Haryana
- यह संयोग माता लक्ष्मी की प्रसन्नता के साथ शुभ फलदायी
- 31 अक्तूबर को कार्तिक अमावस्या के दिन दिवाली का पर्व मनाया जाएगा
- घर व मंदिर में दीपों की माला सजाकर भगवान श्रीगणेश व माता लक्ष्मी का पूजन करें
Haryana : सोनीपत। कार्तिक माह की अमावस्या को मनाए जाने वाले हिंदू धर्म के सबसे बड़े त्योहार दीपावली को इस बार 31 अक्तूबर को मनाया जाएगा। दीपोत्सव पर प्रीति व शिववास योग का निर्माण हो रहा है। इस योग में मां लक्ष्मी की पूजा करने से सुख-समृद्धि व सौभाग्य में वृद्धि होगी। जीवन में व्याप्त दुखों से मुक्ति मिलती है। इस दिन वीरवार का संयोग स्थिर लग्न वृषभ रहेगा, जो पूजा के लिए विशेष फलदायी माना गया है। यह संयोग माता लक्ष्मी की प्रसन्नता के साथ शुभ फलदायी रहेगा। ज्योतिषाचार्य पंडित कृष्ण दत्त गौड़ ने बताया कि 31 अक्तूबर को कार्तिक अमावस्या के दिन दिवाली का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन घर व मंदिर में दीपों की माला सजाकर रात को भगवान श्रीगणेश व माता लक्ष्मी जी की पूजन करना चाहिए। इस बार अमावस्या तिथि 31 अक्तूबर को दोपहर 2:40 बजे प्रारंभ होकर 1 नवंबर को शाम 5:13 बजे रहेगी। एक नवंबर को सूर्यास्त सायं 5:32 बजे हो रहा है। ऐसे में अमावस्या सूर्यास्त से पूर्व 5:13 बजे खत्म हो रही है। 1 नवंबर को ही सायं 5:13 बजे के बाद प्रतिपदा लग जा रही है। 1 नवंबर को प्रदोष काल व निशीथ काल दोनों में कार्तिक अमावस्या न मिलने से 31 अक्तूबर को दिवाली पर्व मनाना शास्त्र सम्मत रहेगा। ब्रह्म पुराण में भी कार्तिक अमावस्या पर लक्ष्मी वकुबेर आदि का रात्रि में भ्रमण बताया गया है। सूर्यास्त के बाद 48 मिनट का प्रदोष काल रहेगा, जो 31 अक्तूबर को ही होगा। वहीं, 1 नवंबर को कार्तिक अमावस्या स्नान-दान व श्राद्ध के लिए रहेगी।
लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त
-31 अक्तूबर : शाम 6:27 से रात 8:32 बजे तक
-दिवाली पूजन का निशिता मुहूर्त : रात 11:39 से रात 12:31 बजे तक
-मध्य रात्रि 12:53 से सुबह 3:09 बजे तक
-प्रदोष काल : शाम 5:35 से 8:11 बजे तक
-वृषभ काल : शाम 6:21 से 8:17 बजे तक
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