Operation Sindoor
- डीआरडीओ की ड्रोनरोधी तकनीकाें का भी प्रयोग किया गया
- पाकिस्तान का एक और डिफेंस सिस्टम ध्वस्त
- मिसरी बोले, पाकिस्तान हमलों की जिम्मेदारी लेने की बजाय दुनिया को भ्रमित कर रहा
Operation Sindoor : नई दिल्ली। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पाकिस्तान की ओर से किए हमलों को नाकाम करने के लिए भारत ने एस-400 ट्रायम्फ मिसाइल प्रणाली, बराक-8 मिसाइल, सतह से हवा में मार करने वाली आकाश मिसाइल और डीआरडीओ की ड्रोन रोधी तकनीकों का इस्तेमाल किया। उच्च पदस्थ सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। ® सूत्रों ने बताया कि भारत की ओर से सात मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाए जाने के बाद पाकिस्तान ने भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों पर मिसाइलें दागकर तनाव बढ़ाने की कोशिश की, लेकिन उसकी हर एक मिसाइल को निष्प्रभावी कर दिया गया। ® जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के जवाब में भारतीय सशस्त्र बलों ने बुधवार तड़के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए।
ऐसे चला ऑपरेशन सिंदूर
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत बहावलपुर को भी निशाना बनाया गया, जिसे आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ माना जाता है। ® रक्षा मंत्रालय ने कहा कि सात-आठ मई की दरमियानी रात को पाकिस्तान ने ड्रोन और मिसाइल का इस्तेमाल कर उत्तरी और पश्चिमी भारत में अवंतीपुरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, बठिंडा, चंडीगढ़, नल, फलोदी, उत्तरलाई और भुज सहित कई जगहों पर सैन्य ठिकानों पर हमला करने की कोशिश की। ® सूत्रों ने बताया कि भारत ने भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने के पाकिस्तान के सभी प्रयासों का तेजी और सटीकता के साथ जवाब दिया। ® उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी आक्रमण पर भारत की त्वरित और समन्वित प्रतिक्रिया ने भारतीय वायु रक्षा तंत्र की ताकत को प्रदर्शित किया।