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- कर्नाटक, बंगाल, तमिलनाडु और गुजरात में 6 बच्चे संक्रमित मिला
- कई राज्यों ने एडवाइजरी और अलर्ट जारी किया
- चीन में फैल रहे ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) संक्रमण की भारत में दस्तक हो गई। इसे लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय भी अलर्ट हो गया है।
- यह बीमारी संक्रमित व्यक्तियों के खांसने, छींकने, छूने व हाथ मिलाने से भी फैल सकती है
- संक्रमित बच्चों और उनके परिजनों का कोई भी अंतरराष्ट्रीय यात्रा का इतिहास नहीं
HMPV : नई दिल्ली। इस बार फिर चीनी वायरस और कोरोना जैसे ही इसके लक्षण। चीन में फैल रहे ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) संक्रमण की भारत में दस्तक हो गई। अब आम लोगों को भी एक नई लड़ाई के लिए तैयार रहना होगा। हालांकि स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि इस वायरस से घबराने की जरूरत नहीं है। फिर लोगें को सतर्कता बरतनी होगी। तभी इस बीमारी पर पारा पाया जा सकेगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने कर्नाटक में दो बच्चों में एचएमपीवी संक्रमण पाया है। तीन महीने की बच्ची और आठ महीने के बच्चे में संक्रमण मिला है। इसके अलावा गुजरात में दो महीने के बच्चे में संक्रमण पाया गया है। तमिलनाडु में दो और पश्चिम बंगाल में एक बच्चे में इस वायरस की पुष्टी हुई है। ऐसे में सभी अलर्ट रहने की जरूरत है। केस मिलने के बाद अलर्ट जारी किया गया है। चीन में इन दिनों ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) का प्रकोप देखने को मिल रहा है। इसे लेकर भारत में भी स्वास्थ्य मंत्रालय ने कड़ी निगरानी शुरू कर दी है। राज्यों ने एडवाइजरी और अलर्ट जारी किया है। इसके साथ ही भारत में एचएमपीवी वायरस के दो केस सामने आए हैं। डॉक्टर कहते हैं, जैसे कोरोनावायरस में म्यूटेशन के बाद 2019-20 में नोवेल कोरोनावायरस आया और दुनियाभर में तबाही मचाई। माना जा रहा है कि एचएमपीवी में भी कुछ बदलाव हुए हैं, पर इसके ज्यादा खतरनाक साबित होने का डर कम है।
दो बच्चे ठीक, एक शिशु आइसोलेशन में
मंत्रालय ने कहा कि बेंगलुरू के बैपटिस्ट अस्पताल में तीन महीने की एक बच्ची को ब्रोन्कोन्यूमोनिया बीमारी के इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। बच्ची में एचएमपीवी होने की जानकारी मिली। उसे छुट्टी दे दी गई है। इसी अस्पताल में आठ महीने के बच्चे में को भी संक्रमित पाया गया। उसका तीन जनवरी 2025 को नमूना लिया गया था। बच्चे की हालत भी ठीक है। दोनों संक्रमित बच्चों और उनके परिजनों का कोई भी अंतरराष्ट्रीय यात्रा का इतिहास नहीं है। अहमदाबाद नगर निगम के स्वास्थ्य प्रभारी चिकित्सा अधिकारी भाविन सोलंकी ने कहा कि राजस्थान के डूंगरपुर के रहने वाले शिशु को श्वसन संक्रमण के लक्षणों के साथ 24 दिसंबर को अहमदाबाद के चांदखेड़ा इलाके में स्थित अस्पताल में भर्ती कराया गया था। परीक्षण के बाद बच्चे को एचएमपीवी संक्रमित पाया गया। सोलंकी ने कहा कि शिशु में एचएमपीवी संक्रमण 26 दिसंबर को पाया गया था, लेकिन हमें इसके बारे में अभी पता चला क्योंकि निजी अस्पताल ने हमें इसकी सूचना देर से दी। अधिकारी ने बताया कि शिशु को आइसोलेशन में रखा गया है। उन्होंने कहा कि पहले बच्चे को वेंटिलेटर पर रखा गया था और उसकी हालत अब स्थिर है।
आंध्र प्रदेश सरकार ने जारी किया अलर्ट
आंध्र प्रदेश सरकार ने एचएमपीवी वायरस को लेकर अलर्ट जारी किया है। आंध्र प्रदेश की लोक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण निदेशक के पद्मावती ने कहा कि यह वायरस कोविड-19 की तरह ही एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। यह मुख्य रूप से बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले व्यक्तियों को प्रभावित करता है। आंध्र प्रदेश में एचएमपीवी का कोई मामला नहीं आया है। फिलहाल, इससे घबराने की कोई जरूरत नहीं है। एचएमपीवी से संक्रमित व्यक्तियों के निकट संपर्क में रहने वाले व्यक्तियों को वायरस के संक्रमण का खतरा है। उन्होंने कहा कि यह बीमारी संक्रमित व्यक्तियों के खांसने, छींकने, छूने और हाथ मिलाने से भी फैल सकती है।
सरकार सभी ऐहतियातीकदम उठाएगी
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि एचएमपीवी पहले से ही भारत सहित दुनिया भर में प्रचलन में है। इससे जुड़ी श्वसन संबंधी बीमारियों के मामले कई देशों में सामने आए हैं। वहीं आईसीएमआर और एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (आईडीएसपी) नेटवर्क के मौजूदा आंकड़ों के आधार पर देश में इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी (आईएलआई) या गंभीर तीव्र श्वसन बीमारी (एसएआरआई) के मामलों में कोई असामान्य वृद्धि नहीं हुई है। मंत्रालय ने कहा कि स्थिति पर नजर रखी जा रही है। आईसीएमआर पूरे वर्ष एचएमपीवी प्रचलन के रुझानों पर नजर रखना जारी रखेगा। हालांकि, विश्व स्वास्थ्य संगठन पहले ही चीन में किए जा रहे उपायों की जानकारी दे रहा है। इसे लेकर सभी स्वास्थ्य इकाइयां अलर्ट पर हैं। वहीं कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री ने आपात बैठक बुलाई है। एचएमपीवी वायरस पर कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया ने कहा कि यह दो बच्चों में पाया गया है। मैंने स्वास्थ्य विभाग के प्रभारी दिनेश गुंडूराव से बात की है। उन्होंने विभाग के साथ बैठक की। जो भी निर्णय होगा सरकार उसे लागू करेगी। सरकार सभी एेहतियाती कदम उठाएगी और इस बीमारी को रोकेगी।
एचएमपीवी कोई नया वायरस नहीं, चिंता की कोई बात नहीं: नड्डा
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे. पी. नड्डा ने भारत में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) के मामले सामने आने के बाद सोमवार को कहा कि सरकार स्थिति पर बारीकी से नजर रख रही है और चिंता की कोई बात नहीं है। उन्होंने कहा कि एचएमपीवी कोई नया वायरस नहीं है और देश में किसी भी सामान्य श्वसन वायरस रोगजनक में कोई वृद्धि नहीं देखी गई है। नड्डा ने एक वीडियो संदेश में कहा कि चीन में एचएमपीवी की हालिया खबरों के मद्देनजर स्वास्थ्य मंत्रालय, आईसीएमआर, देश की शीर्ष स्वास्थ्य अनुसंधान संस्था और राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) चीन और अन्य पड़ोसी देशों में स्थिति पर कड़ी नजर रख रहे हैं। उन्होंने कहा कि डब्ल्यूएचओ ने ‘स्थिति का संज्ञान लिया है और शीघ्र ही रिपोर्ट हमारे साथ साझा करेगा।’
https://vartahr.com/hmpv-now-be-read…-knocks-in-india/