Extreme Heat
- भीषण गर्मी के आसार कम, माह के अंत में बारिश की संभावना
- रविवार सुबह 3.27 बजे सूर्यदेव रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेंगे
- इस बार 9 की बजाय 14 दिन इसी नक्षत्र में रहेंगे
- भारी गर्मी पड़ने के आसर कम, 8 जून को होगा परिवर्तन
- तापमान में गिरावट के कारण अपेक्षा के अनुरूप नहीं पड़ेगी गर्मी
Extreme Heat : रेवाड़ी। सूर्यदेव जब ज्येष्ठ माह में रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करते हैं, तो धरती पर गर्मी चरम पर पहुंच जाती है। इस समय को नौतपा कहा जाता है। इस बार 25 मई से नौतपा शुरू हो रहा है। यह अवधि नौ दिन तक चलती है। रविवार सुबह 3:27 बजे सूर्यदेव रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करने के साथ ही नौतपा की शुरूआत हो जाएगी। इस बार 9 की बजाय सूर्यदेव 14 दिन इसी नक्षत्र में विराजमान रहेंगे। 8 जून को सूर्यदेव के मृगाशिरा नक्षत्र में जाएंगे, जिसके साथ ही नौतपा खत्म हो जाएगा। नौतपा का सर्वाधिक असर 3 जून तक रहेगा। सूर्य के पृथ्वी के करीब आने के कारण 9 दिनों में भारी गर्मी पड़ने की संभावना रहती है, परंतु इस बार मौसम में बदलाव के कारण नौतपा में अपेक्षा के अनुरूप गर्मी पड़ने के आसार कम हैं।
क्या है मान्यता
नौतपा के दौरान सूर्य की तपिश मौसम के साथ जीवन के हर क्षेत्र को प्रभावित करती है। खासकर स्वास्थ्य, धन और मानसिक स्थिति पर असर पड़ता है। माना जाता है कि इस दौरान जीव-जंतुओं के लिए गर्मी से बचाव के उपाय करने से समृद्धि प्राप्त होती है। जल व छाया का दान विशेष माना गया है। मान्यता है कि नौतपा के नौ दिन में तेज गर्मी पड़ती है तो यह अच्छी बारिश का संकेत होता है। इसके विपरीत अगर नौतपा के दौरान तापमान कम रहता है और बारिश होती है, तो मानसून के सीजन में कम बारिश या सूखा पड़ने की आशंका रहती है।
मौसम में बार-बार आ रहा बदलाव
कमजोर विक्षोभ सक्रिय होने से मौसम में बार-बार बदलाव आ रहा है। शनिवार को शाम के समय धूल भरी हवाएं चलीं। आसमान में आंशिक बादल छाए रहे। दोपहर तक उमस भरी गर्मी ने लोगों को जमकर परेशान किया। उमस के कारण लोग दिन भर पसीने से तर-बतर होते रहे। कूलरों की हवा भी उमस ने बेअसर कर दी। मौसम विभाग के अनुसार मौसम में बार-बार बदलाव बना रहेगा। नौतपा के मध्य बूंदाबांदी होने से तापमान गिर सकता है। इससे भारी गर्मी की संभावना कम नजर आ रही है।
क्या कहते हैं ज्योतिषाचार्य
ज्योतिषाचार्य पं. रामदत्त शर्मा ने बताया कि इस बार सूर्य का रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश 25 मई को सुबह 3:27 बजे होगा। इसके साथ ही नौतपा की शुरूआत हो जाएगी और समाप्ति तीन जून को होगी। सूर्य का मृगाशिरा नक्षत्र में प्रवेश 8 जून को होगा, जिस कारण नौतपा की अवधि इस बार ज्यादा मानी जाएगी। इस बार नौतपा शुरू होने से 10 दिन पहले भारी गर्मी लोगों के जमकर पसीने छुड़ा चुकी है। नौतपा करीब आने के साथ ही तापमान गिर चुका है, जिस कारण इस बार नौतपा में भारी गर्मी का असर गायब रह सकता है।
तापमान में आई मामूली गिरावट
गत तीनों दिनों से तापमान 40 डिग्री के आसपास ही बना हुआ है। इससे पूर्व 21 मई को तापमान 45.5 डिग्री पर पहुंच गया था। लू के थपेड़ों ने लोगों का बुरा हाल कर दिया था। इसके बाद आंधी के साथ बूंदाबांदी ने तापमान गिरा दिया। शनिवार को अधिकतम तापमान 0.5 डिग्री की कमी के साथ 40.0 डिग्री सेल्सियस पर आ गया। रात का तापमान 2.0 डिग्री बढ़कर 25.0 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। गत वर्ष 24 मई को अधिकतम तापमान 41.0 डिग्री और न्यूनतम 28.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
मौसम में बार-बार आ रहा बदलाव
कमजोर विक्षोभ सक्रिय होने से मौसम में बार-बार बदलाव आ रहा है। शनिवार को शाम के समय धूल भरी हवाएं चलीं। आसमान में आंशिक बादल छाए रहे। दोपहर तक उमस भरी गर्मी ने लोगों को जमकर परेशान किया। उमस के कारण लोग दिन भर पसीने से तर-बतर होते रहे। कूलरों की हवा भी उमस ने बेअसर कर दी। मौसम विभाग के अनुसार मौसम में बार-बार बदलाव बना रहेगा। नौतपा के मध्य बूंदाबांदी होने से तापमान गिर सकता है। इससे भारी गर्मी की संभावना कम नजर आ रही है।
बिजली की खपत में फिर वृद्धि शुरू
तीन दिन मौसम में बदलाव के बाद बिजली की खपत में 20 लाख यूनिट तक की कमी आ गई थी। इससे पूर्व बिजली की खपत 90 लाख यूनिट के पार हो गई थी, जिससे लोगों को बार-बार पावर कटों का सामना करना पड़ रहा था। रविवार से उमस भरी गर्मी के कारण बिजली की खपत फिर बढ़नी शुरू हो गई। शनिवार शाम तक यह एक बार फिर 90 लाख यूनिट के करीब पहुंच गई। रविवार को कई फीडरों में बार-बार कट लगाए गए, जिस कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।