ED Raids
- विशेष अदालत ने 22 जुलाई तक ईडी की रिमांड पर भेजा
- भूपेश ने एक्स पर लिखा, ईडी आ गई, आज विधानसभा का अंतिम दिन
- पिछली पर भी मेरे जन्म दिन पर ईडी को भेजा गया था
ED Raids : रायपुर। छत्तीसगढ़ में 2,100 करोड़ रुपये के शराब घेाटाले से जुड़े धन शोधन के मामले में भिलाई में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छापेमारी के बाद पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को गिरफ्तार किया है। ईडी ने चैतन्य बघेल को रायपुर की स्पेशल कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने चैतन्य को 22 जुलाई तक ईडी की 5 दिन की रिमांड पर भेज दिया। कोर्ट में भूपेश बघेल, चरणदास महंत, मोहम्मद अकबर समेत कई बड़े नेता मौजूद रहे। ईडी का कहना है कि इस घोटाले के परिणामस्वरूप राज्य के खजाने को भारी नुकसान हुआ और शराब घोटाले में शामिल गिरोह के लाभार्थियों के जेबों में 2,100 करोड़ रुपये से अधिक की राशि गई। बता दें कि दुर्ग जिले के भिलाई में स्थित आवास पर ईडी पहुंची थी, जहां भूपेश बघेल अपने बेटे चैतन्य सहित परिवार के साथ रहते हैं। ईडी की कार्रवाई के दौरान बड़ी संख्या में पुलिस बल भी मौजूद था। इसके साथ ही कांग्रेस कार्यकर्ता भी पहुंच गए थे। भूपेश बघेल ने बताया कि चैतन्य का आज जन्मदिन भी है। चैतन्य से कथित रूप से जुड़ी कंपनियों को कथित शराब घोटाले से अर्जित लगभग 17 करोड़ रुपये की ‘अपराध आय प्राप्त हुई।’ लगभग 1,070 करोड़ रुपये की धनराशि के साथ ही चैतन्य बघेल की भूमिका भी एजेंसी की जांच के दायरे में है।
केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग हो रहा : बघेल
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेश बघेल ने ईडी की छापेमारी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है, लेकिन उन्हें न्यायपालिका पर भरोसा है और वह कार्रवाई में सहयोग करेंगे। उन्होंने एक्स पर कहा, आज विधानसभा सत्र का अंतिम दिन है। अडाणी के लिए तमनार में काटे जा रहे पेड़ों का मुद्दा आज उठाना था। भिलाई निवास में ‘साहेब’ ने ईडी भेज दी है। विधानसभा जाते वक्त बघेल ने कहा- पिछली बार मेरे जन्मदिन पर ईडी को भेजा गया था। इस बार मेरे बेटे के जन्मदिन पर मोदी-शाह ने अपने मालिक को खुश करने के लिए ईडी को भेजा है। भूपेश बघेल न झुकेगा और न ही डरेगा। हम सच्चाई की लड़ाई लड़ेंगे।’
क्या है शराब घोटाला
छत्तीसगढ़ शराब घोटाला मामले में ईडी जांच कर रही है। ईडी ने एसीबी में एफआईआर दर्ज कराई है। इसमें 2 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा के घोटाले की बात कही गई है। ईडी ने जांच में पाया कि तत्कालीन भूपेश सरकार के कार्यकाल में आईएएस अनिल टुटेजा, आबकारी विभाग के एमडी एपी त्रिपाठी और कारोबारी अनवर ढेबर के सिंडिकेट के जरिए घोटाले को अंजाम दिया गया था। घोटाले के परिणामस्वरूप राज्य के खजाने को भारी नुकसान हुआ और शराब घोटाले में शामिल गिरोह के लाभार्थियों के जेबों में 2,100 करोड़ रुपये से अधिक की राशि गई। छत्तीसगढ़ में यह शराब घोटाला 2019 और 2022 के बीच हुआ था, जब छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार थी। इस जांच के तहत अब तक एजेंसी द्वारा विभिन्न आरोपियों की लगभग 205
करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की जा चुकी है।
अब तक ये गिरफ्तार
मामले में ईडी ने जनवरी में पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता कवासी लखमा के अलावा रायपुर के महापौर और कांग्रेस नेता एजाज ढेबर के बड़े भाई अनवर ढेबर, पूर्व आईएएस अधिकारी अनिल टुटेजा, भारतीय दूरसंचार सेवा (आईटीएस) के अधिकारी अरुणपति त्रिपाठी और कुछ अन्य लोगों को जांच के तहत गिरफ्तार किया