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Jind : अब कॉलेजों में भी होगी पीटीएम, अभिभावकों को मिलेगी बच्चों की रिपेार्ट

सांकेतिक तस्वीर।सांकेतिक तस्वीर।

Jind

  • स्कूलों की तर्ज पर राजकीय महाविद्यालयों में भी पीटीएम का आयोजन
  • पीटीएम आयोजन के लिए उच्चतर शिक्षा निदेशालय ने जारी किए आदेश
  • अभिभावकों और शिक्षकों के बीच सीधा संपर्क स्थापित होगा

Jind : जींद। अब स्कूलों की तर्ज पर राजकीय महाविद्यालयों में भी अभिभावक-शिक्षक बैठक (पीटीएम) का आयोजन किया जाएगा। जिसके लिए उच्चतर शिक्षा विभाग ने कॉलेजों को आदेश जारी कर दिए हैं। ऐसे में घर से कॉलेज जाने की बात कह कर निकले विद्यार्थी फरलो पर रहते हैं तो इसकी खबर सीधे उनके अभिभावकों को मिल जाएगी। उच्चतर शिक्षा विभाग द्वारा जारी पत्र के अनुसार पीटीएम के आयोजन से कॉलेजों में पढ़ रहे विद्यार्थियों के अभिभावकों और शिक्षकों के बीच सीधा संपर्क स्थापित होगा। इससे कॉलेज विद्यार्थियों की उपस्थिति से लेकर वह पढ़ाई में कैसे हैं, यह सब कुछ उनके शिक्षकों से अभिभावक जान सकेंगे। गौरतलब है कि स्कूलों में हर माह पीटीएम होने से वहां पढ़ रहे छात्र.छात्राओं की हर गतिविधियों में प्रगति रिपोर्ट शिक्षकों से अभिभावकों को मिल जाती है। पर अभी तक कॉलेजों में पीटीएम नही होती थी। जिले में कुल 17 कॉलेज हैं। जिसमें से राजकीय कॉलेजों की संख्या नौ है। जींद में दो, नरवाना में एक, सफीदों में दो, पिल्लूखेड़ा में एक, अलेवा में एक, जुलाना में एक, छात्तर में एक राजकीय कॉलेज है। 12वीं की पढ़ाई पूरी कर कॉलेज में यूजी में दाखिले लेने से तीन साल की पढ़ाई के दौरान पढ़ाई के साथ फीस भरने सहित अन्य गतिविधियों में विद्यार्थी स्वयं शामिल रहते हैं। अधिकांश के अभिभावकों को विद्यार्थियों की कॉलेज में उपस्थिति व पढ़ाई सहित अन्य गतिविधियों में वह कैसा है, यह पता नहीं लग पाता था। साथ ही कई विद्यार्थी कॉलेज की पढ़ाई की गंभीरता से भी नहीं लेते। ऐसे में उच्चतर शिक्षा विभाग द्वारा कॉलेजों में भी पीटीएम कराने के निर्णय से कॉलेज में अभिभावकों की एंट्री मिलेगी। इसमें शिक्षकों से विद्यार्थियों की सभी जानकारियां उनके अभिभावकों को मिलती रहेगी। इससे कॉलेज में विद्यार्थी की उपस्थिति दर में सुधार के साथ उनकी पढ़ाई में गंभीरता भी बढऩे की संभावना है।

विद्यार्थियों के लिए उचित साबित होगी

राजकीय महाविद्यालय के प्राचार्य डा. सत्यवान मलिक ने बताया कि पीटीएम की पहल भविष्य में विद्यार्थियों के लिए उचित साबित होगी। इससे प्राध्यापकों व अभिभावकों का आपस में तालमेल बना रहेगा। अभिभावक पीटीएम से अपने बच्चे की हर गतिविधि पर नजर रख सकेंगे। इससे विद्यार्थियों की उपस्थिति दर के साथ पढ़ाई में भी सुधार होगा। उच्चर शिक्षा विभाग द्वारा पत्र जारी किया गया है। जिसमें राजकीय महाविद्यालयों में अध्यापक व अभिभावक मीटिंग (पीटीएम) के निर्देश मिले हैं।

https://vartahr.com/jind-now-ptm-wil…childrens-report/

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