Weather
- -न्यूनतम तापमान जमाव बिंदू की ओर बढ़ा
- -अगले सप्ताह मौसम में बदलाव की संभावना
Weather : रेवाड़ी। दिन के समय मौसम का मिजाज लगातार गर्म बना हुआ है। मौसम में गर्माहट फसलों के लिए खतरे की घंटी है। रात के तापमान में गिरावट आने से कुछ हद तक राहत मिल रही है। दिन के समय ठंड का असर लगभग एक सप्ताह से गायब हो चुका है। अगले सप्ताह मौसम एक बार फिर से करवट ले सकता है। पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के कारण आसमान में बादल छाने और बूंदाबांदी की संभावना नजर आ रही हैं। गत 19 जनवरी से दिन का तापमान लगातार 22 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा चल रहा है। चमकीली धूप दोपहर के समय मौसम गर्म बना रही है, जिससे दिन के समय गर्म कपड़े तक शरीर को चुभने लगते हैं। ठंड का असर इस समय सुबह और शाम को ही देखने को मिल रहा है। मंगलवार को अधिकतम तापमान 0.8 डिग्री बढ़कर 23.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। न्यूनतम तापमान 2.6 डिग्री सेल्सियस की गिरावट के साथ 2.0 डिग्री पर आ गया। रात के तापमान में गिरावट के बाद खेतों में पाला जमना भी शुरू हो गया है। एक सप्ताह पूर्व तक लोग कड़ाके की ठंड का सामना कर रहे थे। अब आलम यह है कि तेज धूप भी सहन नहीं हो पाती। मौसम विभाग के अनुसार इस सप्ताह के अंत में मौसम में एक बार फिर से बदलाव आना शुरू हो सकता है। आगामी 3-4 फरवरी को आसमान में बादल छान और बूंदाबांदी होने की संभावना जताई जा रही है। इस दौरान एक बार फिर से अधिकतम तापमान में गिरावट आ सकती है।
किसानों की चिंता बढ़ा रहा मौसम
इस समय मौसम ने किसानों की चिंता बढ़ाने का काम कर दिया है। रात का तापमान गिरने से पाला जमना शुरू हो गया है। इससे सरसों की फसल को नुकसान की आशंका है। दिन के समय मौसम का गर्म होना भी नुकसानदायक साबित हो सकता है। इससे सरसों की फसल रोग की चपेट में आ सकती है। दिन में मिट्टी गर्म होने से दीमक जमीन से बाहर आकर गेहूं की फसल को चट कर सकती है। गेहूं में समय से पूर्व बालियां आ सकती हैं, जिस कारण दाना कमजोर रहने से उत्पादन में कमी आ सकती है। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार इस समय किसानों को गेहूं की निरंतर सिंचाई करनी चाहिए, ताकि फसल दीमर की चपेट में आने से बची रहे।
https://vartahr.com/weather-relief-f…m-during-the-day/