Haryana
- पश्चिमी इलाकों में छाए बादल, सर्दी का प्रकोप बढ़ेगा
- पहाड़ों पर पश्चिमी विक्षोभ का मैदानी इलाकों में दिया असर
- कैथल, कुरुक्षेत्र, करनाल, पानीपत और अंबाला हल्की बारिश
Haryana : जींद/रोहतक। पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के कारण रविवार को आंशिक बादलवाई बनी रही। 18 किलोमीटर प्रति घंटा का स्पीड से चली पूर्वा हवा से ठंड तीखी हो गई, जिसके चलते पारे में भी गिरावट दर्ज की गई। ठंड को फसलों के लिए फायदेमंद माना जा रहा है। रविवार को अधिकतम तापमान 22 डिग्री तथा न्यूनतम तापमान 6 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम विभाग का कहना है कि पहाड़ों के करीब आए पश्चिमी विक्षोभ ने मैदानी भागों में भी अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। रविवार को कैथल, कुरुक्षेत्र, करनाल, पानीपत और अंबाला जिलों के कुछ क्षेत्रों में गरज के साथ हल्की बारिश दर्ज की गई। वहीं 12 जिलों में तापमान आठ डिग्री सेल्सियस से नीचे बना हुआ है। तापमान में गिरावट आना फसलों के लिए फायदेमंद है। इससे फसलों को अच्छी ग्रोथ मिलेगी। पश्चिमी विक्षोभ के चलते बादलवाई के साथ बूंदाबांदी की भी संभावना बन रही है।
यहां भी हल्की बारिश संभव
पश्चिमी हरियाणा, पश्चिमी पंजाब, दिल्ली और यमुना बेल्ट पर अब नए बादल छाने लगे हैं। जिसके चलते पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों में गरज के साथ हल्की से भारी बारिश देखने को मिल सकती है।
इन जिलों में पारा 8 डिग्री से नीचे
हरियाणा के 12 जिले ऐसे रहे जहां पारा 8.0 डिग्री से नीचे दर्ज किया गया। इनमें अंबाला, करनाल, नारनौल, रोहतक, भिवानी, सिरसा, जींद, कुरुक्षेत्र, पानीपत, पलवल, सोनीपत और यमुनानगर शामिल हैं। हिसार सबसे ठंडा रहा।
आगे कैसा रहेगा मौसम
मौसम वैज्ञानिक डा. राजेश ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के चलते मौसम ने करवट ली है। जिसके चलते आकाश में बादलवाई देखने को मिलेगी। कहीं-कहीं बूंदाबांदी की भी संभावना बन रही है। बारिश होती है तो फसलों को अच्छा फायदा पहुंचेगा। जिसके साथ ठंड भी अपनी रंगत में आ जाएगी। ऐसे में लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है।
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