Operation Sindoor
- -मोदी बोले-पाकिस्तान की हर कार्रवाई का अधिक सख्ती से जवाब दिया जाना चाहिए
- -‘ऑपरेशन सिंदूर’ अभी खत्म नहीं हुआ, आतंकवाद के खिलाफ कठोर रुख रहेगा
- – भारत कश्मीर मुद्दे पर कभी भी मध्यस्थता स्वीकार नहीं करेगा
- -चर्चा का एकमात्र मुद्दा यह है कि पाक पीओके को वापस करे
Operation Sindoor : नई दिल्ली। भारत-पाकिस्तान में सैन्य टकराव रोकने के लिए बनी सहमति के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सशस्त्र बलों को निर्देश दिया कि पाकिस्तान की हर कार्रवाई का अधिक सख्ती से जवाब दिया जाना चाहिए। अगर वहां (पाकिस्तान) से गोली चलेगी, तो यहां (भारत) से गोला चलेगा। सरकारी सूत्रों ने रविवार को कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ अभी खत्म नहीं हुआ है। सीमा पार से आतंकवाद के खिलाफ भारत का अब ऐसा ही कठोर रुख रहेगा। पाकिस्तान को सीमा पार आतंकवाद की अब और भी अधिक भारी कीमत चुकानी पड़ेगी और इस्लामाबाद आतंकवाद को समर्थन जारी रखते हुए अपने पसंद के क्षेत्रों में सहयोग की उम्मीद नहीं कर सकता। भारत कश्मीर मुद्दे पर कभी भी मध्यस्थता स्वीकार नहीं करेगा और चर्चा का एकमात्र मुद्दा यह है कि पाकिस्तान अपने अवैध कब्जे वाले क्षेत्र (पीओके) को वापस करे। सीमा पर चार दिन तक भीषण सैन्य संघर्ष के बाद विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने शनिवार शाम घोषणा की कि भारत और पाकिस्तान में जमीन, हवा और समुद्र पर सभी गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई को तत्काल प्रभाव से रोकने के लिए सहमति बन गई है। इस घटनाक्रम का ऐलान सबसे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने किया था। उन्होंने एक सोशल मीडिया पोस्ट में दावा किया था कि अमेरिकी मध्यस्थता के बाद दोनों देश “पूर्ण और तत्काल संघर्ष-विराम” पर सहमत हो गए हैं।
पीओके वापस करे पाकिस्तान, तभी होगी कश्मीर पर चर्चा
सरकारी सूत्रों ने स्पष्ट किया कि कश्मीर के सिलसिले में चर्चा का एकमात्र मुद्दा यह है कि पाकिस्तान अपने अवैध कब्जे वाले क्षेत्र (पीओके) को वापस करे। भारत के खिलाफ पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद जारी रहने तक सिंधु जल संधि स्थगित रहेगी। सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तान के साथ केवल सैन्य अभियान महानिदेशक (डीजीएमओ) स्तर पर 12 मई यानी सोमवार को बातचीत होगी। अन्य मुद्दे पर चर्चा नहीं की जाएगी।