Electro Homeopathy
- मानसरोवर पार्क से रोष प्रदर्शन करते हुए डीसी ऑफिस पहुंचे डॉक्टर
- डीसी नहीं मिले तो सिटी मैजिस्ट्रेट को सीएम के नाम ज्ञापन सौंपा
- ईएचएमसी के चेयरमैन डॉ. खनगवाल बोले, सरकार से सिर्फ आश्वासन मिले, समाधान नहीं
- अब भी सरकार नहीं मानी तो हम सभी जिलों में रोष प्रदर्शन कर आवाज बुलंद करेंगे
- राजस्थान सरकार 2018 में इलेक्ट्रो हाम्योपैथी को दे चुकी मान्यता, हरियाण को दिक्कत क्यों
- पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के पीए को भी ज्ञापन सौंपा, विधानसभा में आवाज उठाएं
Electro Homeopathy : इलेक्ट्रो होम्योपैथी को मान्यता देने की मांग को लेकर इलेक्ट्रो होम्योपैथी मेडिकल काउंसिल (ईएचएमसी) हरियाणा ने मंगलवार को रोहतक में रोष प्रदर्शन किया। डॉक्टर्स ने सड़क पर उतरकर सरकार के खिलाफ नारे लगाए और राजस्थान की तर्ज पर हरियाणा में भी इलेक्ट्रो होम्योपैथी को मान्यता देने की मांग की। ईएचएमसी हरियाणा के बैनर तले प्रदेशभर के डॉक्टर सुबह शहर के मानसरोवर पार्क में इकट्ठा हुए और रणनीति बनाई। इसके बाद जुलूस की शक्ल में रोष प्रदर्शन करते हुए डीसी को ज्ञापन देने पहुंचे। डीसी अजय कुमार के कार्यालय में नहीं मिलने पर डॉक्टर्स ने सिटी मैजिस्ट्रेट को प्रदेश के सीएम के नाम ज्ञापन सौंपा और इलेक्ट्रो होम्योपैथी को मान्यता देने की मांग रखी। प्रदर्शन के दौरान डॉक्टर्स पोस्टर और बैनर लेकर पहले डीसी ऑफिस और फिर डी पार्क स्थित पूर्व सीएम एवं नेता विपक्ष भूपेंद्र हुड्डा के आवास पर भी पहुंचे और यहां उन्होने पूर्व सीएम के पीए को ज्ञापन सौंपकर कहा की कि नेता विपक्ष हमारी मांग को विधानसभा में उठाएं और इलेक्ट्रो होम्योपैथी को मान्यता दिलाने में सहयोग करें। ईएचएमसी के चेयरमैन डॉ. विनोद खनगवाल और प्रदेशभर से आए इलेक्ट्रो होम्योपैथी के डॉक्टर्स ने कहा कि चिकित्सा की इस पद्दति में सभी बीमारियों का इलाज संभव है। यहां तक कि उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी इससे ठीक हुए हैं। प्रदेश सरकार इलेक्ट्रो होम्योपैथी को मान्यता दे और आयुष विभाग में आर्येुवेद की तरह ही भर्ती निकाले। इससे इलेक्ट्रो होम्योपैथी के डॉक्टर्स का मनोबल बढ़ेगा और वे बिना किसी भय के प्रदेश में काम कर पाएंगे।
हरियाणा को दिक्कत क्यों
इलेक्ट्रो होम्योपैथी मेडिकल काउंसिल (ईएचएमसी) हरियाणा के चेयरमैन डॉ. खनगवाल ने कहा कि राजस्थान सरकार इलेक्ट्रो होम्योपैथी को वर्ष 2018 में ही मान्यता दे चुकी है। वहां डॉक्टर्स आराम से इस पद्दित से मरीजों का इलाज कर रहे हैं, लेकिन हरियाणा सरकार बार-बार अनुरोध करने के बाद भी इलेक्ट्रो होम्योपैथी मान्यता नहीं दे रही है। ऐसा हमारे साथ क्यों किया जा रहा है। जब जब देश में कानून एक है तो हरियाणा सरकार दोहरा रवैया क्यों अपना रही है। हम इलेक्ट्रो होम्योपैथी को मान्यता की मांग को लेकर पिछले 8 साल से संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन सरकार टरकाऊ रवैया अपना रही हैं। हमें सिर्फ आश्वासन ही मिले हैं। लेकिन धरातल पर कुछ नहीं हुआ।
ईएचएमसी ने दी चेतावनी
ईएचएमसी ने मंगलवार को चेतावनी भरे लहजे में कहा कि आज हमने एक जिले में ज्ञापन सौंपकर अपनी मांग उठाई है। अब सरकार नहीं मानी तो पूरे प्रदेश में आवाज बुलंद करेंगे। हर जिले में रोष प्रदर्शन कर सभी जिलों में डीसी को ज्ञापन सौंपेगे। सभी हलकों में विधायकों को ज्ञापन देंगे। जो दल हमारा साथ् देगा हम उसी को वोट देंगे।
प्रदेशभर में इलेक्ट्रो होम्योपैथी के करीब 20000 डॉक्टर्स हैं। हम जल्द इस विषय को लेकर प्रदेशभर के डॉक्टर्स की बैठक बुलाएं और आगे की रणनीति बनाएंगे। इसके बाद ही अगले कदम का ऐलान करेंगे। इसकी जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की होगी।
इन्होंने लिया प्रदर्शन में भाग
ईएचएमसी के चैयरमैन डॉ. विनोद खनगवाल, वाइस चेयरमैन डॉ नारायण सिंह तेवतिया, कैशियर डॉ. विनोद तोबड़िया, एएएमसी चेयरमैन डॉ. महीपाल, डॉ. संदीप सैनी, डॉ ज्ञान चंद सैनी, डॉ. लालचंद, , डॉ. पीके अरोड़ा, डॉ. रवि, डॉ. सतीश मलिक, डॉ. रोनी रमन, डॉ. ऊषा खनगवाल, डॉ. शिवानी, डॉ. श्वेता, डॉ. वेद पाल, डॉ संजू वर्मा, डॉ रोहित, डॉ.शिवराज, डॉ जय राम, डॉ श्याम बियर तंवर, डॉ रुस्तम सानी, डॉ जगसीर गांधी, डॉ रणवीर, डॉ राजेश, डॉ.सतीश सिंह, डॉ. पवन जांगड़ा, डॉ सुमन, डॉ प्रीति, डॉ सुनीता, डॉ राजा रानी, डॉ संजय दहिया, डॉक्टर वंदना, डॉ जयभगवान, डॉ अभिषेक, डॉ विपिन और डॉ वेदप्रकाश समेत प्रदेशभर के डॉक्टर्स ने रोष प्रदर्शन में भाग लिया।
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