Sonipat
- प्रबंधन की तरफ से एक डा. की आपताकालीन कक्ष में लगाई डयूटी
- दूसरा डॉक्टर आप्रेशन करने में रहा व्यस्त, ओपीडी में काेई नहीं पहुंचा
- हड्डी रोग की रोजाना 200 से ज्यादा ओपीडी होती हैं
Sonipat : सोनीपत। नागरिक अस्पताल में मरीजों को बेहतर चिकित्सका सेवाएं देने के दावों की पोल खुल रही है। अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही के चलते मरीज बिना उपचार के वापिस लौट रहे है। वहीं मेडिकल प्रमाण-पत्र बनवाने वाले आवेदकों को कई-कई दिनों तक चक्कर लगाने पर मजबूर होना पड़ रहा है। बुधवार को ओपीडी में हड्डी रोग विशेषज्ञ न होने के चलते मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा। अस्पताल प्रबंधन की तरफ से चिकित्सकों की डयूटी में फेरबदल किया हुआ था। जिसका खामियाजा ओपीडी में आने वाले मरीजों व प्रमाण-पत्र बनवाने आने वाले आवेदकों को उठाना पड़ा।
बता दें कि नागरिक अस्पताल में हड्डी रोग की रोजाना 200 से ज्यादा ओपीडी होती है। एक साथ दोनों डाक्टर के नहीं होने से पहले से इलाज करवा रहे कार्ड पर री-ओनियन लेने के लिए पहुंचे थे, वह सभी वापस लौटने को मजबूर हुए। आर्थो रोग विशेषज्ञ रूम के बाहर आम दिनों में मरीजों की लाइन लगी रहती थी। वहां सन्नाटा पसरा रहा। अस्पताल प्रबंधन की तरफ से हड्डी रोग विभाग में तैनात एक विशेषज्ञ डा. विपिन दलाल की ओटी ड्यूटी रही तो तो डा. दीपक मलिक को आपातकालीन कक्ष में डयूटी पर लगा दिया। ऐसे में जिला अस्पताल हड्डी रोग चिकित्सक विहीन रहा। ओपीडी में दूर-दूर से आने वाले मरीजों को बिना उपचार के ही वापिस लौटने पर मजबूर होना पड़ा।
यह बोले अधिकारी
विभागीय प्रणाली के तहत चिकित्सकों की डयूटी लगाई जाती है। एक साथ दोनों चिकित्कसों की डयूटी बदलने की जानकारी नहीं है। इस संबंध में आरएमओ से बातचीत की जायेगी। मरीजों की सुविधा के लिए जरूरी कदम उठाने का काम किया जा रहा है।
-डा. गिन्नी लांबा, कार्यकारी प्रधान चिकित्सक अधिकारी नागरिक अस्पताल
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