• Sun. Nov 23rd, 2025

Terrorist दिल्ली ब्लास्ट मामले में नूंह से मिला बड़ा सीसीटीवी सुराग, आतंकी डॉ. उमर ने किराये पर लिया था मकान

terrorist

  • आतंकी डॉ उमर की आई-20 कार कैद, सूत्रों से मिली जानकारी
  • मकान मालिक महिला फरार, घर में लटका ताला, अल फलाह यूनिवर्सिटी के इलेक्ट्रिशियन सोएब की रिश्तेदार है महिला
  • गोयल अल्ट्रासाउंड केंद्र के सीसीटीवी खंगलाने में जुटी जाँच एजेंसियाँ

दिल्ली में हुए ब्लास्ट की गुत्थी सुलझाने में जुटी केंद्रीय जांच एजेंसियों को शनिवार को हरियाणा में नूंह जिले में एक अहम सफलता हाथ लगी है। जांच टीमों को गोयल अल्ट्रासाउंड एवं डायग्नोस्टिक सेंटर (बालाजी पेट्रोल पंप के पास दिल्ली – अलवर रोड) नूँह के सीसीटीवी कैमरे से वह फुटेज मिला है, जिसमें कथित आतंकी उमर की संदिग्ध कार साफ दिखाई दे रही है। यह वही उमर है, जिसने करीब 10 दिन के लिए किराये पर मकान लिया था। बता दें कि शनिवार को केंद्रीय जांच एजेंसी की टीमें नूंह के हिदायत कॉलोनी, पिनगवां रोड और आसपास के कई इलाकों में पहुंची थीं। सुबह से ही शुरू हुई तलाशी और पूछताछ का सिलसिला देर शाम तक जारी रहा और अभी भी विभिन्न स्थानों पर जांच कार्य चल रहा है। स्थानीय लोगों में भी हलचल मची हुई है।

स्पष्ट नहीं दिख रही कार की नंबर प्लेट

सूत्रों के मुताबिक, सीसीटीवी फुटेज में एक सफेद रंग की आई-20 कार नजर आ रही है, जो डॉ उमर की बताई जा रही है। हालांकि कार का नंबर प्लेट अभी धुंधला होने के कारण स्पष्ट नहीं हो सका है, लेकिन जांचकर्ता इसे डिजिटल रूप से एनहांस करने की कोशिश में जुटे हैं। इससे पहले भी डॉ उमर की यही कार दिल्ली-मुंबई-वडोदरा एक्सप्रेसवे पर एक टोल प्लाजा के सीसीटीवी में कैद हो चुकी थी, जिससे उसकी आवाजाही का पैटर्न साफ हो रहा है। जांच में सामने आया है कि पहले से हिरासत में लिए सोएब इलेक्ट्रीशियन अल फलाह यूनिवर्सिटी ने मकान दिलाने में अहम भूमिका निभाई। मकान मालिक महिला जाँच एजेंसियों की गिरफ्त में आ चुके सोएब की रिश्तेदार बताई जा रही है। यह मकान अल फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़े एक इलेक्ट्रिशियन की साली का है, जो नूंह के गोलपुरी गांव की मूल निवासी है और उसकी ससुराल हथीन क्षेत्र के खिल्लुका गांव में बताई गई है। यही महिला मकान मालकिन है, जिसने उमर को 10 दिनों के लिए कमरा किराए पर दिया था। फिलहाल मकान पर ताला लटका हुआ है और महिला अपने परिजनों के साथ कहीं गायब बताई जा रही है। जांच एजेंसियां उसकी तलाश में कई टीमों को लगाया हुआ है और उसके मोबाइल लोकेशन व कॉल डिटेल्स की भी छानबीन की जा रही है।

यहीं से विस्फोटक सामग्री के साथ दिल्ली जाने का शक

जांच अधिकारियों का मानना है कि ब्लास्ट हादसे में मरने वाला डॉ उमर इसी किराए के ठिकाने से ब्लास्ट की साजिश को अंजाम देने की तैयारी कर रहा था और यहीं से विस्फोटक सामग्री को कार में लादकर दिल्ली की ओर रवाना हुआ था। नूंह से मिला यह नया सुराग अब पूरे नेटवर्क को उजागर करने की दिशा में अहम कड़ी साबित हो सकता है। स्थानीय पुलिस भी केंद्रीय एजेंसियों का पूरा सहयोग कर रही है और क्षेत्र में सतर्कता बढ़ा दी गई है। जांच अभी प्रारंभिक चरण में है, लेकिन मिले सुरागों से लग रहा है कि आतंकी मॉड्यूल की जड़ें नूंह तक फैली हुई हैं। आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
इसके अलावा सूत्र यह भी बता रहे हैं कि डॉक्टर उमर नबी जब फिरोजपुर झिरका इलाके में था तो उसने एटीएम से पैसे निकालने की कोशिश की थी। अब पुलिस की टीम ने एटीएम के सीसीटीवी फुटेज खंगालने के लिए भी पहुंच चुकी हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *