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kissan :  आंदोलन की वजह से शंभू टोल प्लाजा पर 297 करोड़ का नुकसान, एनएचएआई ने किया आंकलन

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Mar 22, 2025
शंभू टोल प्लाजा का दृश्य। शंभू टोल प्लाजा का दृश्य।

kissan

  • -13 महीने से बंद पड़े शंभू टोल प्लाजा पर वाहन चालकों से फिर शुरू हुई शुल्क वसूली
  • -हर रोज प्लाजा से मिलता है 74 लाख का राजस्व, सरकार को भेजी गई नुकसान की रिपोर्ट

kissan :  अंबाला। 13 महीने बाद खुले शंभू बॉर्डर पर अब वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से सामान्य हो गई। किसान आंदोलन की वजह से बंद रहे शंभू टोल प्लाजा को भी करीब 300 करोड़ का नुकसान हुआ है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की ओर से हुए नुकसान का आंकलन किया गया है। इस नुकसान की भरपाई को लेकर अधिकारी अगली प्रक्रिया पर माथापच्ची कर रहे हैं। एनएचएआई के परियोजना अधिकारी गजेंद्र यादव ने बताया कि किसान आंदोलन की वजह से टोल प्लाजा पूरे 13 महीने बंद रहा। अभी तक उन्हें करीब 300 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। उन्होंने बताया कि टोल के बंद होने से हर दिन 74 लाख रुपये का नुकसान विभाग को उठाना पड़ा है। अब शुक्रवार से टोल को नए सिरे से शुरू कर दिया है। बाकायदा वाहनों से वसूली भी शुरू हो गई है। अब विभागीय अधिकारी किसान आंदोलन की वजह से हुए नुकसान की भरपाई को लेकर काम कर रहे हैं। किसान आंदोलन शंभू समेत कई टोल प्लाजा बंद थे। इसके कारण प्लाजा का संचालन करने वाली एजेंसियों को भारी भरकम नुकसान हुआ है। दरअसल शंभू टोल बंद होने से यहां लगातार नुकसान हो रहा था। कुछ महीने पहले विभाग क ओर से सरकार को एक लेटर भी जारी किया गया था। तब विभाग ने टोल बंद होने से उन्हें 150 करोड़ रुपये नुकसान होने की बात कही थी। हालांकि उस पत्र पर सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की थी। अब यह यह घाटा 297 करोड़ रुपये से भी अधिक हो गया है। बता दें कि हरियाणा- पंजाब सीमा पर मौजूद शंभू टोल से एनएचएआई को अच्छा राजस्व मिलता है। एक आंकलन के अनुसार दिनभर में 74 लाख रुपये की वसूली होती है। त्यौहारी सीजन व अन्य मौकों पर राजस्व में बढ़ौतरी हो जाती है। शंभू टोल को संभाल रही एजेंसी का एनएचएआई से जुलाई 2024 तक का करार था। इसके बाद अब एनएचएआई ने स्काईलार्क कंपनी को टोल संचालन की जिम्मेदारी दी है।

कई रुटों पर बस सेवा शुरू

किसान आंदोलन की वजह से बंद पड़ी बस सेवा भी शुरू हो गई है। आंदोलन से पहले दोनों राज्यों में यात्रियों की सुविधा के लिए हरियाणा रोडवेज की ओर से एक दर्जन रुटों पर बस सेवा चल रही थी। आंदोलन की वजह से तेरह महीने से रोडवेज की ओर से रूट बंद कर दिए गए थे। शंभू बॉर्डर पर यातायात बहाल होते ही शनिवर से रोडवेज की ओर से कुछेक रुटों पर बस सेवा को फिर से शुरू कर दिया है। जल्द ही दूसरी रुटों पर भी बस सेवा शुरू करने की बात कही जा रही है। उधर पंजाब की ओर से भी हरियाणा के सभी रुटों पर बस सेवा बहाल करने का निर्णय लिया गया है। शनिवार को कुछेक पंजाब की बसें अंबाला की सड़कों पर दौड़ती दिखाई दी।

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