weather
- लोगों में दहशत, सांस लेने में भी हो रही दिक्कतें
- राजस्थान बॉर्डर से उठा था, 60 किमी से अधिक का एरिया कवर किया
- तूफान के कारण दृश्यता कम, वाहन चालकों को दिक्कतें
- मौसम वैज्ञािनक मिले, पश्िचमी हवा चलने से धूल का गुब्बार उठा
- मौसम का मिजाज गर्म होने से वातावरण में धूल छाई
- चिकित्सकों ने मौसम को देखते हुए दी अहतियात बरतने की सलाह
- 17 तथा 18 मई को बने बारिश के आसार, येलो अलर्ट जारी
weather : जींद/नई दिल्ली। हरियाणा व दिल्ली-एनसीआर में वीरवार रेतीने तूफान के कारण लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। रेतीले तूफान ने राजस्थान बॉर्डर से लेकर दिल्ली-एनसीआर तक के लोगों को डरा दिया। इस तूफान का वीडियो सामने आया है। चौड़ी और ऊंची दीवार जैसे इस तूफान का असर तकरीबन 60 से 100 किलोमीटर के क्षेत्र में नजर आया। रेतीली धूल का यह तूफान बुधवार शाम को राजस्थान बॉर्डर की तरफ से उठा और फिर हरियाणा में हिसार, जींद और भिवानी के सिवानी कस्बे की तरफ बढ़ता चला गया। हालांकि तूफान की रफ्तार कम होने के कारण कहीं कोई नुकसान नहीं पहुंचा। मगर, घरों के अंदर-बाहर रेत की मोटी परत जम गई। तूफान के कारण विजिबिलिटी भी कम हो गई। 200 मीटर से आगे कुछ भी दिखना बंद हो गया।
क्या कहता है मौसम विभाग
मौसम विभाग (आईएमडी) के मुताबिक उत्तरी पाकिस्तान से आई तेज हवाओं के कारण धूल का गुब्बार पंजाब से होते हुए हरियाणा आया और फिर दिल्ली पहुंचा। इसकी वजह से दिल्ली एनसीआर पर भी इसका असर दिखा। वहीं, हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष
डॉ. मदन खीचड़ ने बताया कि पश्चिमी हवाएं चलने से धूल का गुब्बार उठा है। पश्चिमी विक्षोभ के कारण वातावरण में नमी है। वहीं पश्चिमी गर्म हवाएं चल रही हैं, जिसके कारण धूल के कण भारी होने के कारण ऊपर की जगह नीचे हवा के साथ बह रहे हैं। अभी मौसम में और गर्माहट देखने को मिलेगी।
प्रदेश में आज से बदलेगा मौसम
मौसम विभाग की ओर से जारी पूर्वानुमान के अनुसार प्रदेश में शुक्रवार से मौसम बदलेगा। 16 से 18 मई तक विभिन्न जिलों में बादल छाए रहने, हवाएं चलने और गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना है। 17 मई से गर्मी से कुछ राहत के आसार हैं। धूल भरी हवा के साथ बारिश की संभावना है।
धूल से लोग बेहाल
वातावरण में छाई धूल और गर्मी ने लोगों को बेहाल कर दिया। तापमान में भी इजाफा दर्ज किया गया। हवा गर्म होने के साथ धूल भी उड़ी। दोपहर को सड़कों पर बहुत कम लोग दिखाई दिए। वातावरण में धूल होने के कारण बच्चों, बुर्जुगों तथा बीमार लोगों का सांस लेने मे दिक्कत को सामना करना पड़ा। वीरवार को अधिकतम तापमान 42 डिग्री तथा न्यूनतम तापमान 27 डिग्री दर्ज किया गया। चिकित्सकों ने लोगों स्वच्छ पेय पदार्थों का अधिक सेवन करने, बाहर निकलते समय शरीर को कपड़े से ढांपने की सलाह दी है।