Pilot
- ये परिवार ही नहीं देश के लिए भी गर्व का क्षण
- समायरा कमर्शियल पायलट बनने जा रही
- इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ एरोनॉटिक्स, चंडीगढ़ से पायलट ट्रेनिंग की
- समायरा ने उड़ान संबंधित सभी जरूरी थ्योरी, फ्लाइट लॉग और टेक्निकल ट्रेनिंग पास की
Pilot : नई दिल्ली। एक बेटी ने अपने पंखों को फैलाकर आसमान में उड़ान भरने की तैयारी कर ली है। इस बेटी ने सबसे कम उम्र की पायलट बनकर इतिहास रच दिया है। भारत की इस बेटी की नाम समायरा हुल्लूर है। समायरा भारत की सबसे कम उम्र की कमर्शियल महिला पायलट बनने जा रही हैं। उनका यह मुकाम न सिर्फ उनके परिवार बल्कि देश के लिए भी गर्व का क्षण है।
कर्नाटक के बागलकोट की निवासी
समायरा हुल्लूर कर्नाटक के बागलकोट जिले की रहने वाली हैं। वह 18 साल की उम्र में कमर्शियल पायलट बनने वाली देश की सबसे कम उम्र की महिला हैं। उन्होंने अपने इस सपने की शुरुआत 17 साल की उम्र में ही कर दी थी और अब वह डीजीसीए द्वारा मान्यता प्राप्त कमर्शियल पायलट बनने जा रही हैं। समायरा ने अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के तुरंत बाद ही पायलट बनने की ट्रेनिंग लेना शुरू कर दी थी। उन्होंने इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ एरोनॉटिक्स, चंडीगढ़ से पायलट ट्रेनिंग की है। इस दौरान समायरा ने उड़ान संबंधित सभी जरूरी थ्योरी, फ्लाइट लॉग और टेक्निकल ट्रेनिंग पास कर ली।
मिला परिवार का साथ
समायरा के परिवार ने उनके लक्ष्य को पूरा करने में पूरा समर्थन दिया। उनके माता-पिता ने न केवल आर्थिक बल्कि मानसिक रूप से भी उनका उत्साह बढ़ाया। समायरा का मानना है कि यदि लड़कियों को सही समय पर सही दिशा में समर्थन मिले, तो वे किसी भी ऊंचाई को छू सकती हैं। समायरा अब जल्द ही कमर्शियल एयरलाइन में उड़ान भरेंगी। उनका सपना है कि वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हवाई जहाज उड़ाए और भारत का नाम रोशन करें।