Weather
- हरियाणा में प्रदूषण का स्तर 500 के पार
- हरियाणा में पांचवीं तक स्कूल बंद करने की तैयारी
- सरकार ने सभी जिलों के डीसी को सौंपी जिम्मेदार
- दिल्ली में सरकारी ऑफिसों की टाइमिंग बदली गई
- स्कूलों में बच्चों के लिए कक्षा में मास्क अनिवार्य किया जाए
- सांसों पर संकट, आंखों में जलन, धुंध और कोहरा बढ़ा रहे परेशानी
- निष्प्रभावी सिद्ध हो रही ग्रेप के तीसरे चरण की पाबंदियां
Weather : बहादुरगढ़। प्रदेश में धुंध और कोहरे के बीच स्मॉग भी लोगों को परेशान कर रहा है। दिल्ली-एनसीआर और प्रदेश के कई जिलों में हालात गैस चैंबर जैसे बने हुए हैं। दिन प्रतिदिन हवा जहरीली होती जा रही है। एक्यूआई लेवल लगातार बढ़ता जा रहा है। शुक्रवार शाम 7 बजे प्रदेश में प्रदूषण का स्तर 500 पार कर गया। बहादुरगढ़ में 500 एक्यूआई रिकॉर्ड किया गया। वहीं, रात एक बजे यह अधिकतम 492 पर पहुंच गया था। शनिवार 11 बजे भी 474 एक्यूआई ने लोगों का दम घोंटा। धुंध, कोहरे और स्मॉग के चलते हरियाणा सरकार ने 5वीं तक स्कूल बंद करने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए जिम्मेदारी जिला उपायुक्तों को सौंपी गई है। बता दें कि दिल्ली-एनसीआर में 5वीं तक स्कूल बंद कर दिए गए और छठी के छात्रों के लिए कक्षाओं में मास्क अनिवार्य कर दिया गया है। ग्रेडेड एक्शन प्लान का तीसरा चरण लागू होने के बाद भी प्रदेश में हालात नहीं सुधर रहे हैं। ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) के तीसरे चरण की पाबंदियों का कोई असर दिख रहा है।
एक्यूआई अति गंभीर श्रेणी में
बहादुरगढ़ में औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक की बात करें तो शुक्रवार शाम 6 बजे 336, रात 11 बजे 386, शनिवार सुबह 4 बजे 398, सुबह 9 बजे 386 और दोपहर 2 बजे 382 रिकॉर्ड हुआ। एयर क्वालिटी इंडेक्स के अति गंभीर श्रेणी में होने के कारण बाहर तो क्या, घरों के अंदर भी लोगों का दम घुट रहा है। सुबह से ही प्रदूषण की धुंध छाई हुई है। दृश्यता भी काफी कम है। आंख खोलते ही जलन का अहसास होने लगता है। साथ ही सांस लेना भी दूभर हो गया है।
यह बरतें सावधानियां
बहादुरगढ़ के डॉ. बीएन मिश्रा के अनुसार सुबह की सैर को कुछ दिन के लिए टाल दें। बाहर जाने पर मास्क का इस्तेमाल करें। घर व आसपास के इलाके में ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाएं। दिन में करीब चार लीटर तक पानी पीएं। खाने में शहद, लहसुन, अदरक का अधिक इस्तेमाल करें। प्रदूषण में बच्चों को बाहर खेलने न निकलने दें। अस्थमा के मरीज हमेशा दवाइयां साथ रखें। ज्यादा ट्रैफिक वाले समय में घर से बाहर न निकलें।
ग्रेप के तीसरे चरण की पाबंदियां
-चार पहिया बीएस-3 पेट्रोल और बीएस-4 डीजल गाड़ियों पर बैन।
-दिल्ली में कमर्शियल गाड़ियों और डीजल ट्रकों की एंट्री पर रोक।
-गैर-जरूरी कंस्ट्रक्शन और तोड़फोड़ गतिविधियों पर रोक रहेगी।
-होटल-रेस्तरां के तंदूर में कोयले और लकड़ी के इस्तेमाल पर पाबंदी।
-सिर्फ इमरजेंसी के लिए ही डीजल जनरेटर सेट के इस्तेमाल की छूट।
-सड़कों की सफाई और पानी का नियमित छिड़काव किया जाएगा।
दिल्ली ने ये कदम उठाए
-दिल्ली की सीएम आतिशी ने सरकारी ऑफिसों के लिए नए समय की घोषणा की। केंद्र सरकार के दफ्तर सुबह 9 से शाम 5:30, दिल्ली सरकार के दफ्तर 10 से शाम 6:30 और एसीडी के दफ्तर 8:30 से शाम 5 बजे तक चलेंगे।
-दिल्ली के सभी प्राइमरी (5वीं क्लास तक) स्कूलों में ऑनलाइन क्लास चलाने का ऐलान शुक्रवार को ही कर दिया गया था। अब छठी से 12वीं तक के स्कूलों के लिए मास्क अनिवार्य करने का फैसला लिया गया है।
-सरकार ने लोगों से निजी वाहन न चलाने की अपील की है। इसके लिए 106 अतिरिक्त क्लस्टर बसें और मेट्रो के 60 और फेरे बढ़ाए गए हैं, ताकि लोग प्राइवेट व्हीकल का कम इस्तेमाल करें।
-एयर कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (सीएक्यूएम) ने एनसीआर यानी हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान से आने वाली बसों के दिल्ली आने पर भी रोक लगा दी है।
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