Ambedkar
- केन्द्रीय गृहमंत्री ने कांग्रेस पर लगाया उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश करने का आरोप
- शाह ने कहा कि नेहरूजी की अंबेडकर के लिए नफरत जगजाहिर, नहीं दिया था भारत रत्न
- खडगे पर कसा तंज, मेरे इस्तीफे से उनकी दाल नहीं गलने वाली
- भारतीय जनता पार्टी ने हमेशा अंबेडकर जी के सिद्धांतों पर चलने का प्रयास किया है
Ambedkar : नई दिल्ली। केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बुधवार को भाजपा मुख्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा कि वे सपने में भी बाबा साहब भीमराव अंबेडकर का अपमान नहीं कर सकते। उन्होंने कहा, राज्यसभा में मेरे बयान को कांग्रेस द्वारा तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया। केन्द्रीय गृहमंत्री के मंगलवार को राज्यसभा में दिये बयान पर बुधवार को देश की राजनीति गर्मा गई। कांग्रेस सहित विपक्ष दलों ने संसद के भीतर और बाहर शाह के बयान का पुरजोर विरोध करते हुए भाजपा को अंबेडकर, संविधान और कमजोर तबकों की विरोधी बताया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पत्रकार वार्ता में प्रधानमंत्री से रात 12 बजे तक केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग की है। शाह ने इस पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस ने फिर एक बार अपनी पुरानी पद्धति को अपनाकर, बातों को तोड़-मरोड़कर और सत्य को असत्य के कपड़े पहनाकर समाज में भ्रांति फैलाने का एक कुत्सित प्रयास किया है। संसद में चर्चा के दौरान ये सिद्ध हो गया कि बाबा साहेब अंबेडकर का कांग्रेस ने किस तरह से पुरजोर विरोध किया था।
खरगे जी इस्तीफा मांग रहे
गृहमंत्री ने कहा, खरगे जी इस्तीफा मांग रहे हैं, अभी 15 साल तक उन्हें जहां हैं, वहीं बैठना है, मेरे इस्तीफे से उनकी दाल नहीं गलने वाली। गृहमंत्री ने कहा कि वो सपने में भी बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर का अपमान नहीं कर सकते। इससे पहले उन्होंने पीएम नरेन्द्र मोदी के बयानों को एडिट करके सार्वजनिक किया था। जब चुनाव चल रहे थे तो मेरे बयान को एआई का उपयोग करके संपादित किया गया था। और आज वे मेरे बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रहे हैं। मैं मीडिया से भी अनुरोध करना चाहता हूं कि वह मेरा पूरा बयान जनता के सामने रखें। मैं उस पार्टी से हूं जो अंबेडकर जी का कभी अपमान नहीं कर सकती। पहले जनसंघ और फिर भारतीय जनता पार्टी ने हमेशा अंबेडकर जी के सिद्धांतों पर चलने का प्रयास किया है। जब भी भारतीय जनता पार्टी सत्ता में रही, हमने अंबेडकर जी के सिद्धांतों का प्रचार-प्रसार किया है। भारतीय जनता पार्टी ने आरक्षण को मजबूत करने का काम किया है।
कांग्रेस के कुत्सित प्रयास का समर्थन न करें
केंद्रीय मंत्री शाह ने कहा, मैं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से भी ये कहना चाहता हूं कि आपको कांग्रेस के इस कुत्सित प्रयास का समर्थन नहीं करना चाहिए था। मुझे बहुत दुख है कि राहुल गांधी के दबाव में आप भी इसमें शामिल हो गए हैं। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने जिस तरह से तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश किया है, वो अत्यंत निंदनीय है। साथ ही उन्होंने कांग्रेस पर लीगल एक्शन के भी संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस संविधान विरोधी पार्टी है और उसने कई बार बाबा साहब अंबेडकर का अपमान किया है। भाजपा वक्ताओं ने संसद में संविधान की रचना और संविधान के मूल्यों पर अनेक उदाहरण सामने रखे और इससे तय हो गया कि कांग्रेस अंबेडकर विरोधी पार्टी है। दरअसल, केंद्रीय गृह मंत्री ने राज्यसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान भाषण दिया था, जिसे लेकर के कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि उन्होंने अंबेडकर का अपमान किया है। कांग्रेस ने सावरकर जी का भी अपमान किया, कांग्रेस ने आपातकाल लगाकर संविधान के सारे मूल्यों की धज्जियां उड़ा दी, नारी सम्मान को भी वर्षों तक दरकिनार किया, न्यायपालिका का हमेशा अपमान किया, सेना के शहीदों का अपमान किया और भारत की भूमि तक को संविधान तोड़कर दूसरे देशों को देने की हिमाकत कांग्रेस के शासन में हुई।
कांग्रेस ने खुद ही अपने आपको भारत रत्न दिया
शाह ने कहा कि कांग्रेस ने खुद ही अपने आपको भारत रत्न दिया, नेहरू ने 1955 में, इंदिरा ने 1971 में खुद को भारत रत्न दिया। 1990 में अंबेडकर को तब भारत रत्न मिला जब कांग्रेस सत्ता में नहीं थी। अंबेडकर को भारत रत्न ना मिले इसका प्रयास कांग्रेस करती रही। कांग्रेस ने अंबेडकर के न रहने के बाद उन्हें हाशिये पर धकेलने का प्रयास किया। कांग्रेस ने 1951-52 और 1954 में बाबा साहेब को हराने की कोशिश की थी। अंबेडकर की 100वीं जयंती मनाने से इनकार कर दिया था।
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