Women Day
- -50 की उम्र में भी दिखा रही दम, 12 नेशनल और 16 स्टेट मैच में जीते कई पदक
- – गोल्ड और सिल्वर सहित कई मेडल हासिल किए हैं
Women Day : राजनांदगांव। लक्ष्य, हौसला और जुनून जब तीनों मिल जाते हैं तो किसी भी असंभव कार्य को संभव बनाने के लिए ज्यादा वक्त नहीं लगता है। शारीरिक शक्ति के लिए पहले मानसिक मजबूती की जरूरत होती है। जज्बा और साहस हो तो फिर उम्र भी आड़े नहीं आती है। कुछ ऐसा ही कर दिखाया है राजनांदगांव के पुलिस विभाग में पदस्थ प्रधान आरक्षक अंजू सिंह ने। वह अपने अथक परिश्रम से पावर लिफ्टिंग के क्षेत्र में अपनी शारीरिक शक्ति का लोहा मनवा रही है। 50 की उम्र में भी अंजू सिंह ने दर्जनों राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेते गोल्ड और सिल्वर सहित कई मेडल हासिल किए हैं।
फिटनेस से मिला लक्ष्य
प्रधान आरक्षक अंजू सिंह का कहना है कि लगभग 10 वर्ष पहले उन्होंने फिटनेस के तौर पर जिम ज्वाईन किया था। यहां वर्जिश के दौरान उनके प्रशिक्षक आकाश सोनी ने उन्हें पावर लिफ्टिंग के क्षेत्र में जाने की प्रेरणा दी और उन्होंने पावर लिफ्टिंग के खेल को अपना लिया। :शेष पेज 7 पर
दस वर्ष का सफर
पावर लिफ्टिंग की शुरूआत उन्होंने लगभग 40 वर्ष आयु वर्ग से की। वहीं लगभग 10 वर्षों से वह पावर लिफ्टिंग के क्षेत्र में लगातार सफलता प्राप्त कर रही है। आज 50 वर्ष आयु पूरी करने के बाद भी अंजू सिंह में वही 10 वर्ष पुराना जोश और उत्साह नजर आता है। उम्र को दरकिनार कर समय के साथ उनका लक्ष्य भी बढ़ रहा है।
नेशनल में जीते गोल्ड
पावर लिफ्टिंग के क्षेत्र में शुरूआती दौर में अंजू सिंह को एक-दो मैच में उतनी सफलता नहीं मिली, लेकिन इसके बाद उन्होंने खुद को तराशा और राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में उन्होंने चार गोल्ड मेडल दो सिल्वर मेडल और तीन ब्रॉन्ज़ मेडल हासिल किए हैं।
छत्तीसगढ़ स्ट्रांग वूमेन
पावर लिफ्टिंग के क्षेत्र में अपने बेहतर खेल की बदौलत अंजू सिंह ने छह बार छत्तीसगढ़ स्ट्रांग वूमेन का खिताब अपने नाम किया है। वहीं बीते 18 से 22 जनवरी तक दल्लीराजहरा में आयोजित हुई प्रतियोगिता में उन्हें स्ट्रांग वूमेन ऑफ द इंडिया का टाइटल दिया गया है।
पति से मिला हौसला
पुलिस विभाग में प्रधान आरक्षक के पद पर पदस्थ अंजू सिंह के पति डीएसपी राकेश सिंह राजनांदगांव के आठवीं बटालियन में असिस्टेंट कमांडेंट हैं। अंजू सिंह के पावर लिफ्टिंग के जुनून को उन्होंने हौसला दिया और उनके कोच बनकर हर कदम उनका साहस बढ़ाया।
राष्ट्रीय स्पर्धा की तैयारी
पावर लिफ्टर अंजू सिंह वर्तमान में अपने विभागीय कार्यों का दायित्व निभाने के साथ ही आगामी दिनों में कानपुर में आयोजित होने वाले नेशनल पावर लिफ्टिंग प्रतियोगिता और अगस्त माह में आंध्रप्रदेश में आयोजित होने वाले ऑल इंडिया पुलिस मीट की राष्ट्रीय स्पर्धा में हिस्सा लेने अपनी तैयारी कर रही है। अंजू सिंह इन दोनों स्पर्धा में भी अपना बेहतर प्रदर्शन करते हुए मेडल हासिल करने जुटी है।
हौसला जरूरी, उम्र बाधा नहीं
अंजू सिंह कहती है कि किसी लक्ष्य को प्राप्त करने उम्र बाधा नहीं होती, बल्कि उस लक्ष्य के प्रति जुनून होना चाहिए। उन्होंने महिला दिवस पर अन्य महिलाओं को भी संदेश देते कहा है कि आप जिस भी क्षेत्र में काम कर रहे हैं, उसे पूरी लगन और निष्ठा से करें तो सफलता जरूर मिलेगी।