Monsoon
- आईएमडी का दावा, 25 से 30 जून तक हरियाणा पहुंचने की संभावना
- 8 जुलाई तक पूरे देश को कवर करेगा, 17 सितंबर के आसपास वापसी
- 15 अक्टूबर तक पूरी तरह से वापस चला जाता है मानसून
- इस बार सामान्य से अधिक बारिश का अनुमान, किसानों को फायदा
- पिछले साल 30 मई को दस्तक थी, सामान्य हुई थी बरसात
- मानसून ने 2009 में 23 मई को केरल में दी थी दस्तक
Monsoon : नई दिल्ली। दक्षिण-पश्चिमी मानसून शनिवार को केरल पहुंच गया। यह अपने तय समय से 8 दिन पहले पहुंचा है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक 16 साल में ऐसा पहली बार हुआ है जब मानसून इतनी जल्दी आया है। वर्ष 2009 में मानसून 9 दिन पहले 23 मई को पहुंचा था। वहीं, पिछले साल 30 मई को दस्तक थी। मानसून चार दिन से देश से करीब 40-50 किलोमीटर दूर अटका था और शुक्रवार शाम आगे बढ़ा और शनिवार को केरल तट से टकरा गया। केरल के कई इलाकों में बारिश शुरू हो गई है। एक हफ्ते में देश के दक्षिणी और पूर्वोत्तर राज्यों, जबकि 4 जून तक मध्य और पूर्वी भारत को कवर कर सकता है। वहीं, हरियाणा, दिल्ली-एनसीआर में 25 से 30 जून तक पहुंचने की संभावना है।
ऐसे रहती है रफ्तार
दक्षिण-पश्चिमी मानसून सामान्यतः एक जून तक केरल में प्रवेश करता है और 8 जुलाई तक पूरे देश में पहुंचता है। उत्तर-पश्चिमी भारत से इसकी वापसी 17 सितंबर के आसपास शुरू हो जाती है और 15 अक्टूबर तक यह पूरी तरह से वापस चला जाता है।
क्या कहते हैं आंकड़े
आईएमडी के आंकड़ों के अनुसार, मानसून दक्षिणी राज्य में पिछले साल 30 मई को, 2023 में आठ जून को, 2022 में 29 मई को, 2021 में तीन जून को, 2020 में एक जून को, 2019 में आठ जून को और 2018 में 29 मई को आया था। इस संबंध में 1975 से उपलब्ध आंकड़ों से पता चलता है कि मानसून केरल में सबसे जल्दी 1990 में (19 मई को) पहुंचा था जो सामान्य तिथि से 13 दिन पहले था।
कब-कहां पहुंचेगा मॉनसून
-केरल और दक्षिण भारत : मॉनसून ने 24 मई को केरल में एंट्री कर ली है। 29 मई से 1 जून तक, यह कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों और गोवा तक पहुंचेगा। आईएमडी ने पहले ही इन राज्यों के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
मध्य भारत : जून के पहले सप्ताह (5-7 जून) तक मॉनसून महाराष्ट्र, तेलंगाना, और पूर्वोत्तर राज्यों जैसे असम, मेघालय, और त्रिपुरा में सक्रिय हो जाएगा। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, और ओडिशा में मॉनसून 10-15 जून तक पहुंचने की उम्मीद है।
-उत्तर भारत : आईएमडी के अनुमान के अनुसार, मॉनसून 25-30 जून तक उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब, हरियाणा, और राजस्थान में पहुंचेगा। हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, और जम्मू-कश्मीर जैसे पहाड़ी क्षेत्रों में भी इसी दौरान मॉनसून की बारिश शुरू होगी।
इस बार सामान्य रहेगा मानसून
आईएमडी के अनुसार इस साल मानसून सामान्य रहेगा। इससे फसलों का अच्छा उत्पादन होने की संभावना बन रही है। किसानों को लाभ होगा। भारत के कृषि क्षेत्र के लिए मानसून महत्वपूर्ण है। कृषि क्षेत्र लगभग 42.3 प्रतिशत आबादी की आजीविका में सहयोग प्रदान करता है और देश के सकल घरेलू उत्पाद में 18.2 प्रतिशत का योगदान देता है। आईएमडी ने 2025 के लिए सामान्य से 105% अधिक बारिश का अनुमान लगाया है, जो खरीफ फसलों जैसे धान, मक्का, और कपास के लिए अच्छी खबर है। समय पर और पर्याप्त बारिश जलाशयों को भरने और पनबिजली उत्पादन के लिए भी महत्वपूर्ण है।