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Haryana :  जल संरक्षण को बनेंगे 2200 नए तालाब, नहीं रहेगी पानी की कमी 

Byadmin

Mar 30, 2025

Haryana

  • – सीएम सैनी ने पीएम के मन की बात कार्यक्रम के दौरान किया ऐलान
  • – अब तक 2000 तालाब बनने का कार्य हो चुका पूरा
  • – प्रदेश में जल संकट होगा दूर, लोगों को मिलेगी राहत
  • -सरसों और सूरजमुखी की फसल उगाने वाले किसानों को कुरुक्षेत्र और रेवाड़ी में बड़ी ऑयल मिल प्रोजेक्ट लगेंगे

Haryana :  कुरुक्षेत्र। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने रविवार को कहा कि प्रदेश में सरसों और सूरजमुखी का उत्पादन करने वाले लाखों किसानों को बड़ी सौगात देने की तैयारी सरकार द्वारा की जा रही है। वहीं, जल संरक्षण के लिए 2200 तालाबों का निर्माण करवाया जा रहा है। इनमें से 2000 तालाब बनकर तैयार हो चुके हैं, जबकि 2200 नए तालाब भी जल्द बनाए जाएंगे। इससे प्रदेश में पानी कमी दूर होगी और बारिश के पानी का भी संरक्षण किया जा सकेगा। सीएम ने कुरुक्षेत्र में पीएम नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम के दौरान यह घाेषणा की। सीएम ने कहा कि सरकार कुरुक्षेत्र में सूरजमुखी की बड़ी ऑयल मिल और रेवाड़ी में सरसों की फसल के लिए एशिया की सबसे बड़ी ऑयल मिल लगाने की परियोजना तैयार कर रही है। इस परियोजना को जल्द ही अमलीजामा पहना दिया जाएगा। इस परियोजना से लाखों किसानों को फायदा होगा।

सभी फसलें एमएसपी पर खरीद रहे

इन सभी किसानों की फसल एमएसपी पर खरीदना सुनिश्चित किया जाएगा। हरियाणा देश का पहला राज्य है जहां किसानों की सभी फसलें एमएसपी पर खरीदी जा रही हैं। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी रविवार गांव समानी में ग्राम पंचायत की तरफ से मन की बात कार्यक्रम को लेकर आयोजित भव्य समारोह में बोल रहे थे।

प्रदेश में पानी की नहीं रहेगी कमी

सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने 11 बिलियन पानी एकत्रित करने की बात कही है और कैच दॉ रेन योजना के तहत तालाब बनाने के लिए कहा है। प्रदेश में 2,000 तालाब बनाने का काम पूरा कर लिया है। आने वाले समय में 2200 नए तालाब बनाए जाएंगे। किसानों से अपील की जा रही है कि किसानों से खेतों में और ग्राम पंचायत पंचायती भूमि में बरसात का पानी एकत्रित करे और पानी का संरक्षण किया जा सके और प्रदेश डार्क जोन की स्थिति से बाहर आ सके।

86 जोन को डार्क जोन से बाहर करेंगे

दक्षिण हरियाणा के लोग ज्यादा फसल की पैदावार ले रहे हैं। इसी तर्ज पर प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में भी किसानों को टपका सिंचाई प्रणाली को अपनाना चाहिए और अटल भूजल योजना के तहत तालाब बनाकर पानी का संरक्षण करना चाहिए। प्रदेश सरकार ने केंद्रीय जल शक्ति मंत्री के समक्ष 86 जोन को डार्क जोन से बाहर निकालने के लिए अटल भूजल योजना के तहत तालाब बनाने का प्रस्ताव रखा है और केंद्रीय जल मंत्री ने इस प्रस्ताव की अनुमति भी दे दी है।

https://vartahr.com/haryana-2200-new…hortage-of-water/

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