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Chardham Yatra : चारधाम यात्रा 30 अप्रैल से, इस बार रील बनाने वालों की नो एंट्री, वीआईपी दर्शन भी बंद 

Byadmin

Apr 18, 2025

Chardham Yatra

  • -प्रशासन ने यात्रियों की सुरक्षा के लिए विशेष दिशा-निर्देश जारी किए
  • -पूरे यात्रा मार्ग को 10-10 किलोमीटर के सेक्टरों में बांटा
  • -2 मई को केदारनाथ धाम के कपाट खुलेंगे
  • -4 मई को भगवान बद्रीनाथ धाम के कपाट खोले जाएंगे

Chardham Yatra : देहरादून। इस साल चारधाम यात्रा 30 अप्रैल अक्षय तृतीया से प्रारंभ हो रही है। रिकॉर्ड संख्या में श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। चारधाम यात्रा में इस बार वीडियो रील बनाने वालों और यूट्यूबर्स की एंट्री रोकने की तैयारी है। केदारनाथ-बद्रीनाथ पंडा समाज ने तय किया है कि इस बार मंदिर परिसर में इन्हें नहीं आने देंगे। यदि कोई ऐसा करता मिला तो बिना दर्शन उसे लौटा दिया जाएगा। इस बारे में प्रशासन को भी बता दिया गया है। इसी तरह, पैसे देकर वीआईपी दर्शन की व्यवस्था भी धामों पर बंद रहेगी। केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम की यह यात्रा दुर्गम पहाड़ी इलाकों से होकर गुजरती है। इसलिए प्रशासन ने यात्रियों की सुरक्षा के लिए विशेष दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इसमें स्वास्थ्य सावधानियां, मौसम की जानकारी, उचित कपड़े और चिकित्सा उपकरण साथ रखना जैसी बातें शामिल है। पूरे यात्रा मार्ग को 10-10 किलोमीटर के सेक्टरों में बांटा है। हर सेक्टर में 6 पुलिसकर्मी होंगे। वह बाइक पर तैनात रहेंगे, जिससे यात्रियों को परेशानी के समय तुरंत मदद मिल सके।

पैसा देकर दर्शन मर्यादा के खिलाफ

इसी तरह, पैसे देकर वीआईपी दर्शन की व्यवस्था भी धामों पर बंद रहेगी। बद्रीनाथ धाम के पंडा पंचायत ने कहा है कि पैसे लेकर दर्शन करवाना भगवान की मर्यादा के खिलाफ है। कहा गया कि पिछले साल रील बनाने वालों के चलते काफी अव्यवस्था फैली थी। इसलिए इस बार कैमरा ऑन भी नहीं करने देंगे और ऐसा करने वालों को बिना दर्शन के वापस भेज देंगे। इस बार यात्रा के लिए बीते 6 दिन में 9 लाख श्रद्धालु रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं। सबसे ज्यादा पौने तीन लाख श्रद्धालुओं ने केदारनाथ धाम के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है। फिर बद्रीनाथ में 2.24 लाख, यमुनोत्री के लिए 1.34 लाख, गंगोत्री के लिए 1.38 लाख व हेमकुंड साहिब के लिए 8 हजार श्रद्धालु दर्शन करने आएंगे।

यात्रा शुरू होने पर ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू होगा

पर्यटन विकास परिषद रजिस्ट्रेशन के लिए वेबसाइट के अलावा मोबाइल नंबर, वॉट्सएप और टोल फ्री नंबर भी जारी करेगा। इस पर कॉल कर आप अपना रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। यात्रा शुरू होने के बाद हरिद्वार और ऋषिकेश में ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया भी शुरू होगी। जो श्रद्धालु ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं कर सकते, वह ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन कर यात्रा पर जा सकेंगे। चारों धामों में यात्रियों को दर्शन के लिए भी टोकन व्यवस्था लागू होगी।

ऑनलाइन पूजा कराएं, घर बैठे प्रसाद पाएं

केदारनाथ धाम और बद्रीनाथ धाम की यात्रा के लिए ऑनलाइन पूजा का रजिस्ट्रेशन 10 अप्रैल से शुरू हो चुका है। जो श्रद्धालु घर बैठे केदारनाथ धाम और बदरीनाथ धाम में पूजा करवाना चाहते हैं, वह बद्री केदार मंदिर समिति की वेबसाइट https://badrinathkedarath.gov.in पर जाकर ऑनलाइन बुकिंग करवा सकते है। ऑनलाइन पूजा करवाने वाले लोगों के नाम से न सिर्फ पूजा की जाएगी, बल्कि उन श्रद्धालुओं को उनके एड्रेस पर केदारनाथ और बदरीनाथ धाम का प्रसाद भी भेजा जाएगा।

किस दिन खुलेंगे किस धाम के कपाट

इस साल 30 अप्रैल अक्षय तृतीया से चार धाम यात्रा की शुरुआत होगी। इसी दिन सबसे पहले मां गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खोले जाएंगे। इसके बाद 2 मई को केदारनाथ धाम के कपाट खुलेंगे। आखिर में 4 मई को विधि-विधान से भगवान बद्रीनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। इसके साथ ही पूर्ण रूप से चार धाम यात्रा की शुरुआत हो जाएगी।

खराब मौसम को देखते की गई व्यवस्थाएं

चारधाम यात्रा के दौरान खराब मौसम व विपरीत हालात में यात्रियों को रोकने के लिए 10 जगहों पर होल्डिंग स्थल बनाए जा रहे हैं। यह स्थल हरिद्वार,ऋषिकेश, ब्यासी, श्रीनगर, रुद्रप्रयाग, सोनप्रयाग, हरबटपुर, विकासनगर, बड़कोट और भटवाड़ी में होंगे। यहां पानी, शौचालय, रात बिताने के लिए बिस्तर, दवाएं और खाने की इमरजेंसी व्यवस्था रहेगी।

https://vartahr.com/chardham-yatra-c…shan-also-closed/

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