Mandir
- संकट मोचन मंदिर में 7 दिवसीय श्रीमद्भागवत ज्ञान यज्ञ कथा का दूसरा दिन
- कुलपति डॉ. एचके अग्रवाल और एमएस डॉ कुंदन मित्तल ने रिबन काटकर मेडिसन कैंप का उद्घाटन किया
Mandir : रोहतक। माता दरवाजा स्थित संकट मोचन मंदिर में ब्रह्मलीन गुरुमां गायत्री जी के निर्वाण दिवस के उपलक्ष्य में 7 दिवसीय धार्मिक कार्यक्रम का शुभारंभ दूसरे दिन श्रद्धा और भक्तिभाव से हुआ । इस अवसर पर निशुल्क मेडिसन कैंप, गद्दीनशीन साध्वी मानेश्वरी देवी द्वारा कीर्तन, सत्संग व आरती हुई । पंडित अशोक शर्मा ने प्रसाद वितरित किया। यह जानकारी सचिव गुलशन भाटिया ने दी। मंदिर प्रांगण में संगीतमय व रसमय चल रही श्रीमद्भागवत कथा के दूसरे दिन रविवार को श्रीमद्भागवत कथा गणेश वंदना, विधिनुसार और मंत्रोच्चारण से कथावाचक साध्वी यमुना दीदी (वृन्दावन) ने अपने मुख से की । कथा वाचक ने कहा कि श्रीमद्भभागवत कथा ज्ञान का विशाल सागर है। इसके श्रवण से मनुष्य के जन्म-जन्मों के पाप मुक्त हो जाते हैं। भागवत कथा एक ऐसा महाकाव्य है जो धार्मिक और आध्यात्मिक ज्ञान को साझा करता है। यह ग्रंथ अनन्त ज्ञान का खजाना है जो हमें मन, शरीर, और आत्मा के सम्बंध में शिक्षित करता है। उन्होंने कहा कि ब्राह्राण्ड पुराण में भी कहा गया है ‘‘जो व्यक्ति भगवान के रथ के रस्सों को अपने हाथों से खींचता है तथा रथ पर सुशोभित श्री कृष्ण व बलराम जी के दर्शन करता है तथा भगवान जी के स्वागतार्थ उठ खडा होता है उसके जन्म जन्मांतर के सारे पाप नष्ट हो जाते है।
हरि गोपाल हरि हरि भजन पर झूमे भक्तजन
कथावाचक साध्वी यमुना दीदी ने गोविंद हरि गोपाल हरि, भजले प्रभु दीनदयाल हरि, जय राम हरि, जय शाम हरि, जय जय प्रभु दीनदयाल हरि, गोविंद हरि गोपाल हरि’’ नामक भजन गाकर सबको नृत्य करने के लिए प्रेरित किया।
100 मरीजों का निशुल्क उपचार व दवाइयां वितरित की : डॉ. एचके अग्रवाल
इससे पूर्व सुबह 9 से 1 बजे तक मेडिसन कैंप लगा जिसमें मुख्य अतिथि पीजीआईएमएस कुलपति डॉ. एचके अग्रवाल और एमएस डॉ कुंदन मित्तल ने रिबन काटकर शिविर का उद्घाटन किया और पूजा अर्चना कर ज्योत प्रचंड की।डॉक्टर मनी, डॉ रोहित, डॉ विशाल व उनकी टीम द्वारा साध्वी मानेश्वरी देवी सहित100 से अधिक मरीजों का निशुल्क उपचार किया। मरीजों का बीपी, शुगर, टेस्ट की जांच हुई व उन्हें दवाईंयां भी वितरित की ग़ई । डॉ. एचके अग्रवाल ने कहा कि गर्मी में बचाव के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं, हल्के और ढीले कपड़े पहनें, और धूप से बचें। उन्होंने बताया कि गर्म मौसम में सुरक्षित रहने के लिए, ढीले, हल्के, हल्के रंग के कपड़े पहनें, ओवन का कम उपयोग करें, छाया में रहें, खूब सारे तरल पदार्थ पिएं । उन्होंने कहा कि शिविर में सबसे ज्यादा मरीज शुगर और बीपी के आए हैं । उन्होंने कहा कि जिस तरह से पर्यावरण और वातावरण प्रदूषित होते जा रहे हैं, लोगों में बीमारियों का खतरा भी बढ़ता जा रहा है। इनसे बचने के लिए सभी लोगों को हर छह महीने में अपने शरीर की सभी जांचें करानी चाहिए।’