• Tue. May 13th, 2025

Controversy : कांग्रेस ने कई गलतियां कीं तब मैं नहीं था, जिम्मेदारी स्वीकारता हूं : राहुल

Controversy

  • कांग्रेस नेता बोले, 1980 के दशक में जो हुआ वह गलत था
  • अमेरिका की यूनिवसिर्टी के कार्यक्रम में राहुल ने दिया जवाब
  • भाजपा ने कहा, अब राहुल की अलोचना विदेश में भी होने लगी
  • सिख दंगों में 3000 से भी ज्यादा सिख मारे गए थे

Controversy : नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने वर्ष 1984 के सिख विरोधी दंगों को लेकर कहा है कि उनकी पार्टी ने अतीत में बहुत सी ‘गलतियां’ उस वक्त कीं जब वह पार्टी में नहीं थे, लेकिन पार्टी ने अपने इतिहास में जो कुछ भी गलत किया है, उसकी जिम्मेदारी वह सहर्ष स्वीकारते हैं। उनका यह भी कहना है कि अतीत में उन्होंने सार्वजनिक रूप से कहा है कि 1980 के दशक में जो हुआ वह गलत था। राहुल ने यह टिप्पणी 21 अप्रैल को अमेरिका में ब्राउन विश्वविद्यालय के ‘वॉटसन इंस्टीट्यूट फॉर इंटरनेशनल एंड पब्लिक अफेयर्स’ में एक संवाद सत्र के दौरान की थी। बातचीत का वीडियो शनिवार को वॉटसन इंस्टीट्यूट फॉर इंटरनेशनल एंड पब्लिक अफेयर्स के यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया गया था। इसके बाद यह वायरल हो गया।

सिख छात्र ने किया था सवाल

दरअसल, संवाद सत्र के दौरान एक सिख छात्र ने सवाल किया कि वह सिख समुदाय के साथ तालमेल बैठाने के लिए क्या प्रयास कर रहे हैं। उसने 1984 के सिख विरोधी दंगों का जिक्र किया। छात्र ने अमेरिका की पिछली यात्रा के दौरान राहुल गांधी की उस टिप्पणी का भी उल्लेख किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि वह जो लड़ाई लड़ रहे हैं, वह इस बात को लेकर है कि भारत में सिखों को पगड़ी पहनने की इजाजत होगी या नहीं। अपने जवाब में राहुल ने कहा, मुझे नहीं लगता कि कोई भी चीज़ सिखों को डराती है। मैंने जो बयान दिया था वह यह था कि क्या हम ऐसा भारत चाहते हैं जहां लोग अपने धर्म को व्यक्त करने में असहज हों? जहां तक कांग्रेस पार्टी की गलतियों का सवाल है, उनमें से कई गलतियां तब हुईं जब मैं वहां (पार्टी में) नहीं था, लेकिन कांग्रेस पार्टी ने अपने इतिहास में जो कुछ भी गलत किया है, उसकी जिम्मेदारी सहर्ष स्वीकारता हूं।

सिख समुदाय के साथ मेरे बहुत अच्छे संबंध

राहुल का कहना था, मैंने सार्वजनिक रूप से कहा है कि 80 के दशक में जो हुआ वह गलत था, मैं कई बार स्वर्ण मंदिर गया हूं, भारत में सिख समुदाय के साथ मेरे बहुत अच्छे संबंध हैं और उनके साथ प्रेमपूर्ण संबंध हैं।

दुनिया भर में उपहास किया जा रहा

बातचीत के वीडियो के इस हिस्से को टैग करते हुए, भाजपा के आईटी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने शनिवार को कहा, एक युवक राहुल गांधी से उनके सामने यह कहता है, उन्हें उस निराधार भय फैलाने की याद दिलाता है जो उन्होंने अपनी पिछली अमेरिका यात्रा के दौरान किया था। मालवीय ने कहा, यह काफी अभूतपूर्व है कि राहुल गांधी का अब न केवल भारत में, बल्कि दुनिया भर में उपहास किया जा रहा है। मालवीय ने कहा, भगवान राम कोई पौराणिक व्यक्ति नहीं हैं, वह भारत के मूल्यों, संस्कृति और आध्यात्मिक सार का प्रतीक हैं। वह उस मर्यादा, बलिदान और धार्मिक नेतृत्व का प्रतिनिधित्व करते हैं, जिसने हजारों वर्षों से हमारी सभ्यता को आकार दिया है। वह भारत की आत्मा हैं ।” मालवीय ने कहा, “राहुल गांधी और कांग्रेस को दुनिया भर के करोड़ों करोड़ों हिन्दुओं की आस्था का मजाक उड़ाना बंद करना चाहिए। उनके जैसे लोग और राजनीतिक दल आएंगे और जाएंगे, लेकिन भगवान राम हमेशा धर्म के शाश्वत प्रतीक और आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बने रहेंगे।

यह भी कहा था कांग्रेस नेता ने

राहुल गांधी ने कहा था, सभी महान राजनीतिक विचारक, समाज सुधारक, गुरु नानक, कर्नाटक में बसव, केरल में नारायण गुरु, फुले, गांधी, आंबेडकर को आप एक धारा देखते हैं। इनमें से कोई भी कट्टर नहीं है। इनमें से कोई भी व्यक्ति यह नहीं कह रहा था – ‘हम लोगों को मारना चाहते हैं, हम लोगों को अलग-थलग करना चाहते हैं, हम लोगों को कुचलना चाहते हैं, चीजों को एक विशेष तरीके से किया जाना चाहिए’। ये सभी लोग, किसकी आवाज हैं? हमारे संविधान में अनिवार्य रूप से वही बात कही गई है, जो सबको साथ लेकर चलती है- सत्य और अहिंसा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *