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Weather : जींद में आंधी व बारिश से टूटे पेड़ व बिजली पोल, भीगा लाखों क्विंटल गेहूं

Weather

  • जिले में औसतन 13.37 एमएम बारिश, पिल्लूखेड़ा में 27 एमएम बारिश
  • बिजली व पेयजल स्पलाई प्रभावित, धड़धड़ाते रहे जनरेटर सेट
  • छह मई तक परिवर्तनशील बना मौसम, तापमान में गिरावट

Weather : जींद। पश्चिमी विक्षोभ के चलते रात को आंधी के साथ हुई बारिश ने भीष्ण गर्मी से लोगों को राहत दिलाने का काम किया है। वहीं मंडियों में पड़ा लाखों क्विंटल गेहूं भी भीग गया। आंधी के कारण कई स्थानों पर पेड़ तथा बिजली के पोल टूट कर गिर गए। जिसके चलते बिजली आपूर्ति भी बाधित हो गई। कुछ स्थानों पर जलभराव भी देखने को मिला। बारिश के कारण तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई। जिले में औसत 13.37 एमएम बारिश दर्ज की गई है। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 36 डिग्री तथा न्यूनतम तापमान 24 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम में आद्रता 59 प्रतिशत तथा हवा कि गति 19 किलोमीटर प्रति घंटा दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार छह अप्रैल तक मौसम परिवर्तनशील बना रहेगा। बादलवाई के साथ बूंदाबांदी तथा धूल भरी हवा भी चलेगी। तेज आंधी से अलग-अलग जगहों पर 296 पोल गिरे। जबकि छह ट्रांसफार्मर भी गिर गए। लगभग 200 पेड़ भी गिरे।

हीट वेव से बारिश ने दिलाई राहत, लुढ़का तापमान

पिछले कुछ दिनों से भीष्ण गर्मी तथा हीट वेव से लोग बेहाल थे। मध्यरात्री मौसम ने करवट ली। जिसके साथ तेज आंधी चली। जिसके कुछ समय के बाद बारिश शुरू हो गई। जो रूक-रूक कर सुबह तक जारी रही। दिनभर आकाश में बादलों को आवागमन लगा रहा। हवा की गति तेज तथा ठंडी रही। तापमान में भी दो डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। दिनभर मौसम सुहाना बना रहा।

जिले में औसतन 13.37 एमएम तो पिल्लूखेड़ा में 27 एमएम बारिश

मध्यरात्री के बाद जिले में औसतन 13.37 एमएम बारिश दर्ज की गई। सबसे ज्यादा बारिश पिल्लूखेड़ा में दर्ज की गई। जहां पर 27 एमएम बारिश दर्ज की गई। जींद मे 15 एमएम, नरवाना 12 एमएम, सफीदों में 10 एमएम, जुलाना में 12 एमएम, उचाना में पांच एमएम, अलेवा में 12.6 एमएम बारिश दर्ज की गई है। बारिश बिजी गई फसलों के लिए फायदेमंद है। साथ ही गर्मी से भी राहत दिलाने का काम बारिश ने किया है।

टूटे पेड़ तथा बिजली के पोल, कई स्थानों की बिजली रही गुल
बीती रात आंधी तथा बारिश के चलते कई स्थानों पर बिजली पोल तथा पेड़ टूट गए और बोर्ड तथा होर्डिंग उखड़ कर सडकों पर जा गिरे। बिजली गुल हो गई। काफी स्थानों पर तो 12 घंटे बाद भी बिजली बहाल नही हो पाई। जिसका असर पेयजल स्पलाई पर भी पडा। बिजली गुल रहने के कारण जरनेटर धड़धड़ाते रहे। बिजली गुल रहने के कारण लोगो को परेशानी का सामना करना पडा। डीआरडीए के सामने हुडा मार्र्केट में बिजली कर्मचारी बिजली सप्लाई को बहाल करने में पसीना बहाते हुए नजर आए।

चेतावनी के बाद भी भीग गया लाखों क्विंटल गेहूं

बारिश तथा आंधी की चेतावनी मौसम विभाग ने पहले दे दी थी। अधिकारियों ने गेहंू उठान को लेकर एजेंसियों को चेतावनी भी दी थी। बावजूद इसके गेहंू का उठान नही हो पाया। जिसके चलते मंडियों में पडा लाखों क्ंिवटल गेहूं भीग गया। जिले मे अबतक 672037 मीट्रिक टन की खरीद हो चुकी है। जबकि अबतक 436870 मीट्रिक टन गेहूं का उठान हो पाया है। 35 प्रतिशत गेहंू अब भी मंडियों में पड़ी हुई है। जब तक गेहूं गोदाम तक नही पहुंचती तब किसान की राशि का भुगतान नही होता। गेहंू के भीगने से गुणवता पर भी फर्क पडता है।

परिवर्तनशील बना मौसम

मौसम विभाग के अनुसार छह मई तक मौसम परिवर्तनशील बना रहेगा। चार मई को भी पश्चिमी विक्षोभ दस्तक दे रहा है। जिसके चलते धूल भरी हवा के साथ बारिश की संभावना है। इस दौरान आकाश में बादलवाई के बंूदाबांदी तथा धूल भरी हवा चलने की सभावना है। तापमान मे गिरावट आएगी । मौसम वैज्ञानिक डा. राजेश ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के असर से चलते मौसम मे बदलाव आया है। छह मई तक मौसम परिवर्तनशील बना रहेगा। इस दौरान बारिश के साथ धूल भरी हवा की संभावना है।

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