Sonipat
- कोहरे की वजह से दृश्यता घटी, गोहाना में हुए तीन सड़क हादसे
- जिले के अधिकतम और न्यूनतम तापमान में आंशिक बढ़ोतरी
- लगातार दूसरे दिन भी 300 से अधिक रहा एक्यूआई, दर्ज किया गया 301
Sonipat : सोनीपत। रोजाना ठंड बढ़ रही है, इसके साथ ही कोहरा भी बढ़ रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में विशेषतौर पर कोहरा मुसीबत बनता जा रहा है। कोहरे के पहले दिन ही गोहाना में तीन स्थानों पर हुए हादसों में एक युवक की मौत भी हो गई है। जिसकी वजह से सीधे तौर पर कोहरा जानलेवा भी साबित हो रहा है। वहीं कोहरे के कारण ही सांस लेना भी मुश्किल हो चला है। जिले का एक्यूआई लगातार दूसरे दिन भी 300 से ऊपर बना हुआ है। हालांकि जिले के तापमान में हलकी वृद्धि दर्ज की गई हैं, लेकिन मौसम विशेषज्ञों की मानें तो कोहरा अभी कई दिनों तक परेशान कर सकता है और आए दिन कोहरे की सघनता भी बढ़ती चली जाएगी। जिसकी वजह से ठंड में वृद्धि भी लाजिमी है। बता दें कि कोहरा अब जानलेवा बनने लगा है। मंगलवार रात से ही हल्का कोहरा छा गया था। जिससे रात को यात्रा कर रहे वाहन चालकों को परेशानी हुई। बुधवार तड़के ग्रामीण क्षेत्र कोहरे की चादर से ढका था। जिससे ग्रामीण क्षेत्र में दृश्यता करीब 50 मीटर रही। वाहन चालकों को परेशानी उठानी पड़ी। ठंड के साथ ही कोहरा छाने से लोग ठंड से ठिठुर गए। पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों में दिख रहा है।
हवा कम तो तापमान बढ़ा
हवा का प्रवाह कम होने से अधिकतम व न्यूनतम तापमान में हल्की बढ़ोतरी दर्ज की गई। दिन में धूप खिलने से लोगों को ठंड से आंशिक राहत मिली। जिले का अधिकतम तापमान 22.8 और न्यूनतम तापमान 3.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि एक दिन पहले जिले का अधिकतम तापमान 21.9 और न्यूनतम तापमान 3.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। दिन भर चार किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से शीतलहर चलती रही।
लगातार दूसरे दिन भी एक्यूआई 300 पार
जिले में बुधवार को एक्यूआई का स्तर बढक़र 301 पर रहा। एक दिन पहले यह 316 था। लगातार प्रदूषण बढ़े होने के कारण लोगों को दैनिक कार्यों में भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। विशेषतौर पर सांस के मरीजों और दिल के मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सांस लेने में तकलीफ हो रही है। वहीं आम लोगों को भी आंखों में जलन महसूस हो रही है।
कोहरे में वाहन चालकों बरतें सावधनी
-सडक़ पर चलते समय वाहन की गति सीमित रखें।
-लाइट को लो-बीम पर रखें, हाई बीम पर लाइट कोहरे से रिफ्लेक्ट होकर वापस आती है, जिससे दिक्कत आती है।
-वाहन को अपनी लेन में चलाएं।
-जरूरत के अनुसार सामने वाले शीशे को साफ करते रहें।
-वाहन को सडक़ से नीचे उतारकर सुरक्षित स्थान पर ही पार्क करें।
-ओवरटेक करने का प्रयास न करें, इससे हादसे की आशंका बढ़ जाती है।
-सामने वाले वाहन से पर्याप्त दूरी बनाकर रखें। ऐसे में सामने वाले वाहन के अचानक ब्रेक लगाने पर सुरक्षित रहेंगे।
-दृश्यता कम होने की स्थिति में जगह-जगह पर हॉर्न बजाते रहें।
10 किलोमीटर पर तैनात करें रेस्क्यू व रिस्पांस टीम
बुधवार को लघु सचिवालय में सडक़ सुरक्षा एवं सुरक्षित स्कूल वाहन पॉलिसी समिति की मासिक बैठक आयोजित की गई। जिसमें उपायुक्त डॉ. मनोज कुमार ने एनएचएआई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि कोहरे के चलते एनएच-44 पर प्रत्येक 10 किलोमीटर पर रेस्क्यू व रिस्पांस टीम की तैनाती करें ताकि जरूरत पड़ने पर तुरंत कार्यवाही की जा सके। उन्होंने कहा कि नेशनल हाइवे पर एम्बुलेंस की संख्या भी बढ़ाई जाए ताकि दुर्घटना होने पर तुरंत लोगों को रेस्क्यू कर अस्पताल में भेजा जा सके। उपायुक्त ने कहा कि अवैध कटों को तुरंत बंद किया जाए और अवैध कट बनाने वाले लोगों पर पुलिस विभाग सख्त कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि सभी सडक़ निर्माता एजेंसी कोहरे के मौसम के चलते सभी सडक़ों पर सफेद पट्टी लगवाना सुनिश्चित करें। इस मौके पर सबंधित अधिकारी मौजूद रहे।
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