालने का कार्य सुबह-शाम करें।
4. धूम्रपान वाले जलती हुई बीड़ी-सिगरेट नहीं डालें।
5. नियमित अंतराल के बाद पानी का इस्तेमाल करते रहें।
6. सब्जियों की फसल में नियमित रूप से नमी बनाए रखें।
7. बागवानी फसल के पौधों पर ड्रिप सिस्टम से पानी लगाएं।
पशुओं को भी गर्मी से बचाए रखें
1. पशुओं को तेज धूप निकलने से पहले छांव में बांधे।
2. सुबह-शाम नियमित रूप से पशुओं को नहलाएं।
3. नई फसल की निकली तूड़ी पशुओं को नहीं डालें।
4. बीमार पड़ने की सूरत में पशु चिकित्सक को दिखाएं।