Jind News
- ग्रामीणों के लिए कौतूहल का विषय बने, काम कर रहे मजदूर डर गए
- 10 से 12 कंकाल, हड्डियां और जबड़े भी मिले, अब इनकी जांच होगी
Jind News : जुलाना/जींद। जुलाना खंड के गांव देवरड़ में रविवार को उस समय हड़कंप मच गया जब मनरेगा के तहत तालाब की खुदाई कर रहे मजदूरों को तालाब में नरकंकाल और प्राचीन काल के मटके मिले। नर कंकालों को देखकर मजदूर डर गए। इन नरकंकालों की लंबाई करीब आठ फीट है। तालाब में करीब 10 से 12 कंकाल अब तक मिल चुके हैं। कंकालों की हालत को देखकर लगता है कि ये काफी पुराने हैं। हालांकि सारी स्थिति का खुलासा जांच के बाद ही होगा। दरअसल, गांव देवरड़ में मनरेगा के तहत तालाब की खुदाई का काम चल रहा था। मजदूरों को खुदाई के दौरान अचानक कुछ मटके दिखाई दिए। जब उन्हें और गहराई में खोदा गया तो वहां नर कंकाल भी बरामद हुए। ये कंकाल अब लोगों के बीच कौतूहल का विषय बने हुए हैं।
मानव शरीर के हर अंग की हड्डी मिली
मजदूरों ने मौके पर काम बंद कर दिया और सभी एक जगह पर जमा होकर मिट्टी से निकल रहीं हड्डियों को ही देखते रहे। थोड़ी देर में वहां हड्डियों का ढेर लग गया। उसमें मानव शरीर के हर अंग की हड्डियां थीं। इससे अंदाजा लगाया गया कि ये पूरे मानव कंकाल हैं। इनमें हाथ, पैर, छाती और खोपड़ी कि हड्डियां हैं। खुदाई में कुछ प्राचीन और टूटे-फूटे मटके भी मिले हैं। इन सभी चीजों को मजदूरों ने एक स्थान पर जमा कर दिया है। खुदाई में मानव जबड़े भी मिले हैं, जिनका साइज आम आदमी के जबड़े से काफी बड़ा है।
तालाब की जगह था कब्रिस्तान
देवरड़ गांव निवासी राममेहर ने बताया कि आजादी से पहले गांव में मुसलमान रहते थे। गांव के तालाब की जगह कब्रिस्तान होता था। तालाब में मिल रहे कंकाल कब्रिस्तान में दफनाए गए मुस्लिमों के हो सकते हैं। बुजुर्गों ने बताया कि आजादी के बाद भी इस जगह लोग आने से कतराते थे। समय बीतता गया और यहां पर तालाब बन गया।
दो माह से चल रहा है खुदाई का काम
मनरेगा एबीपीओ नेहा ने बताया कि तालाब की खुदाई का काम दो माह से चला हुआ है। रोजाना 50 से 60 मजदूर खुदाई का काम करते हैं। तालाब में कुछ मिला है तो मौके पर जाकर जांच की जाएगी। बीडीपीओ जुलाना प्रतीक जांगड़ा ने बताया कि खुदाई के दौरान कंकाल मिले हैं तो काम को रोक दिया है और मौके पर जाकर जांच करने के बाद ही काम दोबारा शुरू किया जाएगा।