Weather
- यमुनानगर, कुरुक्षेत्र और पंचकूला में 6 घंटे तक हुई बरसात
- पानीपत, करनाल, सोनीपत, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी, जींद व रोहतक में बादल छाए
- मौसम विभाग का दावा, आज से कड़ाके की ठंड का तीसरा दौर शुरू होगा
- लगातार गिर रहा पारा, अब 20 दिन तक शीतलहर चलने की संभावना
- सिरसा में आसमानी बिजली गिरने से एक मकान क्षतिग्रस्त
Weather : फतेहाबाद। प्रदेश के तीन जिलों यमुनानगर, कुरुक्षेत्र और पंचकूला में रविवार को करीब 6 घंटे तक बारिश हुई। वहीं, कई जिलों में कोहरा और बादल छाए रहे। इसके कारण लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। भीषण ठंड के कारण लोग घरों में ही दुबके रहे। शीतलहर ने पूरा दिन लोगों को खूब कंपकंपाया। रविवार को पौष मास में सावन सी झड़ी का अहसास हुआ। हालांकि इस समय आसमान से बरसा पानी किसानों के लिए अमृत के समान है। बादलवाई से तापमान में 2 डिग्री ओर गिरावट दर्ज की गई। शनिवार को न्यूनतम तापमान जहां 9 डिग्री सेल्सियस था, जो रविवार को 7 डिग्री सेल्सियस पर आ गया। इसके अलावा, सिरसा में आसमानी बिजली गिरने से एक मकान क्षतिग्रस्त हो गया। मकान की मुंडेर टूटकर बगल के प्लॉट में जा गिरी और दीवार का एक बड़ा हिस्सा भी टूट गया। घर की पूरी वायरिंग भी जल गई। बिजली पड़ोस के घर पर भी गिरी थी, लेकिन वहां कोई नुकसान नहीं हुआ।
इन जिलों में अलर्ट
मौसम विभाग ने सोमवार को भी 11 जिलों में कोल्ड डे का ओरेंज अलर्ट जारी किया था। इनमें सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, कैथल, जींद, करनाल, कुरुक्षेत्र, पानीपत, रोहतक, सोनीपत, अंबाला शामिल हैं। इसके अलावा इन जिलों में रात व अलसुबह घना कोहरा भी पड़ सकता है।
अब 20 दिन शीतलर चलेगी
हिसार स्थित हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान के विभागाध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ ने बताया कि 13 जनवरी से तेज ठंड का तीसरा दौर शुरू होगा। इस महीने 20 दिन तक शीतलहर चलेगी। 13 जनवरी से तापमान में और गिरावट आएगी। पिछली 4 रात से पारा काफी नीचे लुढक़ा है। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, लद्दाख में बर्फ पिघलने से ठंड का असर बढ़ेगा, वहीं, हवा की रफ्तार भी बढ़ेगी।
गेहूं-सरसों के लिए लाभदायक है बारिश
कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि यह बारिश और ठंडा मौसम गेहूं, सरसों समेत सभी फसलों के लिए लाभदायक है। बारिश रुक-रुक कर हो रही है, यह और भी अच्छा है। इससे फसल की पैदावार अच्छी होगी। सरसों की फलियां बन रही हैं, वह अच्छी बनेगी, क्योंकि इस समय बारिश की जरूरत थी। गेहूं में भी बालियां निकलने का समय है। हल्की बारिश से पूरे प्रदेश में गेहूं का उत्पादन भी बढ़ेगा।
बुजुर्गों-बच्चों का रखें ध्यान
लगातार बढ़ती ठंड को देखते हुए मौसम विभाग ने लोगों को अतिरिक्त सावधानी बरतने को कहा है। डॉक्टरों का भी कहना है कि इस दौरान बुजुर्ग व्यक्तियों एवं नवजात शिशुओं का इस मौसम में विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए। उन्हें घर से बाहर जाने की स्थिति में अपने पैर, सिर और कानों को अच्छी तरह से ढक कर निकलें। ज्यादा समय तक ठंड में रहने से फ्लू, नाक बहना या बंद नाक जैसी समस्या हो सकती है। इसके लिए तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
पशुओं की देखभाल का विशेष ध्यान रखें
पशुपालन विभाग के उपनिदेशक का कहना है कि सर्दियों में पशुओं के खाने पर विशेष ध्यान रखना चाहिए। सर्दियों में ठंडा पानी होने से पशु कम पानी पीते हैं, इससे उनमें पानी की कमी हो जाती है। इससे दूध में गिरावट हो सकती है। पशुओं को गुनगुना पानी देना चाहिए। सर्दियों में पशुओं के शारीरिक रखरखाव के लिए राशन में सामान्य से 0.8 प्रतिशत अतिरिक्त ऊर्जा से भरपूर खाना देना चाहिए। पशुओं के दूध में फैट बढ़ाने के लिए चारे में करीब 17 प्रतिशत फाइबर (हरा व सुखा चारा) शामिल करें। संतुलित आहर के लिए 40 से 45 प्रतिशत खल, 30 से 35 प्रतिशत चोकर, 2 प्रतिशत खनिज और एक प्रतिशत सामान्य नमक देना चाहिए।
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