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india-russia : आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ रूस, शिखर सम्मेलन में भाग लेने आएंगे पुतिन

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  • रूसी राष्ट्रपति ने पीएम मोदी का निमंत्रण स्वीकारा, दोनों नेताओं ने फोन पर की बात
  • पुतिन ने पहलगाम हमले की कड़े शब्दों में निंदा की
  • कहा, आतंक के सभी रूपों के खिलाफ भारत के साथ खड़ा रूस

india-russia : नई दिल्ली। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से फोन पर बात की और कहा कि रूस आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई का पूरा समर्थन करता है। पहलगाम आतंकवादी हमले के साजिशकर्ताओं को न्याय के कठघरे में लाया जाना चाहिए। रूसी दूतावास की ओर से जारी एक वक्तव्य में कहा गया कि पुतिन ने आतंकवादी हमले को ‘बर्बर’ करार दिया और दोनों नेताओं ने हर तरह के आतंकवाद के खिलाफ ‘बिना समझौता किए लड़ाई’ की आवश्यकता पर बल दिया। राष्ट्रपति पुतिन ने इस वर्ष भारत में आयोजित होने वाले वार्षिक भारत-रूस शिखर सम्मेलन के लिए प्रधानमंत्री का निमंत्रण स्वीकार कर लिया।

आतंकी हमले की कड़ी निंदा

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, ‘मोदी के साथ बातचीत में पुतिन ने पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की और निर्दोष लोगों की मौत पर गहरा दु:ख व्यक्त किया।’ पुतिन 22 अप्रैल के आतंकवादी हमले की सबसे पहले निंदा करने वाले विश्व नेताओं में शामिल हैं। इस हमले में 26 लोग मारे गए थे। पुतिन इस बात पर जोर दिया कि इस जघन्य हमले के दोषियों और उनके समर्थकों को न्याय के कठघरे में लाया जाना चाहिए।’

मोदी ने पुतिन को दी शुभकामनाएं

प्रधानमंत्री ने रूस के ‘विजय दिवस’ की 80वीं वर्षगांठ के अवसर पर रूसी राष्ट्रपति को शुभकामनाएं दीं और उन्हें इस वर्ष के अंत में भारत में होने वाले भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए आमंत्रित किया। मोदी और पुतिन के बीच फोन पर बातचीत रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर से बातचीत करने के कुछ दिन बाद हुई है।

हमले के साजिशकर्ताओं को न्याय के कटघरे में लाएंगे : जयशंकर

इस बातचीत के बाद जयशंकर ने हमले के ‘दोषियों, समर्थकों और साजिशकर्ताओं’ को न्याय के दायरे में लाने का भारत का संकल्प दोहराया। ® रूसी दूतावास के अनुसार, लावरोव ने 1972 के शिमला समझौते और 1999 के लाहौर घोषणापत्र के प्रावधानों के अनुरूप द्विपक्षीय आधार पर राजनीतिक एवं कूटनीतिक तरीकों से नयी दिल्ली और इस्लामाबाद के बीच मतभेदों को सुलझाने का आह्वान किया।

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