Weather
- अभी दो-तीन दिन तक राहत के आसार नहीं
- 10 अप्रैल के बाद बदलेगा मौसम, मिलेगी राहत
- सोमवार को सामान्य से 5 डिग्री अधिक पहुंचा पारा
- दिनभर गर्म हवाओं ने खूब तपाया, भीषण गर्मी के कारण बाजार और सड़कें सुनसान
Weather : रेवाड़ी। प्रदेश में भीषण गर्मी ने लोगों को सताना शुरू कर दिया है। अप्रैल में ही मई जैसी गर्मी पड़ने लगी है। आसमान से आग बरस रही है। सोमवार को प्रदेश में अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस के पार चला गया है। रोहतक में सबसे गर्म जिला रहा। यहां अधिकतम पारा 42.1 डिग्री, रेवाड़ी में 41.5 डिग्री, हिसार में 41.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, नारनौल में तापमान 40.8 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो गया है। पारा सामान्य से 6 डिग्री तक बढ़ चुका है। इससे पहले 2019 में अप्रैल के पहले हफ्ते में तापमान 40 पार हुआ था। इस तरह गर्मी ने 5 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। मौसम विभाग ने 12 जिलों में गर्मी का येलो अलर्ट जारी किया है। भारी गर्मी का जनजीवन पर असर पड़ना शुरू हो गया है। बाजार से लेकर सड़क तक सूने हो गए। लोगों ने दोपहर के समय घरों से बाहर नहीं निकलने में ही भलाई समझी। दिन के साथ अब रात के समय भी गर्मी ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है। पंखे और एसी पहले ही चलने शुरू हो गए थे। अब लोगों ने कूलरों का इस्तेमाल भी शुरू कर दिया है। भारी गर्मी ने जनजीवन अस्त-व्यस्त करना शुरू कर दिया है।
दिनभर चली गर्म हवाएं
सोमवार को अधिकतम तापमान 3 डिग्री बढ़कर 42.1 डिग्री पर पहुंच गया। गत वर्ष 7 अप्रैल को अधिकतम तापमान 36.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। न्यूनतम तापमान भी 1.0 डिग्री सेल्सियस बढ़कर 18.0 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। दिन-रात का तापमान बढ़ने से गर्मी की आफत शुरू हो चुकी है। दिन भर गर्म हवाएं चलती रहीं। बुधवार तक पारा 44 डिग्री तक जा सकता है। इससे लोगों को लू के थपेड़ों का सामना करना पड़ेगा।
क्या कहता है मौसम विभाग
प्रदेश में मौसम 9 अप्रैल तक खुश्क रहने की संभावना है। इस दौरान उत्तरपश्चिमी व पश्चिमी हवाएं चलेंगी। दिन के तापमान में बढ़ोतरी होगी। परंतु पश्चिमीविक्षोभ के आंशिक प्रभाव से 9 अप्रैल रात से मौसम में बदलाव आएगा। इससे 10 और 11 अप्रैल को ज्यादातर क्षेत्रों में आंशिक बादलवाई छाई रहेगी। कहीं-कहीं हवाओं के साथ छिटपुट बूंदाबांदी या हल्की बारिश संभावित है। 12 और 13 अप्रैल को दिन के तापमान में हल्की गिरावट बनी रहेगी।
-डॉ मदन खीचड़, विभागाध्यक्ष, कृषि मौसम विज्ञान विभाग
चौधरी चरणसिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार
यह सावधानी बरतें किसान
बावल क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र के निदेशक डा. धर्मबीर यादव ने बताया कि हीटवेव के दौरान किसानों को ज्यादा सतर्क रहना होगा। अवशेषों को आग लगाने से गर्मी के सीजन में आगजनी की घटनाएं होने की आशंका बनी रहती है। ऐसे में किसानों को खेत में चाय बनाने के बाद चूल्हे की आग बुझा देनी चाहिए। खेत में कार्य करते समय किसानों को शरीर ढका रखना चाहिए। फसल कटाई व निकालने का कार्य सुबह-शाम को ही करें। धूम्रपान करते समय जलती हुई बीड़ी-सिगरेट नहीं डालें। नियमित अंतराल के बाद पानी का इस्तेमाल करते रहें। सब्जियों की फसल में नियमित रूप से नमी बनाए रखें।