Pahalgam Attack
- मुख्यमंत्री सैनी ने अचानक हाई लेवल मीटिंग बुलाई
- पुलिस को सात जिलों पर कड़ी नजर रखने के आदेश
- हरियाणा में छिपे सभी पाकिस्तानियों की पहचान की जाएगी
- सभी को यहां से निकालकर पाकिस्तानी कैंपों में भेजा जाएगा
- हिसार में पाक परिवार पकड़ा, सभी 15 सदस्यों दिल्ली पाक कैंप भेजा
- वीजा खत्म होने के बाद भी यहीं रह रहे थे
Pahalgam Attack : चंडीगढ़। पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले के बाद पूरे देश में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। केंद्र सरकार लगातार कड़े फैसले ले रही है। शुक्रवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को फोन कर यह सुनिश्चित करने को कहा कि कोई भी पाकिस्तानी नागरिक भारत छोड़ने के लिए निर्धारित समय सीमा से अधिक देश में न रहे। शाह के निर्देशाें के बाद बाद हरियाणा के सीएम नायब सैनी ने भी अधिकारियों की हाईलेवल मीटिंग बुलाई। मीटिंग में सीएम ने सुरक्षा को लेकर की गई व्यवस्थाओं की जानकारी ली। साथ ही पाकिस्तानी नागरिकों को वापस भेजने के लिए पुलिस और सीआईडी को प्लानिंग बनाने के निर्देश दिए और कहा कि पाकिस्तानियों को पहचानों और उन्हें वापस भेजो। प्रदेश के सात जिलों को हाईअलर्ट पर रखा गया है। इन जिलों में गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल, झज्जर, यमुनानगर और जींद शामिल हैं। वहीं, नूंह को अति संवेदनशील जिला घोषित किया गया है। 2023 में नूंह में बृजमंडल यात्रा के दौरान हुए उपद्रव के बाद हिंसक घटनाएं हो चुकी हैं। दूसरी तरफ हिसार में एक पाकिस्तानी परिवार को पकड़कर दिल्ली पाकिस्तानी कैंप भेजा गया है। बता दें कि भारत ने बृहस्पतिवार को पाक नागरिकों को जारी किए गए सभी वीजा 27 अप्रैल के प्रभाव से रद करने की घोषणा की और पाकिस्तान में रहने वाले भारतीय नागरिकों को जल्द से जल्द घर लौटने की सलाह दी। मेडिकल वीजा भी 29 अप्रैल से अमान्य हो जाएंगे।
असामाजिक तत्वों पर कड़ी नजर
माहौल बिगाड़ने वाले असामाजिक तत्वों पर कड़ी नजर रखने और शांत भंग करने वालों पर तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए। जिला स्तर पर गश्त बढ़ाने, सोशल मीडिया पर गलत सूचना फैलाने वालों पर नजर और संवेदनशील क्षेत्रों पर निगरानी बनाए रखने को कहा। साथ ही राज्य की यूनिवर्सिटीज और कॉलेजों में पढ़ रहे कश्मीरी स्टूडेंट्स की सुरक्षा सुनिश्चित करने के आदेश दिए।
मुख्य सचिव ने भी की बैठक
चीफ सेक्रेटरी अनुराग रस्तोगी ने शुक्रवार की दोपहर में इमरजेंसी मीटिंग की। जिसमें किसी भी तरह के दंगे रोकने और लॉ एंड ऑर्डर बनाने को लेकर चर्चा की गई। इसमें 6 जिलों को संवेदनशील और एक जिले नूंह को अति संवेदनशील मानते हुए अलर्ट रहने को कहा गया। इस मीटिंग में होम सेक्रेटरी डॉ सुमिता मिश्रा, पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) शत्रुजीत कपूर मौजूद रहे। इसके अलावा सभी डिविजनल कमिश्नर, आईजीपी-एडीजीपी, पूरे प्रदेश के डिप्टी कमिश्नर और पुलिस अधीक्षक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस मीटिंग में जुड़े।
सोशल मीडिया पर निगरानी रखें
गृह विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा ने सुरक्षा तंत्र को मजबूत करने के उद्देश्य से कई निर्देश जारी किए। उन्होंने जिला प्रशासन से गश्त बढ़ाने, स्थानीय खुफिया जानकारी जुटाने के तंत्र को दुरुस्त करने और संभावित संवेदनशील क्षेत्रों पर निरंतर निगरानी बनाए रखने का आह्वान किया। डॉ. मिश्रा ने विशेष रूप से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की निगरानी पर बल देते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि गलत सूचना फैलाने वाले या सांप्रदायिक माहौल को खराब करने का प्रयास करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।