Haryana
- भाजपा लाई सेवा सुरक्षा गारंटी बिल, विधानसभा में पास हुआ विधेयक
- एक्सटेंशन लेक्चरर को भी नौकरी की गारंटी वाला विधेयक सदन में पास
- मुख्यमंत्री सैनी बोले, कांग्रेस की गलतियां सुधारने का काम भाजपा कर रही
- डीएपी कमी और डेंगू फैलने के कारण विपक्ष का तीखा हमला
- बीबी बतरा ने कहा, नौकरी की गारंटी अगर करनी है, तो सभी के लिए हो
- प्रदेश सरकार ने प्रस्तावित दो विधेयक विस में लिए वापस, इसमें एक हरियाणा शव का सम्मानजनक निस्तारण और संगठित अपराध के विरुद्ध शिकंजा कसने संबधी विधेयक शामिल
Haryana : चंडीगढ़। हरियाणा विधानसभा-सत्र के तीसरे दिन प्रदेश सरकार ने करीब सवा लाख कच्चे कर्मचारियों को पक्की नौकरी देने का तोहफा दिया है। विस में कार्यवाही के दौरान सीएम नायब सिंह सैनी ने सदन में 1,20,000 कांट्रेक्चुअल कर्मियों को रिटायरमेंट तक नौकरी की गारंटी देने वाला बिल हरियाणा संविदात्मक कर्मचारी (सेवा की सुनिश्चितता) विधेयक 2024 पेश किया। देर रात इसे विधानसभा ने पारित भी कर दिया। वहीं, एक्सटेंशन लेक्चरर को भी नौकरी की गारंटी वाला विधेयक सदन में पास हो गया है। इसके अलावा सैनी सरकार ने दो विधेयकों को वासल ले लिया गया है। इनमें हरियाणा में शव का सम्मानजनक निस्तारण और संगठित अपराध के विरुद्ध शिकंजा कसने संबधी विधेयक शामिल हैं। इससे पहले जॉब सिक्योरिटी बिल पेश किए जाने पर कांग्रेस ने जमकर शोरगुल और हंगामा किया। मुख्यमंत्री सैनी ने कांग्रेसी विधायक भुक्कल को नसीहत दी और कहा कि यह बिल लाकर हमने कांग्रेस की गलती को ठीक किया है। मुख्यमंत्री सैनी ने कांग्रेस पर हमला किया व कहा कि यह सरकार अंत्योदय की भावना से काम कर रही है। गरीब से गरीब के घर में रोजगार का चिराग जला है, लेकिन कांग्रेस के वक्त में ठेकेदार गरीबों का शोषण किया करते थे।
दो ध्यानाकर्षण प्रस्तावों पर विचार मंथन
सदन की शुरुआती कार्यवाही के दौरान दो ध्यानाकर्षण प्रस्तावों पर विचार मंथन किया गया। विपक्ष ने सत्तापक्ष पर डीएपी की कमी और डेंगू फैल जाने पर चिंता जाहिर की, इस दौरान जमकर टोका-टाकी और शोरगुल हुआ। दोनों प्रस्तावों पर सरकार की ओर से आए जवाब पर विपक्ष संतुष्ट नहीं दिखाई दिया। इनेलो के अर्जुन चौटाला ने तो डेंगू के आंकड़े का खेल बताते हुए कहा कि निजी अस्पतालों में मरीजों की संख्या रखनी चाहिए थी। सदन में अनुपूरक मांगों पर लंबी चर्चा हुई।
ये दो बिल वापस लिए गए
सरकार ने देर शाम को दो प्रस्तावित विधेयकों को वापस ले लिया। इन विधेयकों में हरियाणा शव सम्मानजनक निस्तारण और संगठित अपराधों के विरुद्ध विधेयक शामिल है। सरकार की ओर से बताया कि दोनों में कुछ त्रुटियों के कारण केंद्र की ओर से वापस किया गया है, इसलिए इन्हें वापस लिया जाता है। हरियाणा की सिख गुरुद्वारा कमेटी का जल्द गठन करने का मामला भी कांग्रेस ने उठाया व सियासी दखल कम से कम रखने की अपील की।
कांग्रेस ने सरकार को घेरा
देर रात सेवा सुरक्षा गारंटी विधेयक प्रस्तुत किया जाने लगा तो कांग्रेस की गीता भुक्कल ने जमकर सवाल खड़े किए। पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा व बीबी बतरा ने भी अपनी बात रखी। लगातार बोल रहीं भुक्कल को विस अध्यक्ष ने कईं बार टोका और बाद में सख्ती दिखाकर बैठा दिया। सत्तापक्ष की ओर से रामकुमार गौतम, घनश्याम अरोड़ा व धनेश अदलखा ने खुलकर स्वागत किया।