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MDU : पीएचडी सुपरवाइजर पर उत्पीड़न के आरोप

महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (एमडीयू) ।महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (एमडीयू) ।

MDU

  • -महिला रिसर्च स्कॉलर ने लगाए गंभीर आरोप
  • गुरु और शिष्या के गरिमामयपूर्ण संबंध फिर से तार-तार

MDU : रोहतक। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (एमडीयू) में गुरुजन और शिष्या के गरिमामयपूर्ण संबंध फिर से तार-तार हैं। इमसॉर की रिसर्च स्कॉलर(जेआरएफ) ने अपने पीएचडी गाइड पर अनैतिकता और उत्पीड़न के संगीन आरोप लगाए हैं। स्कॉलर की मांग है कि उनका गाइड बदला जाए। स्कॉलर द्वारा इस तरह से गाइड बदलने का ये कोई पहला मामला नहीं है। गाहे-बगाहे एमडीयू में पीएचडी गाइड पर ऐसे आरोप लगते रहे हैं। शिक्षकों पर केवल छात्राएं ही अनैतिकता के आरोप नहीं लगा रही हैं। बल्कि पिछले दिनों एमडीयू के गुरुग्राम सेंटर के एक शिक्षक पर एक शिक्षिका ने भी उत्पीड़न के आरोप लगाए थे। बताया जा रहा है कि मामले की जांच पूरी हो चुकी है। लेकिन आरोपी सहयोगी शिक्षक पर यूनिवर्सिटी ने कोई कार्रवाई नहीं की है। ऐसी जानकारी पंद्रह दिन पहले शिक्षिका की तरफ से कहीं मौखिक तौर पर कही गई थी।

यह है शिकायती पत्र का मजमून

स्काॅलर ने कुलपति के नाम लिखे शिकायती पत्र में बताया है कि उनके गाइड अपने ऑफिस में द्विअर्थी शब्दों में बात करते हैं। बात नहीं करती हूं तो दबाव डालते हैं। कई बार बुरी नियत से छूने का प्रयास किया। एक बार मैं कार में बैठी थी, इसी दौरान गलत व्यवहार करने की कोशिश की गई। उसके बाद उनकी गाड़ी में बैठना बंद कर दिया। पत्र में कहा गया है कि आरोपी सुपरवाइजर ने यहां तक कह दिया कि इमसॉर के किसी भी शिक्षकों को आपकी पीएचडी पूरी करने में मदद नहीं करने दूंगा। स्कॉलर ने विवि को सुपरवाइजर की रिकॉर्ड बातें भी सौंपी हैं। जिसमें उन्होंने स्वीकार किया कि उनका व्यवहार अनैतिक था। भविष्य में ऐसा व्यवहार न करने और उन्होंने अतीत में हुई सभी घटनाएं दोबारा से नहीं होगी, ऐसा रिकॉर्डिंग में है। पत्र में बताया गया है कि मेरे पति संस्थान में आए और सुपरवाइजर से उनके द्वारा किए गए दुर्व्यवहार के बारे में पूछा। इसके बाद विभागाध्यक्ष से गाइड बदलने का अनुरोध किया। विभागीय कमेटी बनाई गई। कमेटी ने सिफारिश की सुपरवाइजर बदला जाए। आरोपी शिक्षक ने कहा कि वे वह गाइड नहीं बदलने देंगे। इतना ही नहीं पीएचडी भी पूरी नहीं होने की बात स्कॉलर ने वीसी को लिखे शिकायती पत्र में कही है।

यूनिवर्सिटी प्रशासन ने जांच के आदेश दिए

इस मामले में यूनिवर्सिटी प्रशासन ने प्रारंभिक कार्रवाई करते हुए जांच के आदेश दिए हैं। शिकायत पर इंटर्नल कमप्लेंट्स कमेटी की जांच जारी है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही आरोपी शिक्षक/सुपरवाइजर खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
-सुनित मुखर्जी, निदेशक जनसंपर्क
महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक

https://vartahr.com/mdu-phd-supervis…ed-of-harassment/

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