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Dance Drama : खेल-खेल में पढ़ाई करेंगे बच्चे, प्रदेश के प्राइमरी स्कूलों में पाठ्यक्रम बदला

Dance Drama

  • पहली कक्षा से तीसरी तक लागू होगा नया पाठ्यक्रम
  • बच्चों को ड्राइंग, नृत्य और नाटक का प्रशिक्षण दिया जाएगा
  • बच्चों की बौद्धिक क्षमता विकसित करने की तैयारी-नए सिलेबस में फिजिकल और आर्ट एजुकेशन जोड़ी
  • पहली अप्रैल से शुरू हो रहे नए शैक्षिक सत्र में लागू होगा
  • नए सत्र में पहली, दूसरी, तीसरी और छठी कक्षा के बच्चों को नए पाठ्यक्रम पर आधारित पुस्तकें मिलेंगी

Dance Drama : चंडीगढ़। अब प्रदेश के सरकारी स्कूलों में प्राथमिक कक्षाओं के बच्चों को खेल-खेल में पढ़ाई कराने की नीति के तहत कईं बड़े बदलाव करने की तैयारी हो गई है। बच्चों को ड्राइंग, नृत्य और नाटक आदि का प्रशिक्षण दिया जाएगा साथ ही बच्चों की बौद्धिक क्षमता को विकसित किया जाएगा। नई शिक्षा नीति के तहत पहली, दूसरी, तीसरी और छठी कक्षा के पाठ्यक्रम में बदलाव किया गया है। अब आने वाले वक्त में बच्चों को आसानी से पाठ समझाया जा सकेगा। प्राथमिक कक्षाओं में बदला हुए सिलेबस पहली अप्रैल से शुरू हो रहे नए शैक्षिक सत्र में लागू हो जाएगा। नए सत्र में पहली, दूसरी, तीसरी और छठी कक्षा के बच्चों को नए पाठ्यक्रम पर आधारित पुस्तकें मिलेंगी।

दस फीसदी बदलाव

हरियाणा परिप्रेक्ष्य के मुताबिक सिलेबस में दस फीसदी बदलाव किया गया है। हरियाणा में तीज का त्योहार मनाया जाता है, जो एनसीईआरटी की किताब में नहीं मिलेगा, लेकिन इसे एससीईआर की किताबों में शामिल किया जाएगा।

फिजिकल एजुकेशन पर जोर

पाठ्यक्रम में दो नई किताबें फिजिकल एजुकेशन एवं आर्ट एजुकेशन जोड़ी हैं। फिलहाल यह किताबें अध्यापकों को ही दी जाएंगी, जिसके आधार पर अध्यापक बच्चों को अनिवार्य रूप से विभिन्न गतिविधियां कराएंगे। इन विषयों के अलग से पीरियड भी लगेंगे। प्राथमिक स्कूलों में पहले आर्ट एजुकेशन को कभी पढ़ाई में शामिल नहीं किया गया, लेकिन अब यह विषय एक जरूरी विषय के रूप में लागू किया जाएगा।

एक-दूसरे से सीखेंगे

इन किताबों को बच्चों की रुचि के अनुसार तैयार किया है, ताकि वे और बेहतर तरीके से पढ़ाई कर पाएं। नई किताबों को इस प्रकार से डिजाइन किया गया है कि बच्चों को आपस में चर्चा करने और एक-दूसरे से सीखने का मौका मिलेगा।

गणित की नई पुस्तक भी तैयार

पाठ्यक्रम के माध्यम से खेल, पहेलियों और चुनौतियों को शामिल किया है, ताकि बच्चे खुद पढ़ें और खुद अभ्यास कर सकें। राज्य शैक्षिक अनुसंधान व प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) ने पहली और दूसरी कक्षा के लिए गणित की नई पुस्तक भी तैयार की हैं। दूसरी तरफ राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) की मदद से तैयार गणित की किताबों के दो हिस्सों में बांट दिया हैं। वर्ष के पहले छह माह में पार्ट वन और बाद में महीने में पार्ट टू पढ़ाया जाएगा। किताबों के साथ क्यूआर कोड भी लगाए जाएंगे।

 

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