Faridabad
- देसी-परदेसी कलाकार दिखाएंगे प्रतिभा
- सूफी गायक सतिन्द्र सरताज से लेकर कवि सुरेंद्र शर्मा लगाएंगे तडका
- पहली बार चार स्टेजों पर होंगे आयोजन, तीन स्टेज सांस्कृतिक तो एक स्टेज पर होंगी शैक्षणिक स्पर्धाएं
- पांरपरिक खेलों के लिए महास्टेज के पास सजेगा दंगल
Faridabad : चंडीगढ़। अरावली की तलहटी में बसे सूरजकुंड के अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेले के 38वें संस्करण में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और कला का डबल धमाल मचने जा रहा हैं। ठीक एक सप्ताह बाद शुरू होने जा रहे दुनिया के सबसे बडे शिल्प मेला में मेजबान हरियाणा, थीम स्टेट मध्य प्रदेश, उडीसा, बिम्सटेक देशों के साथ-साथ 8 पूर्वोत्तर राज्यों के हजारों कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन कर दर्शकों को आनंदित करेंगे। बडे कलाकारों की परफार्मेंस के लिए इस बार महास्टेज तैयार की गई है, जहां राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना चुके कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देंगे। 38वां सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेला इस बार खान-पान ही नहीं, बल्कि कलाकारों की प्रस्तुतियों के हिसाब से भी खास होने जा रहा है। लगातार मेले की तैयारियों पर नजर बनाए हुए विरासत एवं पर्यटन मंत्री डाॅ अरविंद शर्मा ने इसका खुलासा करते हुए बताया कि सूरजकुंड मेला में अब तक तीन स्टेज होती थी, जिसमें दो पर ही कलाकारों की निरंतर सांस्कृतिक प्रस्तुतियां होती थी। लेकिन इस बार न केवल नई स्टेज शुरू की गई है, बल्कि पांच वर्षों से बंद एक स्टेज को भी दुबारा से शुरू किया गया है।
7 से 23 फरवरी तक कार्यक्रम
कैबिनेट मंत्री डाॅ अरविंद शर्मा ने बताया कि वीआईपी गेट के पास स्थित चौपाल-1 पर 38वां सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेले का उद्घाटन व समापन समारोह आयोजित किया जाएगा। 800 से 1000 क्षमता वाली इस स्टेज पर 7 फरवरी से लेकर 23 फरवरी तक दिनभर कार्यक्रम रहेंगे, जिसमें थीम स्टेट मध्य प्रदेश व उडीसा, मेजबान हरियाणा, बिम्सटेक देश बांग्लादेश, भूटान, म्यान्मार, नेपाल, थाईलैंड और श्रीलंका, सांस्कृतिक भागीदार पूर्वोत्तर राज्य असम, अरूणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, त्रिपुरा व सिक्किम के कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देंगे। इसी मंच पर उत्तर क्षेत्रीय सांस्कृतिक परिषद के माध्यम से विशिष्ट कलाकार भी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे।
पारंपरिक कलाओं की प्रस्तुती
पर्यटन मंत्री डाॅ अरविंद शर्मा ने बताया कि चौपाल-2 पर कला एवं सांस्कृतिक विभाग हरियाणा की तरफ से प्रादेशिक व पारंपरिक कलाओं पर आधारित प्रस्तुतियों का दिनभर आयोजन किया जाएगा, ताकि आमजन हरियाणा की संस्कृति व कला से जुड सकें। सूरजकुंड मेला के 37वें संस्करण में दिल्ली गेट के पास 4000 लोगों की क्षमता वाली महास्टेज को शुरू किया गया था, जिसमें पिछली बार एक कार्यक्रम हुआ था। लेकिन इस बार इस स्टेज हर शाम बडे कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
सूरजकुंड मेला उद्घाटन
महास्टेज पर 7 फरवरी को सूरजकुंड मेला उद्घाटन के बाद पहली शाम को सूफी गायक सतिंदर सरताज अपनी प्रस्तुति देंगे। जबकि, 14 फरवरी को केएमसीसी सूफी ग्रुप, 15 फरवरी को पंजाबी गायक गुरताज, 16 फरवरी को बालीवुड गायक विपुल मेहता महास्टेज पर अपनी प्रस्तुति देंगे, जबकि चौपाल 3 पर 13 फरवरी को प्रख्यात कवि सुरेंद्र शर्मा की चार लाइन आमजन का मनोरंजन करेंगी। 20 फरवरी को बिम्सटेक देशों के कलाकार, 21 फरवरी को प्रख्यात भरत नाट्यम कलाकार प्रिया वैंकटरमन व 17 फरवरी को थीम स्टेट उडीसा के कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगी।
बच्चे दिखाएंगे प्रतिभा
चौथी स्टेज नाट्यशाला पर इस बार दिनभर बच्चों की प्रतियोगिताएं व सांस्कृतिक कार्यक्रम किए जाएंगे। इस स्टेज पर विद्यार्थियों के लिए तीन आयु वर्गों में विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा, जिसमें ग्रुप डांस, स्किट, लेखन, फोटोग्राफी, क्विज, मेहंदी, कोलाॅज इत्यादि 13 स्पर्धाओं का अलग-अलग दिन आयोजन किया जाएगा। इनमें भागीदारी के लिए विद्यार्थियों को पहले पंजीकरण करवाना होगा। उन्होंने बताया कि महास्टेज के पास ही दंगल सजेगा, जहां शनिवार, रविवार को छोडकर अन्य दिनों में दंगल, खो-खो व रस्सा-कसी खेलों का आयोजन किया जाएगा।
https://vartahr.com/faridabad-the-38…haryanvi-culture/