Weather
- ऐसे भी बदलते हैं मौसम, रात का पारा 20 डिग्री के नीचे, सर्दी बस 10 दिन दूर
- इस सप्ताह ज्यादातर हवाएं हिमालय की ओर से आने लगेंगी
- सर्दी में इजाफा होगा। 10 दिन बाद औसत रात का पारा 14 से 15 डिग्री होगा
- हिमालय क्षेत्र के कई इलाकों में भी अभी रात का पारा 12 से 14 डिग्री के बीच
- दिन में मौसम साफ, खजुराहो और गुना में दिन का पारा 36 डिग्री, भोपाल में 33 डिग्री रहने से मौसम रहा सुहाना
Weather : भोपाल। रविवार को मध्यप्रदेश में सर्दी का पारा फिर औसतन एक डिग्री का गोता लगा गया। हिल स्टेशन पचमढ़ी में हिमालय के लगभग बराबर सर्दी महसूस की गई। यहां रात का पारा सीजन में पहली बार 13 डिग्री के नीचे 12.8 डिग्री पर रहा। इससे रात में पत्तियों पर ओस जमने जैसे हालात बनते दिखे। हिमालय क्षेत्र के कई इलाकों में भी अभी रात का पारा करीब 12 से 14 डिग्री के बीच बना हुआ है। हवाओं में मामूली बदलाव से पूरे प्रदेश में रात के तापमान में औसतन आधा डिग्री की गिरावट के बाद पारा 20 डिग्री के नीचे पहुंच गया, जिससे हल्की सर्दी का अहसास रहा। प्रदेश में अभी तेज सर्दी के लिए करीब 10 दिन का इंतजार शेष है। मौसम केंद्र के अनुसार फिलहाल मौसम में ज्यादा बदलाव नहीं होगा। मौसम विशेषज्ञ एके शुक्ला के अनुसार हवाएं अभी बदल रही हैं, इस लिए तापमान भी बदल रहा है। इस सप्ताह ज्यादातर हवाएं हिमालय की ओर से आने लगेंगी। इससे सर्दी में इजाफा होगा। पूरी उम्मीद है कि 10 दिन बाद प्रदेश में औसत रात का पारा 14 से 15 डिग्री तक पहुंच जाएगा। भोपाल में यह 13 से 14 डिग्री तक रह सकता है।
दिन और रात के तापमान में बदलाव
पचमढ़ी में रात का पारा जहां प्रदेश में सबसे कम 12.8 डिग्री रहा, वहीं खजुराहो में दिन का पारा सर्वाधिक 35.6 डिग्री तक पहुंच गया। गुना, दमोह और रतलाम में अधिकतम तापमान 35 डिग्री के ऊपर रहा। भोपाल में दिन, रात का पारा औसतन एक डिग्री गिरकर क्रमश: 33 और 17.6 डिग्री रहा। सोमवार को इसमें और कमी आने की उम्मीद है। प्रदेशभर के दिन और रात के तापमान में रविवार को औसतन एक डिग्री की गिरावट रही है। इसके बावजूद अभी अधिकतम और न्यूनतम पारा सामान्य से औसतन 2 डिग्री तक अधिक है। चार से पांच दिन में प्रदेशभर में औसत तापमान में करीब एक से डेढ़ डिग्री तक की कमी और आने की उम्मीद है।
भोपाल में 47 साल पहले 35.3 डिग्री था पारा
राजधानी में भी पारा रविवार को गिरा, लेकिन औसत तापमान अभी सामान्य से करीब 2 डिग्री तक अधिक है। शहर में 47 साल में सबसे अधिक दिन का पारा 4 नवंबर 1977 को 35.3 डिग्री रहा था। इसके बाद पिछले तीन दिन में यह 34 से 35 डिग्री के करीब पहुंच गया था। मौसम विशेषज्ञ एके शुक्ला के अनुसार अभी दिन के तापमान में ज्यादा बढ़ोतरी की उम्मीद नहीं है।
नमी के कारण धुंध का असर बना रहेगा
मौसम विशेषज्ञ एके शुक्ला के अनुसार अभी हवाएं पूरी तरह उत्तरी नहीं हुई हैं। हवा में नमी के कारण हल्के बादलों का आना जाना था, जिससे ओस में भी कमी थी, अब मौसम साफ है, इससे ओस बढ़ेगी। हवाओं में नमी के कारण धुंध का असर बना रहेगा। भोपाल सहित प्रदेशभर में तेज सर्दी की ठिठुरन के लिए 8 से 10 दिन लग सकते हैं, लेकिन इस सप्ताह के बाद हवाओं का मुख्य कंपोनेंट उत्तरी होने से दिन के साथ रात के तापमान में भी कमी आएगी।
अब बोएं सब्जियां, मौसम अनुकूल
-मौसम में बदलाव के साथ ही मौसम केंद्र ने प्रदेशभर के किसानों को रबी फसलों के साथ सब्जियों की बोबनी के लिए सही समय बताया है। विभाग ने कहा कि वर्तमान मौसम की परिस्थति में रबी फसलों और सब्जियों की बुआई पूरी करें। कटाई के बाद फसल को 2-3 दिन तक खेत में सुखाना आवश्यक है। इसके बाद गहाई
करनी चािहए। भंडारण से पहले अनाज को सही नमी स्तर तक ठीक से सुखाया जाना चािहए। किसानों को रबी फसलों के लिए सलाह दी गई है कि सहकारी सिमितयों से उर्वरकों का अग्रिम उठाव करने के साथ उन्नत किस्म के प्रमािणत बीजों का उपयोग करें।
https://vartahr.com/weather-himalaya…s-dew-conditions/