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Bulet Train : देश में जल्द पहली बुलेट ट्रेन दौड़ेगी : मोदी

Bulet Train

  • -पीएम मोदी बोले, देश में हाई स्पीड ट्रेनों की मांग लगातार बढ़ रही
    -जल्द ऐतिहासिक बदलाव देखने को मिलेगा
    -पीएम ने जम्मू रेलवे डिवीजन का किया उद्घाटन
    -रेलवे से जुड़ी कई परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास
    -2014 तक 35 फीसदी रेलवे ट्रैक का इलेक्टि्रफिशन था
    -अब हम 100 फीसदी के नजदीक पहुंचे

Bulet Train : नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को देशभर से हाई स्पीड ट्रेनों की ‘बढ़ती’ मांग और अपनी सरकार के तहत रेल के क्षेत्र में हुए ‘ऐतिहासिक बदलाव’ को रेखांकित करते हुए कहा कि अब वह समय दूर नहीं जब भारत में पहली बुलेट ट्रेन दौड़ेगी। वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से नए जम्मू रेलवे डिवीजन के उद्घाटन सहित रेल से जुड़ी विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करने के बाद मोदी ने यह भी कहा कि पिछले दशक में रेलवे में ‘ऐतिहासिक बदलाव’ हुए हैं। इस दौरान मोदी ने तेलंगाना में चारलापल्ली नए टर्मिनल स्टेशन का भी उद्घाटन किया और पूर्वी तटीय रेलवे के रायगडा रेलवे डिवीजन भवन की आधारशिला रखी।

136 से अधिक वंदे भारत चल रही

मोदी ने हाल ही में 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन के परीक्षण का जिक्र करते हुए कहा कि 50 से अधिक मार्गों पर 136 से अधिक वंदे भारत ट्रेनें चल रही हैं। भारत ने नए साल में संपर्क के मामले में भी तेज रफ्तार बनाए रखी है। ‘मैंने कल दिल्ली-एनसीआर में ‘नमो भारत’ ट्रेन का शानदार अनुभव लिया और दिल्ली मेट्रो की अहम परियोजनाओं की शुरुआत की। कल भारत ने बहुत बड़ी उपलब्धि हासिल की है। ​हमारे देश में अब मेट्रो नेटवर्क एक हजार किलोमीटर से ज्यादा का हो गया है।’

यात्रियों को आधुनिक सुविधाएं मिल रही

मोदी ने कहा कि बुनियादी ढांचे का आधुनिकीकरण, यात्रियों को आधुनिक सुविधाएं प्रदान करना, देश के सभी हिस्सों में संपर्क को बढ़ावा देना और रोजगार व उद्योग को समर्थन देना, रेल क्षेत्र में विकास के चार मानकों पर सरकार काम कर रही है। लोग लंबी दूरी तय करने में कम समय बिताना चाहते हैं, जिससे हाई स्पीड ट्रेनों की मांग बढ़ रही है।

रेल संपर्क का भी अद्भुत विस्तार

-10 वर्षों में रेल संपर्क का अद्भुत विस्तार हुआ है। 2014 तक देश में सिर्फ 35 प्रतिशत रेल लाइनों का विद्युतीकरण हुआ था। आज भारत, रेल लाइनों के शत-प्रतिशत विद्युतीकरण के करीब है। हमने रेलवे की पहुंच को भी लगातार विस्तार दिया है।

-10 वर्षों में 30 हजार किमी. से ज्यादा नए रेलवे ट्रैक बिछाए गए हैं।’ पिछला एक दशक भारतीय रेलवे के ऐतिहासिक बदलावों का रहा है। रेलवे अवसंरचना में ऐसा बदलाव आया है जो दिख रहा है। इससे देश की छवि बदली है और देशवासियों का मनोबल भी बढ़ा है।’

-जम्मू रेलवे डिवीजन के निर्माण से 742.1 किलोमीटर लंबे पठानकोट, जम्मू, उधमपुर, श्रीनगर, बारामूला, भोगपुर, सिरवाल और बटाला-पठानकोट तथा पठानकोट से जोगिन्दर नगर खंडों को महत्वपूर्ण लाभ होगा, जिससे लोगों की लंबे समय से लंबित आकांक्षा पूरी होगी और भारत के अन्य हिस्सों से संपर्क में सुधार होगा।

https://vartahr.com/indias-first-bul…run-soon-pm-modi/

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