Rohtak
- -आरोपित प्रोफेसर डॉ रविन्द्र सोलंकी ने मांगी माफ़ी
- -यूडीएफ हरियाणा के प्रयासों को मिली सफलता
- -राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ लक्ष्य मित्तल ने दी बधाई
- -यूडीएफ ने मुख्यमंत्री को पत्र लिख की थी कार्रवाई की मांग
Rohtak : राेहतक। ओरल एंड मैक्सिलोफेशियल सर्जरी (ओएमएफएस) विभाग के पीजी-3 डॉ. जिष्णु मोहन को डॉ. रविन्द्र सोलंकी(प्रोफेसर OMFS विभाग, पीजीआईडीएस,रोहतक) द्वारा लगातार उत्पीड़न, अपमानजनक भाषा और कुर्सी से शारीरिक हमले का सामना करना पड़ा था। डॉ. सोलंकी द्वारा उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से लंबे समय तक प्रताड़ित किया गया। अब आरोपित डॉक्टर ने पीड़ित डॉक्टर माफी मांग ली है। इस संदर्भ में, डॉ अमित व्यास (यूडीएफ प्रदेशाध्यक्ष) ने हरियाणा के मुख्यमंत्री और यूनिवर्सिटी प्रशासन से तत्काल कार्यवाही की मांग की थी। इस मामले में यूनिवर्सिटी प्रशासन ने तुरंत हस्तक्षेप करते हुए कड़ा फैसला लिया है।
विवि प्रशासन के आदेश
- -डॉ. सोलंकी द्वारा पीड़ित पीजी डॉक्टर से उनके अस्वीकार्य व्यवहार के लिए लिखित में माफी माँगी गई।
- -आगामी अंतिम वर्ष के एमडीएस परीक्षा में उन्हें परीक्षक के रूप में नियुक्त नहीं किया जाएगा और भविष्य में उन्हें पीजी गाइड के पद से भी हटा दिया गया है।
- -डॉ सोलंकी किसी भी छात्र या व्यक्ति, जिन्होंने इस विवाद के दौरान पीजी डॉक्टर का साथ दिया, के प्रति प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष,किसी भी प्रकार से डराने-धमकाने की कोशिश नही करेंगे।
- -डॉ सोलंकी पीजी छात्र के हितों के विरुद्ध किसी भी प्रकार की हानिकारक गतिविधियों का समर्थन नहीं करेंगे।
डॉ. अमित व्यास ने किया स्वागत
इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप करने का डॉ. व्यास ने स्वागत किया है और यूनिवर्सिटी प्रशासन का आभार व्यक्त किया है। डॉ. व्यास ने बताया कि डॉक्टर्स और स्वास्थ्यकर्मियों के साथ किसी भी तरह के अन्याय में यूडीएफ संगठन हर समय तत्पर रहेगा।
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