Haryana
- -फ्यूल सरचार्ज पहले ही बढ़ चुका
- -81 लाख उपभोक्ताओं को झटका
Haryana : चंडीगढ़। प्रदेश में बिजली निगमों की हालत में सुधार के लिए एक अप्रैल से बिजली दरें महंगी हो सकती हैं। एचईआरसी बिजली शुल्क टैरिफ में वृद्धि की तैयारी कर रहा है। बता दें कि दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम में 12.37 फीसदी, जबकि उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम में 9.15 फीसदी लाइनलॉस (बिजली चोरी) है। एचईआरसी चेयरमैन नंद लाल शर्मा ऑपरेशनल दक्षता बढ़ाने व औसत आपूर्ति लागत (एसीसी) और औसत राजस्व वसूली (एआरआर) के बीच के अंतर को कम करने की दिशा में पहले ही निर्देश दे चुके हैं। बिजली निगमों की कार्यकुशलता में सुधार और बिजली शुल्क टैरिफ में आंशिक बढ़ोतरी को मंजूरी देने पर मंथन चल रहा है। इसे जल्द मंजूरी मिल सकती है।
200 यूनिट से अधिक पर 94.47 रुपये एफएसए
सरकार ने एफएसए को साल 2026 तक पहले ही बढ़ा दिया है। उपभोक्ताओं को प्रति यूनिट बिजली बिल के हिसाब से 47 पैसे अतिरिक्त एफएसए देना होगा। 200 यूनिट से अधिक बिजली की खपत पर 94.47 रुपये अतिरिक्त देने होंगे। फैसले का कारण बिजली निगमों पर बढ़ रहे डिफाल्टिंग राशि (वित्तीय बोझ) को बताया जा रहा है। हालांकि 200 यूनिट से कम बिजली खर्च करने वाले उपभोक्ताओं को एफएसए नहीं देना होगा।
घाटे से बाहर लाने की कवायद
उत्तर और दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम ने 4520 करोड़ के घाटे से निपटने के लिए हरियाणा बिजली विनियामक आयोग (एचईआरसी) से नए वित्तीय वर्ष में बिजली शुल्क में बढ़ोतरी की अनुमति मांगी है। बिजली की नई दरें पहली अप्रैल से लागू होंगी। अंतिम बार वर्ष 2022-23 में 150 यूनिट तक के लिए 25 पैसे प्रति यूनिट बढ़ाए गए थे।
राजस्व घाटे को कम करने की कवायद
एचईआरसी चेयरमैन ने जनवरी में बिजली निगमों के अधिकारियों की उच्चस्तरीय बैठक लेकर राजस्व घाटे को लेकर गंभीरता दिखाई और उसको कम करने को लेकर सवाल उठाए थे। अब राजस्व घाटे को कम करने और वित्तीय स्थिति को देखते हुए बिजली निगम वृद्धि को लेकर सिफारिश कर सकता है, हालांकि अभी एचईआरसी की ओर से इस बारे में कोई भी पुष्टि करने से इनकार किया जा रहा है।
खर्च प्रति यूनिट
यूनिट दर
0-50 2.00 रुपये
51-100 2.50 रुपये
0-150 2.75 रुपये
151-250 5.25 रुपये
251-500 6.30 रुपये
501-800 7.10 रुपये
801 से अधिक 7.10 रुपये
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