Fraud
- छत्तीसगढ़ में भी एक लाख राशन कार्डों पर संदेह
- केवायसी और नवीनीकरण के लिए नहीं आ रहे लोग, इनमें फर्जी कार्ड वाले भी
- नवीनीकरण का कार्य फरवरी 2025 तक चलेगा
- इसके बाद ही रद किए जाएंगे कार्ड। फिलहाल मृत सदस्यों के नाम काटे जा रहे
Fraud : नई दिल्ली। फर्जी राशन कार्डों पर रोक लगाने एवं राशन वितरण योजना में पारदर्शिता लाने के लिए देशभर में राशन कार्ड सदस्यों का बॉयोमेट्रिक प्रणाली (ई-केवाइसी) के माध्यम से सत्यापन किया जा रहा है, ताकि राशन जरूरतमंद, पात्र और जीवित लोगों को ही मिल सके। इस नये नियम को लागू किए जाने के बाद से देश के कई राज्यों में फर्जी राशन कार्डों की पोल भी खुली है, क्योंकि कुछ मामलों को छोड़कर केवाइसी वही लोग करा रहे हैं जो पात्र, जरूरतमंद तथा जीवित हैं।
केंद्र की रिपोर्ट में राज्यों का आंकड़ा बताता है कि सबसे ज्यादा कार्ड उत्तरप्रदेश में रद्द हुए हैं। यहां इसकी संख्या 9 लाख से अधिक है। दूसरे नंबर पर बिहार है, जहां 6 लाख से अधिक राशन कार्ड को रद्द करना पड़ा हैं। इसी प्रकार दिल्ली, राजस्थान, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश जैसे राज्यों में भी 3 से 4 लाख से ज्यादा कार्डधारी केवायसी के लिए पहुंचे ही नहीं।
एक लाख से अधिक रद्द होने की संभावना
छत्तीसगढ़ में भी इसका आंकड़ा एक लाख से ज्यादा होने की संभावना है, क्योंकि यहां अब तक 20 लाख से ज्यादा सदस्यों ने अपना केवाइसी नहीं कराया है। राज्य में अब तक करीब साढ़े चार लाख कार्ड धारकों ने नवीनीकरण नहीं कराया है। इनमें से एक लाख से अधिक कोर्ड को रद्द किया जा सकता है, क्योंकि बार-बार नवीनीकरण की तारीख बढ़ाए जाने के बाद भी धारक कार्ड को नवीनीकरण नहीं करा रहे हैं। इससे पूर्व नवीनीकरण की 31 अक्टूबर अंतिम तारीख तय की गई थी, लेकिन शेष बचे कार्ड धारकों की संख्या अधिक होने के कारण शासन ने धारकों को अंतिम मौका देते हुए नवीनीकरण की तारीख 2 फरवरी 2025 तक बढ़ा दी है।
मृत सदस्यों के नाम काटे जा रहे
मृत्यु हो चुकी सदस्यों के नाम की जानकारी सभी राशन दुकानों से एकत्र की जा रही है। अब तक करीब 6 हजार सदस्यों का पता चला है, जिनकी मृत्यु हो चुकी है। इन सभी के नाम काटे गए हैं।
-भूपेंद्र मिश्रा, जिला खाद्य नियंत्रक रायपुर
मृत सदस्य के नाम पर भी उठा रहे थे राशन
सालभर में साढ़े चार लाख से अधिक कार्डों का नवीनीकरण नहीं कराना एवं 20 लाख से ज्यादा सदस्यों द्वारा केवाइसी नहीं कराना कार्ड धारक व सदस्यों पर कई सवाल खड़े करता है, क्योंकि कई कार्ड धारक मृत सदस्य के नाम पर भी राशन उठा रहे हैं। रायपुर जिले में खाद्य विभाग की जांच में ऐसे हजारों मामले सामने आए हैं, जिनमें कार्ड के किसी सदस्य की मृत्यु होने के बाद भी उसके कोटे का राशन कार्ड धारक प्राप्त कर रहे थे। जिले में ऐसे करीब 6 हजार सदस्यों के नाम पिछले सालभर में काटे गए हैं। इसके कारण भी कई कार्ड धारक केवाइसी और नवीनीकरण नहीं करा रहे हैं।
केवाइसी की अंतिम तारीख 31 दिसंबर तय, नवीनीकरण की बढ़ी
भारत सरकार ने केवाइसी कराने की अंतिम तारीख 31 दिसंबर तय की है। सूत्रों के अनुसार इसके बाद छूटे हुए कार्ड सदस्यों के नाम ऑटोमेटिक निरस्त हो जाएंगे। इस तरह राज्य में केवाइसी नहीं कराने वाले सदस्यों की संख्या 20 लाख से ज्यादा है, जबकि नवीनीकरण नहीं हुए कार्डों की संख्या साढ़े चार लाख से अधिक है। इस तरह दिसंबर के बाद केवाइसी नहीं कराने वाले सदस्यों के नाम भी राशन कार्ड से काट दिए जाएंगे।
राज्यों के हालात
राज्य रद्द कार्ड
उत्तरप्रदेश 9 लाख 21 हजार
बिहार 6 लाख 67 हजार
दिल्ली 4 लाख 26 हजार
राजस्थान 3 लाख 6 हजार
महाराष्ट्र 3 लाख 10 हजार
हरियाणा 3 लाख 30 हजार
मध्यप्रदेश 3 लाख 68 हजार
छत्तीसगढ़ शून्य
https://vartahr.com/fraud-breakup-in…anceled-in-bihar/