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Hisar News : ‘चाइल्ड पॉर्न’, बाल शोषण और बलात्कार मामले में हिसार से सोमबीर को सीबीआई ने पकड़ा

Hisar News

  • -सोमबीर एक दिव्यांग व्यक्ति और हिसार में कॉमन सर्विस सेंटर चलाता है
  • -नाबालिग लड़कियों के साथ बलात्कार, यौन शोषण, धमकी देने और उनके अश्लील वीडियो/तस्वीरें बनाने के आरोप
  • -सीबीआई ने 29 मई 2025 को इस मामले में केस दर्ज किया था
  • – 3 जून 2025 को आरोपी के आवास पर छापेमारी की गई
  • -इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स और अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद की गई, जो कई पीड़ितों की पहचान में मददगार साबित हुई

Hisar News : नई दिल्ली। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने 4 जून 2025 को हरियाणा के हिसार जिले में एक व्यक्ति को नाबालिग लड़कियों के खिलाफ बलात्कार, यौन शोषण और बाल यौन शोषण सामग्री के निर्माण, संग्रहण, और वितरण के आरोप में गिरफ्तार किया। गिरफ्तार व्यक्ति का नाम सोमबीर बताया गया है, जो एक दिव्यांग व्यक्ति है। हिसार में कॉमन सर्विस सेंटर चलाता है। आरोपी पर नाबालिग लड़कियों के साथ बलात्कार, यौन शोषण, धमकी देने और उनके अश्लील वीडियो/तस्वीरें बनाने, संग्रह करने, और इंटरनेट पर अपलोड करने का आरोप है। यह अपराध कई वर्षों से चल रहा था। आश्चर्यजनक पहलू समूचे केस का ये है कि सीबीआई ने इस मामले में स्वत: संज्ञान लिया था। किसी पीडित परिवारों ने केस दर्ज नहीं करायी थी। सीबीआई ने 29 मई 2025 को इस मामले में केस दर्ज किया था। 3 जून 2025 को आरोपी के आवास पर छापेमारी की गई, जिसमें इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स और अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद की गई, जो कई पीड़ितों की पहचान में मददगार साबित हुई।

इंटरपोल और गूगल की भूमिका

सीबीआई ने इंटरपोल के इंटरनेशनल चाइल्ड सेक्सुअल एक्सप्लॉइटेशन डेटाबेस और गूगल द्वारा भारतीय साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर को दी गई साइबर टिपलाइन रिपोर्ट्स का उपयोग करके इस सामग्री का पता लगाया। साइबर फोरेंसिक टूल्स के विश्लेषण से हिसार में अपराध स्थल की पहचान हुई। छापेमारी के दौरान सीबीआई ने इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज जैसे मोबाइल, लैपटॉप, और अन्य उपकरण बरामद किए, जिनमें बाल यौन शोषण सामग्री थी। इन उपकरणों ने कई पीड़ितों की पहचान करने में मदद की। आरोपी न केवल इस सामग्री को बनाता और अपलोड करता था, बल्कि वह इंटरनेट पर ऐसी सामग्री सर्च, संग्रह, और शेयर भी करता था।
29 मई को सीबीआई ने भारतीय न्याय संहिता और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत बाल यौन शोषण सामग्री के निर्माण, भंडारण, और वितरण से संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया। 3 जून को छापेमारी के बाद 4 जून यानी आज आरोपी को गिरफ्तार किया गया। पीड़ितों ने डर या सामाजिक कारणों से कोई शिकायत दर्ज नहीं की थी, जिसके कारण यह मामला लंबे समय तक सामने नहीं आया। सीबीआई इस मामले की गहराई से जांच कर रही है ताकि अन्य संभावित पीड़ितों और नेटवर्क का पता लगाया जा सके।

https://vartahr.com/hisar-news-cbi-a…se-and-rape-case/

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