Haryana
- बढ़ते प्रदूषण मामले में सुप्रीम कोर्ट भी सख्त
- कृषि विभाग की कमान संभालने के बाद मंत्री श्याम सिंह राणा का कड़ा रुख
- पराली जलाने के मामलों पर रोक नहीं लगा पाने पर कार्रवाई
- 14 शहराें का एक्यूआई खतरनाक स्तर पर पहुंचा
- कृषि विभाग ने 9 जिलों के अधिकारियों पर लिया एक्शन
- 75 से अधिक किसानों पर मुकदमे दर्ज, 15 से अधिक गिरफ्तार
Haryana : चंडीगढ़। हरियाणा में पराली जलाने पर सुप्रीम कोर्ट और एनजीटी के कड़े रुख के बाद अब हरियाणा सरकार ने भी कड़ा एक्शन लिया है। प्रदेश कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा ने मंगलवार को पराली जलाने पर रोक न लगा पाने और लापरवाही बरतने के आरोपों में 24 अफसरों/कर्मचारियों को तुरंत प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। इनमें एग्रीकल्चर डेवलपमेंट ऑफिसर (एडीओ) से लेकर एग्रीकल्चर सुपरवाइजर के अलावा कर्मचारी भी शामिल हैं। कृषि विभाग के डायरेक्टर राज नारायण कौशिक की तरफ से 9 जिलों के अधिकारियों पर एक्शन लिया गया है। इसमें पानीपत दो, हिसार दो, जींद में दो, कैथल तीन, करनाल तीन, फतेहाबाद तीन, कुरुक्षेत्र में चार, अंबाला तीन और सोनीपत के दो कर्मचारी शामिल हैं। सूत्रों के मुताबिक पराली जलाने के बढ़ रहे मामलों पर कार्रवाई न होने पर अधिकारियों और कर्मचारियों पर एक्शन लिया गया है।
अब तक 656 केस दर्ज
एक रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश में एक महीने में 656 पराली जलाने के मामले सामने आ चुके हैं। इन पर केस दर्ज किया जा चुका है। कुछ किसानों को हिरासत में भी लिया गया है। पराली जलाने के मामलों में दिल्ली और हरियाणा के कई जिलों में प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ रहा है।
इन पर गिरी गाज
निलंबित होने वाले अधिकारियों में घरौंडा के बीओओ गौरव, फतेहाबाद भूना के बीएओ कृष्ण कुमार, इंस्पेक्टर सुनील शर्मा, कुरुक्षेत्र से ओमप्रकाश, रामेश्वर श्योकंद, एडीओ पिपली प्रताप सिंह, थानेसर के बीएओ विनोद कुमार, लाडवा से अमित कंबोज शामिल हैं। इनके अलावा पानीपत के मतलौडा में सुल्ताना की एडीओ संगीता यादव, इसराना एटीएम सत्यावन, जींद एग्रीकल्चर सुपरवाइजर पुनीत कुमार और एग्रीकल्चर सुपरवाइजर संजीत (जींद), अंबाला में विशाल गिल, शेखर कुमार, रमेश, सोनीपत से एग्रीकल्चर सुपरवाइजर नितिन, गन्नौर से एग्रीकल्चर सुपरवाइजर किरण, हिसार में ओएओ एएई हेल्पर गोबिंद, हेल्पर पूजा, कैथल में एग्रीकल्चर सुपरवाइजर दीप कुमार, एग्रीकल्चर सुपरवाइजर हरप्रीत कुमार,एग्रीकल्चर सुपरवाइजर यादविंद्र सिंह, एएसओ सुनील कुमार का नाम भी शामिल है।
लगातार बढ़ा रहा प्रदूषण
-कुरुक्षेत्र में एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 423 पर पहुंच गया है। 14 शहरों का एक्यूआई 300 से ऊपर दर्ज किया गया। अगर प्रदूषण ऐसे ही बढ़ता गया तो हरियाणा में हेल्थ इमरजेंसी जैसे हालात पैदा हो सकते हैं। दिल्ली-एनसीआर में मंगलवार को सुबह 8 बजे से ग्रैप-2 लागू कर दिया गया है।
-एनसीआर में हरियाणा के फरीदाबाद, गुरुग्राम, नूंह, रोहतक, सोनीपत, रेवाड़ी, झज्जर, पानीपत, पलवल, भिवानी, चरखी दादरी, महेन्द्रगढ, जींद और करनाल जिले आते हैं। इन जिलों में ग्रैप-टू की पाबंदियां लागू रहेंगी।
-डॉक्टरों ने प्रदूषण में बाहर निकलने से पहले एन-95 मास्क पहनने की सलाह दी है। इसके अलावा आंखों को नियमित रूप से बार-बार धोने को कहा है, ताकि शरीर पर स्मॉग के पड़ने वाले प्रभाव को कम किया जा सके।
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