weather
- – आईएमडी ने जारी की चेतावनी, 50 डिग्री के पार जा सकता है पारा
- – 16 राज्य रहेंगे भीषण गर्मी की चपेट में
- – गर्मी के दिनों की संख्या होगी दोगुनी, लंबे समय तक चलेगी लू
- – मध्य प्रदेश, गुजरात, हरियाणा, पंजाब, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और झारखंड रहेंगे भीषण गर्मी की चपेट में
- – अप्रैल में रिकॉर्ड तोड़ा सकता है पारा, अलर्ट रहें लोग
weather : नई दिल्ली। भारत में इस बार अप्रैल से जून तक भीषण गर्मी पड़ने की संभावना है। ऐसे लोगों को अलर्ट रहना हाेगा। यह बात भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने सोमवार को कही। आईएमडी के अनुसार तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है तथा मध्य एवं पूर्वी भारत और उत्तर-पश्चिमी मैदानी इलाकों में अधिक दिन लू चल सकती है। अप्रैल में गर्मी रिकाॅर्ड तोड़ सकती है। अप्रैल से जून के बीच तापमान 50 डिग्री सेल्सियस को पार कर सकता है। आईएमडी प्रमुख मृत्युंजय महापात्रा ने कहा कि पश्चिमी और पूर्वी भारत के कुछ क्षेत्रों को छोड़कर देश के अधिकांश भागों में अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहेगा। इन दोनों क्षेत्रों में तापमान के सामान्य रहने की संभावना है।
दो से चार दिन अधिक लू चलेंगी
-महापात्रा ने कहा, ‘अप्रैल से जून तक उत्तर और पूर्वी भारत के अधिकांश हिस्सों, मध्य भारत और उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में सामान्य से दो से चार दिन अधिक लू चलने की संभावना है।’ आमतौर पर भारत में अप्रैल से जून तक चार से सात दिन तक लू चलती है।
-आईएमडी के एक अधिकारी ने पहले कहा था कि उत्तर-पश्चिम भारत में गर्मियों के दौरान लू के दिनों की संख्या दोगुनी हो सकती है। इस क्षेत्र में गर्मियों के मौसम के दौरान आमतौर पर पांच से छह दिन लू चलती है।
इन राज्यों में ज्यादा गर्मी
जिन राज्यों में सामान्य से अधिक दिन लू चलने की संभावना है उनमें राजस्थान, गुजरात, हरियाणा, पंजाब, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश तथा कर्नाटक और तमिलनाडु के उत्तरी हिस्से शामिल हैं। अप्रैल में भारत के अधिकांश भागों में अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहने की आशंका है। हालांकि, सुदूर दक्षिणी और उत्तर-पश्चिमी क्षेत्रों के कुछ इलाकों में तापमान सामान्य रह सकता है।
बिजली की खपत बढ़ेगी
विशेषज्ञों ने कहा कि भारत को इस साल गर्मियों के मौसम में बिजली की मांग में 9 से 10 प्रतिशत की वृद्धि के लिए तैयार रहना चाहिए। पिछले साल, देशभर में बिजली की अधिकतम मांग 30 मई को 250 गीगावाट को पार कर गई थी, जो पूर्व में किए गए अनुमानों से 6.3 प्रतिशत अधिक थी। जलवायु परिवर्तन, बिजली की मांग में वृद्धि करने वाले प्रमुख कारकों में से एक है।
https://vartahr.com/weather-this-tim…n-april-and-june/