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Mokpol : कंबोज के आवेदन पर ईवीएम और वीवीपैट का हुआ मिलान

ईवीएम व वीवीपैट के मिलान कार्य के चलते लघुसचिवालय के बाहर तैनात पुलिस कर्मचारी।ईवीएम व वीवीपैट के मिलान कार्य के चलते लघुसचिवालय के बाहर तैनात पुलिस कर्मचारी।

Mokpol

  • कांग्रेस नेता ने प्रक्रिया पर जताई आपत्ति
  • कहा, जिला निर्वाचन अधिकारी नियमों पालन नहीं कर रहे
  • 4 लाख फीस दी, मॉक पॉल पर खानापूर्ति कर रहा आयोग

Mokpol : सिरसा। रानियां विधानसभा क्षेत्र के 9 बूथों पर कांग्रेस प्रत्याशी के गड़बड़ी के आरोपों पर गुरुवार को चुनाव कार्यालय ने ईवीएम व वीवीपैट का मिलान कार्य किया। मौके पर जिला निर्वाचन अधिकारी शांतनु शर्मा, चुनाव तहसीलदार, रानियां के विधायक अर्जुन चौटाला, कांग्रेस उम्मीदवार सर्वमित्र कंबोज भी मौजूद रहे। लेकिन कांग्रेस नेता ने एक ईवीएम का मॉक पोल होते ही पूरी प्रक्रिया को रुकवा दिया। उन्होंने कहा कि यह प् सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन और चुनाव आयोग के नियमों के अनुसार नहीं की जा रही है। इसके बाद सर्व मित्र कांबोज केंद्र से बाहर निकले और मीडिया के सामने आए और कहा कि चुनाव आयोग द्वारा यह पूरी तरह से पक्षपातपूर्ण तरीके से किया जा रहा है। हम अब हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। रानियां विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी सर्वमित्र कंबोज ने चुनाव आयोग को 9 बूथों पर मतगणना में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए पुन: गिनती की मांग की थी। रानियां विधानसभा चुनाव में इनेलो उम्मीदवार अर्जुन चौटाला को 43,914 वोट मिले थे और वो पहले नंबर पर रहे थे। अर्जुन चौटाला अब रानियां के विधायक हैं। दूसरे नंबर पर कांग्रेस के उम्मीदवार सर्व मित्र थे। सर्व मित्र को 39,723 वोट मिले थे।

मॉक पोल सरासर गलत दिखाया

इस मौके पर सर्व मित्र ईवीएम से मॉक पोल दिखाया गया जो सरासर गलत है। सर्व मित्र का कहना है कि अगर उसको मॉक पोल ही दिखाना था तो पहले ही बता देते मैं अपना पैसा और समय बर्बाद नहीं करता। सर्व मित्र का कहना है कि ईवीएम की चेकिंग और वेरिफिकेशन को लेकर उसकी कोई सुनवाई नहीं की गई उसको गुमराह किया गया है जिसकी शिकायत अब वो पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। इसके साथ ही सर्वमित्र का आरोप है कि चुनाव आयोग ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश की भी पालना नहीं की है।

ईवीएम की जांच की गई

चुनाव कानूनगो देवेंद्र कुमार ने बताया कि कांग्रेस उम्मीदवार सर्वमित्र की और से शिकायत दी गई थी जिस पर अब ईवीएम की जांच की गई। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग के दिशानिर्देशों के अनुसार ईवीएम का पुराना डाटा डिलीट किया जाता है और उसके बाद वोट डलवाए जाते हैं। इसी के आधार पर ही जिला चुनाव विभाग ने प्रोसेस को शुरू किया लेकिन उम्मीदवार सर्व मित्र ने इस प्रक्रिया को लेकर असहमति जताई।

https://vartahr.com/mokpol-evm-and-v…bojs-application/

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