OP Chautala
- -अंतिम संस्कार आज, प्रदेश में तीन दिन का राजकीय शोक
- -प्रदेश सरकार ने एक दिन की छुट्टी घोषित की
- -गुरुग्राम में 89 साल की उम्र में दिल का दौरा पड़ने निधन
- -पांच बार प्रदेश के सीएम रहे, शिक्षक भर्ती घोटाले में तिहाड़ जेल गए
- -86 साल की उम्र में जेल से ही 10वीं-12वीं की परीक्षा पास की
OP Chautala : चंडीगढ़/गुरुग्राम। इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के अध्यक्ष एवं हरियाणा के पूर्व सीएम ओम प्रकाश चौटाला का शुक्रवार को गुरुग्राम में निधन हो गया। वह 89 वर्ष के थे। पार्टी प्रवक्ता ने बताया कि 5 बार हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे और पूर्व उप प्रधानमंत्री देवीलाल के बेटे चौटाला को गुरुग्राम में उनके घर में दिल का दौरा पड़ा, जिसके बाद उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उन्होंने मेदांता अस्पताल में दोपहर करीब 12 बजे अंतिम सांस ली। हरियाणा के एक प्रमुख राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखने वाले और एक प्रमुख क्षेत्रीय संगठन का चेहरा रहे चौटाला पिछले कुछ समय से उम्र संबंधी स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर रहे थे। उनके दो बेटे और तीन बेटियां हैं। उनकी पत्नी स्नेह लता का पांच साल पहले निधन हो गया था।
आज तेजा खेड़ा फार्म पर अंतिम दर्शन
पूर्व सीएम का पार्थिव शरीर सिरसा स्थित तेजा खेड़ा गांव में उनके फार्म हाउस पर लाया गया है। यहां शनिवार सुबह 8 से 2 बजे तक उनका पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। इसके बाद 3 बजे उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। अभी उनके फार्म हाउस पर सन्नाटा छाया हुआ है। ओपी चौटाला के निधन पर प्रदेश सरकार ने 21 से 23 दिसंबर तक 3 दिन का राजकीय शोक घोषित कर दिया है। चौटाला का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।
1935 को जन्मे
-एक जनवरी, 1935 को जन्मे ओम प्रकाश चौटाला पूर्व उप प्रधानमंत्री चौधरी देवी लाल की पांच संतानों में सबसे बड़े थे। चौटाला ने प्राथमिक शिक्षा के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी।
-2013 में जब चौटाला शिक्षक भर्ती घोटाले के सिलसिले में तिहाड़ जेल में बंद थे, तब उन्होंने 82 साल की उम्र में 10वीं और फिर 12वीं की परीक्षा पास की थी। शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में उन्हें 2013 में जेल भेजा गया था और 2021 में रिहा किया गया था।
-चौटाला, उनके बेटे अजय चौटाला और भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारी संजीव कुमार सहित 53 अन्य को वर्ष 2000 में 3,206 जूनियर बेसिक शिक्षकों की अवैध भर्ती के मामले में दोषी ठहराया गया और सजा सुनाई गई थी।
ऐसा है परिवार
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री के छोटे बेटे अभय सिंह चौटाला इनेलो के वरिष्ठ नेता हैं, जबकि बड़े बेटे अजय सिंह चौटाला, जो पूर्व सांसद हैं, जननायक जनता पार्टी (जजपा) के प्रमुख हैं। दिसंबर 2018 में पारिवारिक कलह के बाद पार्टी में हुए विभाजन के बाद जजपा का जन्म हुआ था। अभय के बेटे अर्जुन हरियाणा के विधायक हैं, जबकि अजय चौटाला के बेटे दुष्यंत और दिग्विजय जजपा नेता हैं। दुष्यंत चौटाला हरियाणा के उप मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। चौटाला की पार्टी इनेलो भी पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सहयोगी रही है। इनेलो 2005 से हरियाणा में सत्ता से बाहर है।
निधन से अत्यंत दु:ख हुआ : मोदी
पीएम मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला जी के निधन से अत्यंत दु:ख हुआ है। प्रदेश की राजनीति में वह वर्षों तक सक्रिय रहे और चौधरी देवीलाल जी के कार्यों को आगे बढ़ाने का निरंतर प्रयास किया। शोक की इस घड़ी में उनके परिजनों और समर्थकों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं।’
अपूरणीय क्षति : सैनी
सीएम नायब सिंह सैनी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, इनेलो सुप्रीमो एवं हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी ओमप्रकाश चौटाला का निधन अत्यंत दुःखद है। मेरी ओर से उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि। उन्होंने प्रदेश और समाज की जीवनपर्यंत सेवा की। देश व हरियाणा प्रदेश की राजनीति के लिए यह अपूरणीय क्षति है। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान और शोकाकुल परिजनों को यह दुःख सहने की शक्ति दें। ऊं शांति।
चौटाला ने लोगों की सेवा की : हुड्डा
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा, ‘मुझे याद है कि जब चौटाला मुख्यमंत्री थे, तब मैं हरियाणा विधानसभा में विपक्ष का नेता था।’ चौटाला ने राज्य के लोगों की सेवा की। उन्होंने कहा कि उनके साथ कई अच्छी यादें जुड़ी हैं, वह उनके बड़े भाई की तरह थे।