• Tue. Jan 21st, 2025

Kissan andolan : धरना स्थल से देश के सभी राजनीतिक दलों के राष्ट्रीयध्यक्षों को लिखी चिट्ठी

निर्णयों की जानकारी देते हुए किसान नेता।निर्णयों की जानकारी देते हुए किसान नेता।

Kissan andolan

 

  • सभी राजनीतिक दल अपना स्टेंड क्लीयर करें
  • एमएसपी गारंटी कानून के पक्ष में या विरोध में
  • डल्लेवाल की हालत बिगड़ी, पोर्टेबल मशीनों से किए जरूरी टेस्ट

Kissan andolan : जींद। लगातार 45 दिनों से हरियाणा-पंजाब के बॉर्डर पर अनशन कर रहे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की हालत लगातार बिगड़ती जा रही है। वीरवार को धरने पर मौजूद सरकारी चिकित्सकों की टीम व सवाई मानसिंह अस्पताल से आई टीम ने पोर्टेबल मशीनों से अल्ट्रासाउंड जैसे जरूरी टेस्ट किए। शुक्रवार दोपहर दो बजे तक इनकी रिपोर्ट आएगी। धरना स्थल से वीरवार को दोनों मोर्चों की तरफ से देश के सभी राजनीतिक दलों के राष्ट्रीय अध्यक्षों को चिट्ठी लिखी गई। जिस पर आमरण अनशन पर बैठे जगजीत सिंह डल्लेवाल के हस्ताक्षर हैं। किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़, काका सिंह कोटड़ा, बलदेव सिंह सिरसा ने संयुक्त रूप से पत्रकारों से बातचीत में कहा कि दोनों मोर्चों की तरफ से देश के सभी राजनीतिक दलों के राष्ट्रीय अध्यक्षों को चिट्ठी लिखी गई। जिस पर आमरण अनशन पर बैठे जगजीत सिंह डल्लेवाल के हस्ताक्षर है। कोहाड़ ने बताया कि डल्लेवाल ने ये भावना जताई थी कि तमाम देश के राजनीतिक दल अपना स्टेंड अपना मत क्लीयर कर सके कि वे एमएसपी गारंटी कानून के पक्ष में खड़े हैं या एमएससी गारंटी कानून के विरोध में खड़े हैं। ये चिट्ठी पोस्ट व डिजिटल माध्यम से दलों को भेजी जाएगी। यह चिट्ठी संयुक्त किसान मोर्च गैर राजनीतिक व किसान मजदूर मोर्चा की तरफ से लिखी गई है। चिट्ठी में लिखा गया है कि मैं जगजीत सिंह डल्लेवाल लगातार 45 दिनों से अनशन पर हूं और नाजुक हालत में हूं। हम 13 फरवरी 2024 से सडक़ों पर बैठे है।

इसलिए कर रहे आंदोलन

हमारी कोई नई मांगे नहीं है बल्कि अलग अलग सरकारें द्वारा किए गए वायदों को पूरा करवाने के लिए आंदोलनरत है। इन आंदोलनों में पुलिस कार्यवाही में एक किसान की गोली लगने से शहादत हो चुकी है। पांच किसानों की आंखों की रोशनी चली और 434 किसान घायल हो चुके है। पहले केवल किसान, खेतिहर मजदूर ही एमएसपी की मांग कर रहे थे लेकिन अब तो खेती को लेकर संसद की बनी स्थाई समिति ने भी एमएसपी कानून बनाने की सिफारिश की है, इससे सबको फायदा होगा। इसमें सर्वदलीय दलों के 31 सांसद शामिल है। चिट्ठी में लिखा गया है कि देश का किसान आज आत्महत्या करने को मजबूर हैं। सभी राजनीतिक दलों को आपसी मतभेद भुला कर इस मुद्दे पर एक होना चाहिए ताकि किसानों को मरने से बचाया जा सके। कोहाड़ ने बताया इसके अलावा 12 को हिसार, 13 को सोनीपत, 14 को कैथल, 14 को जींद, 15 को पानीपत से जिले से किसानों के बड़े जत्थे बॉर्डर पर पंहुचेंगे और मोर्चे को मजबूत करेंगे।

https://vartahr.com/kissan-andolan-l…s-of-the-country/ ‎

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *