Election
- हरियाणा में बदल सकती है चुनाव की तारिख, चुनाव आयोग कर रहा विचार
- राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बड़ौली और अभय के ज्ञापन को मुख्य चुनाव आयुक्त के पास भेजा
- अब मुख्य चुनाव आयुक्त को लेना है इस मामले में फैसला
Election : चंडीगढ़। हरियाणा में चुनावों की तारीखों में बदलाव की प्रबल संभावनाएं हैं। सत्ताधारी पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली, इनेला महासचिव अभय चौटाला और अन्य दलों, बिश्नोई समाज की ओर से ज्ञापन जाने के बाद में इस पर विचार संभव है। इतना ही नहीं अगर आयोग ने बात मान ली और बदलाव वाली बात हुई तो चुनाव 7 या फिर आठ अक्तूबर को हो सकते हैं। प्रदेश चुनाव अधिकारी सीईओ पंकज अग्रवाल ने पूरा मामला देश के चुनाव आयुक्त को भेजा है, जिस पर विचार चल रहा है। बता दें कि भारतीय जनता पार्टी प्रदेशाध्यक्ष मोहनलाल बडौली, इनेलो विधायक अभय सिंह चौटाला अन्य नेताओं ने चुनाव की तारीख बदलने की मांग की है। इस संबंध में लिखित में भी भेजा गया है। इस तरह के आवेदन मिल जाने के बाद में देश का चुनाव आयोग इस पर विचार कर रहा है।
मंगलवार को घोषणा की उम्मीद
मंगलवार को चुनाव आयोग की ओर से औपचारिक घोषणा की जा सकती है। चुनाव आयोग के संभावित निर्णय का सभी राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों के चुनावी रणनीतियों पर बड़ा प्रभाव पड़ सकता है, इसके बाद में सभी की नजरें मंगलवार को होने वाली घोषणा पर टिकी हैं, जिसमें यह साफ हो सकेगा कि हरियाणा के मतदाता किस दिन अपना वोट डालेंगे।भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने तर्क दिया है कि एक अक्तूबर के आसपास वीकेंड और छुट्टियां हैं। इस कारण लोग बाहर घूमने जा सकते हैं, जिसका असर मतदान प्रतिशत पर पड़ सकता है। साथ ही यह भी कहा है कि अगली तारीख निर्धारित करते समय यह ध्यान रखा जाए कि मतदान की तिथि से एक दिन पहले और मतदान के अगले दिन अवकाश न हो। ऐसा होने से ज्यादा से ज्यादा लोग मतदान में हिस्सा ले सकेंगे।
यह कहा था भाजपा अध्यक्ष ने
बड़ौली ने बताया है कि 28 और 29 को शनिवार व रविवार है। एक अक्तूबर को मतदान होने की वजह से छुट्टी है। दो अक्तूबर को गांधी जयंती और तीन को अग्रसेन जयंती है। 30 की छुट्टी लेकर छह दिन का लंबा वीकेंड पड़ रहा है। ऐसे में लोग छुटि्टयां मनाने प्रदेश के बाहर जा सकते हैं, जिससे मतदान प्रतिशत प्रभावित हो सकता है।
चुनाव अधिकारी बोले मिला है, बडौली का पत्र
मुख्य चुनाव अधिकारी पंकज अग्रवाल ने बताया, उन्हें भाजपा का पत्र मिला है, जिस पर उपयुक्त फैसला लेने के लिए इसे निर्वाचन आयोग को भेज दिया गया है। लोकसभा चुनाव में गर्मी की वजह से मतदान फीसदी कम रहा था, इससे पहले लोकसभा चुनाव में गर्मी की वजह से मतदान प्रतिशत में करीब पांच फीसदी की गिरावट आई थी। 25 मई को भीषण गर्मी थी और लोग घरों से मतदान के लिए नहीं निकले। 2019 में करीब 70 फीसदी मतदान हुआ था, जबकि बीते मई को 65 फीसदी मतदान दर्ज किया था।
अवकाश के कारण मतदान फीसदी कम रहने की आशंका : नायब सैनी
सीएम हरियाणा नायब सिंह सैनी ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष ने इस बात की चिंता की है कि लगातार छुट्टियां है। पहले शनिवार और रविवार है इसके बाद फिर दो अक्तूबर है। एक तारीख को चुनाव की और दो अक्तूबर को गांधी जी की जयंती की छुट्टी है। लगातार चार-पांच छुट्टी है। कहीं ऐसा ना हो की वोटिंग कम हो जाए। आयोग को जो हमारे अध्यक्ष ने पत्र लिखकर भेजा है। मैं चाहुंगा की सभी दलों से बात करके इसपर का किया जाए। ताकी वोट प्रतिशत ज्यादा हो। ये लोकतंत्र के लिए अच्छा है।
पंजाब विधानसभा चुनाव की तारीख बदली गई थी
चुनाव आयोग इससे पहले भी तारीख में बदलाव कर चुका है। साल 2022 में पंजाब विधानसभा चुनाव की तारीख 14 फरवरी निर्धारित की गई थी। इसके दो दिन बाद रविदास जयंती थी। पंजाब के काफी लोग रविदास जयंती मनाने उत्तर प्रदेश के वाराणसी जाते हैं। पंजाब में चुनाव आयोग ने मतदान की तारीख में परिवर्तन कर दिया था।
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