Chhattisgarh
- एक झटके में खत्म हो गया पूरा परिवार, कारण स्पष्ट नहीं
- आत्महत्या के कारण का पता लगाने में जुटी कोतवाली पुलिस
- छत्तीसगढ़ से दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है
- कांग्रेस नेता ने पत्नी और दो बेटों के साथ जहर खा लिया
- बड़े बेटे की तुरंत मौत हो गई, जबकि कांग्रेस नेता, उनकी पत्नी और छोटे बेटे की अस्पताल में मौत

Chhattisgarh : जांजगीर-चांपा। जांजगीर के वार्ड नंबर-10 बोंगापारा में रहने वाले 65 वर्षीय पंचराम यादव कांग्रेस के नेता थे। वे नगरपालिका में ठेकेदारी का काम करते थे। शुक्रवार 30 अगस्त को उन्होंने अपने घर पर ही पत्नी 55 वर्षीय दिनेश नंदनी, पुत्र 32 वर्षीय नीरज यादव और 27 वर्षीय सूरज यादव के साथ कीटनाशक दवा पी ली। पड़ोसियों ने चारों को जिला चिकित्सालय जांजगीर पहुंचाया। जिला अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद सभी की गंभीर हालत को देखते हुए सिम्स बिलासपुर रिफर कर दिया गया। बिलासपुर में इलाज के दौरान पंचराम के बड़े बेटे नीरज यादव ने 31 अगस्त की शाम दम तोड़ दिया। इधर 1 सितंबर की सुबह तक एक-एक कर पंचराम, दिनेश नंदनी और सूरज की भी मौत हो गई। आत्महत्या का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है। बताया जा रहा है कि पंचराम ने कुछ कर्ज ले रखा था और परिवार की माली हालत खराब चल रही थी। हालांकि पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। एक परिवार से चार लोगों की मौत जानकारी मिलने पर एसपी विवेक शुक्ला घटनास्थल पर पहुंचे। एसपी ने घटना स्थल का निरीक्षण किया। फारेसिंक टीम की मदद से कोतवाली पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। पूरे परिवार ने एक साथ आत्महत्या का कदम क्यों उठाया, ये सवाल सभी के मन में उठ रहा है। हालांकि घर से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, वहीं परिवार के सभी सदस्यों की मौत हो गई है। ऐसे में आत्महत्या के कारण का अभी खुलासा नहीं हो सका है।
राजू ने अंतिम संस्कार कर निभाया बेटे का फर्ज
पंचराम के दो बेटे सूरज और नीरज थे, लेकिन उसने अपने भतीजे राजू को भी बेटे की तरह पाला था। राजू छोटी उम्र से ही पंचराम के साथ उसके घर में रहता था। पंचराम ने न केवल राजू को पढ़ाया लिखाया बल्कि बेटे की तरह धूमधाम से शादी भी कराई। शादी के बाद राजू अपनी पत्नी और परिवार के साथ रहता था। जब पंचराम के साथ उसके दोनों बेटों की भी मौत हो गई तब राजू ने बेटे का फर्ज निभाया। राजू ने ही पंचराम समेत चारों को मुख़ागनी देकर अंतिम संस्कार किया।
सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में थी अच्छी पहचान
पंचराम ने कांग्रेस नेता और सामाजिक कार्यकर्ता के रूप मे अच्छी पहचान बना ली थी। वह नगर पालिका में ठेकेदारी का काम करता था और अपने दोनों बेटों के साथ फेब्रिकेशन की दुकान चलाता था। वहीं धार्मिक आस्था रखने वाली उनकी पत्नी और दोनों बेटों ने भी अपने मोहल्ले मे अच्छी छवि बनाई थी।
बेटी को भी कुछ समझ नहीं आ रहा
कांग्रेसी नेता के परिवार सहित आत्महत्या करने के मामले में कारण अब तक स्पष्ट नहीं हो सका है। मौके से कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला है और परिवार के सभी सदस्यों की मौत हो गई है। पंचराम के परिवार में अब केवल उसकी बेटी नीतू ही बच गई है। नीतू की 4 साल पहले मुड़पार शिवरीनारायण में सादी हुई थी। अब अपने माता पिता और दोनों भाई की मौत से नीतू का रो रोकर बुरा हाल है। नीतू को भी इतनी बड़ी घटना का कारण समझ नहीं आ रहा है। स्थानीय लोग दबी जुबान से कर्ज से परेशानी और आर्थिक तंगी को घटना का कारण बता रहे हैं। हालांकि इसके बारे में कोई स्पष्ट कुछ नहीं बता पा रहा है।
एक साथ निकली चार अर्थी, गमगीन माहौल
रविवार को एक घर से एक साथ 4 अर्थी निकली। परिवार के मुखिया समेत पत्नी और दो बेटों ने दुनिया को अलविदा कह दिया। ससुराल जा चुकी बेटी को छोड़कर घर का कोई भी सदस्य अब इस दुनिया में नहीं है। पारिवारिक सदस्य और पहचान वालों ने गमगीन माहौल में यादव परिवार के चारों सदस्यों को अंतिम विदाई दी। परिवार सहित आत्महत्या की खबर सुनने के बाद क्षेत्र में सनसनी फ़ैल गई। सभी शोक में डूब गए और पूरे दिन इस घटना की चर्चा होती रही। पोस्टमार्टम के बाद रविवार 1 सितंबर की दोपहर चारों शव जांजगीर पहुंचे। इसके बाद गमगीन माहौल में शव यात्रा निकाली गई। घर से एक साथ 4 अर्थी निकली। शाम को रानी तालाब मुक्तिधाम में सभी का अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम संस्कार में जांजगीर चाम्पा विधायक व्यास कश्यप, नगर पालिका अध्यक्ष भगवान दास गढ़वाल, जिला कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष रमेश पैगवार समेत बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता और पंचराम के पहचान वाले शामिल हुए।
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