Mitthun
- हिंदी सिनेमा के लोकप्रिय अभिनेता मिथुन को सम्मान
- हिंदी सिनेमा में डिस्को डांस को लोकप्रिय बनाया
- कई राष्ट्रीय पुरस्कारों से नवाजे जा चुके हैं मिथुन दा
Mitthun : कोलकाता। हिंदी सिनेमा में डिस्को डांस को लोकप्रिय बनाने वाले तथा ‘मृगया’, ‘सुरक्षा’, ‘डिस्को डांसर’ और ‘डांस डांस’ जैसी फिल्मों के मशहूर अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती को सिनेमा के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए सरकार ने सोमवार को उन्हें ‘दादा साहेब फाल्के’ पुरस्कार प्रदान किए जाने की घोषणा की। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर यह घोषणा की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती को सोमवार को दादा साहेब फाल्के पुरस्कार के लिए चुने जाने की घोषणा पर खुशी व्यक्त करते हुए उन्हें एक सांस्कृतिक दूत बताया।
8 अक्टूबर को मिलेगा पुरस्कार
केंद्रीय मंत्री वैष्णव ने कहा कि मिथुन चक्रवर्ती को यह पुरस्कार आठ अक्टूबर, 2024 को 70वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में दिया जाएगा। तीन सदस्यीय निर्णायक मंडल ने चक्रवर्ती को इस प्रतिष्ठित सम्मान के लिए चुना। निर्णायक मंडल में पूर्व दादा साहेब पुरस्कार विजेता आशा पारेख, अभिनेता-राजनेता खुशबू सुंदर और फिल्म निर्माता विपुल अमृतलाल शाह शामिल थे।
डिस्को डांसर से हुए मशहूर
मिथुन 1982 की सुपरहिट फिल्म ‘डिस्को डांसर’ में अपनी विशिष्ट नृत्य शैली से मशहूर हुए। उन्हें ‘आई एम ए डिस्को डांसर’ और ‘याद आ रहा है’ जैसे बेहद लोकप्रिय गीतों के माध्यम से भारत में डिस्को नृत्य के युग की शुरुआत करने का श्रेय दिया जाता है। यह फिल्म चक्रवर्ती की उन गिनी चुनी फिल्मों में से एक है जिससे उनके अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसक बने।
फिल्म ‘मृगया’ से अभिनय की शुरुआत
मृणाल सेन की 1976 में आई फिल्म ‘मृगया’ से मिथुन चक्रवर्ती ने फिल्मों में अभिनय की शुरुआत की थी। इसके लिए उन्होंने सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी जीता था। उन्होंने 1992 की फिल्म ‘तहादेर कथा’ (सर्वश्रेष्ठ अभिनेता) और 1998 की फिल्म ‘स्वामी विवेकानंद’ (सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता) के लिए भी दो और राष्ट्रीय पुरस्कार जीते।
पद्म पुरस्कार से हो चुके सम्मानित
दादा साहेब फाल्के पुरस्कार की घोषणा से कुछ महीने पहले ही चक्रवर्ती को भारत सरकार के तीसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘पद्म भूषण’ से सम्मानित किया गया था। चक्रवर्ती का वास्तविक नाम गौरांग चक्रवर्ती है। वह भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान, पुणे (एफटीआईआई) के छात्र रह चुके हैं। उन्होंने हिंदी और बांग्ला सिनेमा में प्रमुखता से काम किया है।
https://vartahr.com/mithun-dada-to-g…heb-phalke-award/