Operation Sindoor
- ऑपरेशन सिंदूर के बाद तीनों देशों ने दिया था पाकिस्तान का साथ
- जेएनयू ने तुर्किये की इनोनू यूनिवर्सिटी से करार तोड़ा, कहा- हम देश के साथ
- भारतीय व्यापारी तुर्किये से सेब और अन्य फलों का आयात नहीं करेंगे
- मार्बल कारोबारी भी तुर्किये और अजबैजान के साथ नहीं करेंगे व्यापार
- मेकमाईट्रिप ने कहा, तुर्किये, अजरबैजान के लिए बुकिंग 60% गिरी
- चीन और तुर्किये के सरकारी चैनल के एक्स अकाउंट भारत में 5 घंटे बंद रहे
- तीनों देशों के खिलाफ एकजुट हो रहे भारतीय
Operation Sindoor : नई दिल्ली/जयपुर। पाकिस्तान के खिलाफ भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाक को ड्रोन भेजकर उसकी मदद करने वाले तुर्किए समर्थन करने वाले अजरबैजान और चीन को भारत ने झटका देने की तैयारी शुरूू कर दी है। इन तीनों देशों के खिलाफ भारतीय एकजुट होने लगे हैं। सैकड़ों भारतीय यात्रियों भारत के साथ संघर्ष में पाकिस्तान का समर्थन करने के बाद तुर्की और अजरबैजान की ट्रैवल बुकिंग रद कर दी हैं। वहीं, दिल्ली की जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी(जेएनयू) ने तुर्किये की इनोनू यूनिवर्सिटी के साथ करार (एमओयू) रद कर दिया है। जेएनयू ने कहा कि वह देश के साथ है। इसलिए यह कदम उठाया है। वहीं, फल और मार्बल व्यापारियों ने भी तुर्किए से सेब, अन्य फलों और मार्बल का आयात करने से इनकार कर दिया है। इससे तुर्किए को बड़ा झटका लगेगा। वहीं, भारत ने चीनी सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स, शिन्हुआ और तुर्किये के सरकारी मीडिया टीआरटी वर्ल्ड के एक्स अकाउंट पर से बैन हटा लिया। दोनों अकाउंट सिर्फ 5 घंटे ब्लॉक रहे। इन पर भारत विरोधी प्रोपेगैंडा चलाने और सेना के बारे में गलत खबरें फैलाने का आरोप था।
सोशल मीडिया पर बहिष्कार का ऐलान
सोशल मीडिया पर तुर्किये और अजरबैजान की यात्रा के बहिष्कार के आह्वान के बीच यात्रा मंच मेकमाईट्रिप ने बुधवार को कहा कि एक सप्ताह में दोनों देशों के लिए बुकिंग में 60 प्रतिशत की गिरावट आई है, जबकि रद्दीकरण में 250 प्रतिशत यानी ढाई गुना की वृद्धि हुई है। ट्रैवल इंडस्ट्रीज के मुताबिक, तुर्की, अजरबैजान और चीन के लिए 22% बुकिंग रद कर दी गई हैं। आने वाले दिनों में यह आंकड़ा और बढ़ सकता है।
तुर्किये के सेब नहीं बेचेंगे भारतीय
भारतीय व्यापारियों ने तुर्किये से सेब के आयात से इनकार कर दिया है। व्यापारियों का कहना है कि तुर्किये, पाकिस्तान को ड्रोन भेजता है। इन्हीं ड्रोन्स से पाकिस्तान ने भारत पर हमला किया। अब हम तुर्किये के सेब नहीं बेचेंगे। एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत तुर्किये से सालाना 1200 करोड़ रुपये का सामान आयात करता है। इसमें सेब की बड़ी मात्रा शामिल हैं।
भारत की आलोचना की थी
तुर्किये और अजरबैजान दोनों देशों ने पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ठिकानों पर भारत के हमले की आलोचना की थी। वहीं, चीन ने भी भारत का समर्थन किया था। इसके बाद से सोशल मीडिया पर तीनों देशों के बहिष्कार की मांग उठ रही है।